दांव पर इतनी जिंदगियांः कोरोना को मात देने को आए आगे, शुरू हुआ ट्रायल
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने मंगलवार को बताया कि देश में कोरोना वायरस वैक्सीन का मानव परीक्षण (Human trial) शुरू हो गया है।
नई दिल्ली: इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने मंगलवार को बताया कि देश में कोरोना वायरस वैक्सीन का मानव परीक्षण (Human trial) शुरू हो गया है। भारत की कोरोना वैक्सीन तैयार करने वाली कंपनी भारत बायोटेक और ICMR ने इस टीके का इंसानों पर ट्रायल शुरू कर दिया गया है। यह पहले चरण का ट्रायल है, जिसमें 14 शहरों के 1500 लोगों को शामिल किया गया है। पहले चरण में यह जांचा जाएगा कि वैक्सीन से इंफेक्शन का कोई खतरा तो नहीं है और इसका कोरोना वायरस पर क्या असर पड़ रहा है? इसलिए इस चरण को 'सेफ्टी एंड स्क्रीनिंग' नाम दिया गया है।
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पहले ट्रायल में कम डोज का होगा इस्तेमाल
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, पहले ट्रायल में वैक्सीन का कम डोज दिया जाएगा। ट्रायल के लिए नया प्रोटोकॉल भी जोड़ा गया है। अब इस ट्रायल में शामिल होने वाले वॉलंटियर्स का एंटीबॉडी टेस्ट (Antibody test) भी किया जाएगा। जो यह पता लगाने में मदद करेगा कि इसमें शामिल होने वाले वॉलंटियर्स को भविष्य में कोरोना संक्रमण होगा या नहीं। अगर ऐसा पाया जाता है तो फिर उन्हें आगे होने वाले ट्रायल में शामिल नहीं किया जाएगा।
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Human trial में इन शहरों के लोगों को किया गया शामिल
कोरोना वैक्सीन के मानव परीक्षण (Human trial) में 14 शहरों के 1500 लोगों को शामिल किया गया है। इन शहरों में नई दिल्ली, चेन्नई, पटना, कानपुर, गोआ, गोरखपुर, भुवनेश्वर, रोहतक, विशाखापट्नम और हैदराबाद जैसे शहर शामिल हैं। 14 शहरों के लिए किट जारी कर दी गई हैं। इसके अलावा सैम्पल इकट्ठा करने की ट्रेनिंग दी जा रही है। भारत बायोटेक की तरफ से 29 जून को जारी एक बयान में कहा गया था कि इस ट्रायल के लिए ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने अनुमति दे दी है।
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पटना एम्स होगा वैक्सीन का एक ट्रायल
वैक्सीन का एक ट्रायल पटना एम्स में किया जाएगा। जिसमें 18 से 50 साल के बीच की उम्र के दस लोगों को शामिल किया गया है। पहले वॉलंटियर्स का चेकअप किया जाएगा। ICMR की गाइडलाइन के मुताबिक, रिपोर्ट सही आने पर उन्हें वैक्सीन का पहला डोज दिया जाएगा। वैक्सीन का पहला डोज देने के बाद मरीजों पर डॉक्टरों की टीम दो से तीन घंटे तक नजर रखेगी। इसके बाद ही घर जाने को कहा जाएगा।
14 दिन बाद दिया जाएगा वैक्सीन का पहला डोज
पहले डोज और दूसरे डोज के बीच 14 दिन का अंतर होगा। वॉलंटियर को वैक्सीन का दूसरा डोज 14 दिन बाद दिया जाएगा। ICMR और भारत बायोटेक की तरफ से वैक्सीन के ह्यूमन ट्रायल के लिए एम्स में 5 विशेषज्ञों की टीम भी गठित की गई है।
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