Independence Day: PM मोदी के बाद RSS चीफ भागवत भी बांग्लादेश में हिन्दुओं के हालात पर चिंता प्रकट की, बताया भारत का दायित्व
Independence Day:
RSS Chief Mohan Bhagwat: बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के लोगों को कथित तौर पर निशाना बनाए जाने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल किले के प्राचीर से राष्ट्र के नाम संबोधन पर चिंता प्रकट की तो वहीं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने भी इसी घटना पर प्रधानमंत्री से मिली जुली अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की और कहा कि वहां पर हिन्दुओं के साथ हो भी अत्याचार हो रहा है, उनकी सुरक्षा करना हमारी नैतिक जिम्मेदारी है। आरएसएस चीफ भागवत 78वें स्वाधीनता दिवस अर्थात स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पुणे स्थित आरएसएस मुख्यालय पर राष्ट्रीय ध्वजारोहण किया। इसके बाद मोहन भगवत ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बांग्लादेश में हिन्दुओं के हालात पर बात की। बता दें कि लाल किले के प्रचीर से पीएम मोदी ने कहा कि बांग्लादेश के अल्पसंख्यक समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित होना जरूरी है।
हिन्दुओं पर हो रहे हमले पर RSS चीफ में प्रकट की चिंता
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के लोगों को बेवजह निशाना बनाया जा रहा है। यह सुनिश्चित करना हमारे देश की जिम्मेदारी है कि उन्हें किसी तरह के अन्याय और अत्याचार का सामना न करना पड़े। आने वाली पीढ़ी का कर्तव्य है कि वह स्वतंत्रता के 'स्व' की रक्षा करे। दुनिया में हमेशा ऐसे लोग होते हैं जो दूसरे देशों पर प्रभुत्व जताना चाहते हैं। हमें चौकस और सावधान रहना पड़ता है और उनसे अपनी रक्षा करनी होती है। स्थिति हर समय एक जैसी नहीं रहती है। कभी-कभी यह अच्छी होती है, जबकि कभी यह उतनी अच्छी नहीं होती है। यह उतार-चढ़ाव जारी रहेगा।
भारत में रही दूसरों की मदद करने की परंपरा
उन्होंने कहा कि हम स्थिति का अंदाजा ऐसे ही लाग सकते हैं, पड़ोसी देश बांग्लादेश में काफी हिंसा हो रही है। वहां रहने वाले हिन्दुओं और उनके मंदिरों को बेवजह निशाना बनाया रहा जा रहा है। हिंसा सामना करना पड़ रहा है। भागवत ने कहा कि भारत में दूसरों की मदद करने की परंपरा रही है। हमने पिछले कुछ वर्षों में देखा है कि भारत ने कभी किसी पर हमला नहीं किया। बल्कि मुसीबत में फंसे लोगों की मदद की, भले ही वे हमारे साथ कैसा व्यवहार करें। इस स्थिति में हमें यह देखना होगा कि हमारा देश सुरक्षित रहे। साथ ही अन्य देशों की मदद भी करे।
लोगों की रक्षा करना देश की जिम्मेदारी
उन्होंने कहा, लोगों को अस्थिरता और अराजकता के कारण किसी तरह की परेशानी, अन्याय और अत्याचार का सामना न करना पड़े, यह सुनिश्चित करना हमारे देश की जिम्मेदारी है। कुछ मामलों में सरकार को अपने स्तर पर देखना होता है। लेकिन उसे ताकत तभी मिलती है, जब समाज अपनी जिम्मेदारी को पूरा करता है और देश के प्रति प्रतिबद्धता दिखाता है।
48 जिलों के 278 स्थानों पर हिन्दुओं पर हुए हमले
बता दें बांग्लादेश में शेख हसीना का सत्ता परिवर्तन होने के बाद से वहां पर लगातार अल्पसंख्य समुदाय (गैर मुस्लिम) को लगातार निशाना बनाया जा रहा है। बांग्लादेश के राष्ट्रीय हिंदू महागठबंधन ने दावा किया कि हसीना के पद से हटने के बाद से अल्पसंख्यक समुदाय को 48 जिलों में 278 जगहों पर हमलों और धमकियों का सामना करना पड़ा है। बांग्लादेश के हालात पर और हत्या की जांच के लिए जल्द ही संयुक्त राष्ट्र के विशेषज्ञों की टीम वहां का दौरा करेगी।