Protest: सांसदों के निलंबन के खिलाफ INDIA गठबंधन ने किया जंतर-मंतर पर प्रदर्शन, सदन सुरक्षा चूक को राहुल गांधी ने बताई बेरोजगारी की वजह

INDIA Opposition Protest: विपक्षी सांसद जंतर-मंतर पर 'लोकतंत्र बचाओ' और 'लोकतंत्र खतरे में है' की तख्तियां और बैनर लिए नजर आए। इंडिया गठबंधन ने मोदी सरकार के खिलाफ राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया था।

Report :  Viren Singh
Update:2023-12-22 14:27 IST

INDIA Opposition Protest (सोशल मीडिया) 

INDIA Opposition Protest: शीतकालीन सत्र के दौरान संसद में भारी संख्या में विपक्षी दलों के सांसदों को निलंबन किए जाने की वजह से शुक्रवार को विरोधी दलों के इंडिया गठबंधन के नेताओं ने मोदी सरकार के खिलाफ देशव्यापी विरोध प्रदर्शन किया। दरअसल, संसद सुरक्षा चूक के मामले पर विपक्षीय दलों के सांसदों द्वारा सदन में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान की मांग को लेकर भारी हंगामा किया था, जिसके बाद दोनों सदनों से यानी लोकसभा और राज्यसभा से इंडिया गठबंधन के कुल 146 सांसदों को पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया था। इसी निलंबन के चलते शुक्रवार को दिल्ली के जंतर मंतर पर विपक्षीय दलों के सांसदों द्वारा बड़ा विरोध-प्रदर्शन किया गया है। इस प्रदर्शन में सांसद राहुल गांधी सहित कई बड़े इंडिया गठबंधन के नेता और सांसद शामिल हुए।

राहुल ने संसद सुरक्षा चूक को जोड़ा बेरोजगारी से


विपक्षी सांसद जंतर-मंतर पर 'लोकतंत्र बचाओ' और 'लोकतंत्र खतरे में है' की तख्तियां और बैनर लिए नजर आए। इस विरोध प्रदर्शन पर इंडिया गठबंधन के कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पार्टी नेता राहुल गांधी, एनसीपी नेता शरद पवार, सीपीआई (एम) नेता सीताराम येचुरी सहित कई नेता शामिल हुए। धरना प्रदर्शन को संबोधित करते हुए सांसद राहुल गांधी ने कहा कि 2-3 युवा संसद में घुसे और धुआं छोड़ा। इस पर बीजेपी सांसद भाग खड़े हुए। इस घटना में सुरक्षा उल्लंघन का तो सवाल है ही, लेकिन दूसरा सवाल ये भी है कि उन्होंने इस तरह विरोध क्यों किया? इसका उत्तर देश में बेरोजगारी है।

आज युवा रोजगार नहीं पा सकता

राहुल ने कहा कि देश में भयंकर बेरोजगारी है। युवा आज रोजगार नहीं पा सकता है। वह युवा साढ़े सात घंटे अपने स्मार्ट फोन पर बीत रहा रहा है, क्योंकि मोदी जी ने उसे रोजगार नहीं दिया। उन्होंने मीडिया पर भी कुछ वार किया है। राहुल ने आरोप लगाया कि मीडिया ने देश में बेरोजगारी के बारे में बात नहीं की, लेकिन राहुल गांधी द्वारा एक वीडियो रिकॉर्ड करने के बारे में अच्छे से चलाया जिसमें निलंबित सांसद संसद के बाहर बैठे थे।


जिन्होंने मुंह नहीं खोला, वो भी हुए सस्पेंड

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी सांसदों के निष्कासन पर सरकार के खिलाफ जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने जिन्होंने मुंह नहीं खोला है, उन्हें भी सस्पेंड कर दिया है. मोदी जी को इतना घमंड आ गया है कि चुनाव से पहले ही कह रहे हैं कि 400 सीटें जीतेंगे। वे यह दावा किस बात पर कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम लोगों को देश और लोकतंत्र को बचाने के लिए एक होकर लड़ रहे हैं और मजूबती के साथ लड़ना होगा। देश में दलितों और किसानों पर अत्याचार हो रहा है। बल्कि संविधान ने सबको बोलने का हक दिया है।

थरूर बोले- लोकतंत्र पर है एक धब्बा

निलंबित सांसदों में से एक वरिष्ठ कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि यह रैली हमारे लोकतंत्र के सामने मौजूद खतरनाक स्थिति की ओर जनता का ध्यान आकर्षित करने के लिए है। इतिहास में कभी भी 146 सांसदों को निलंबित नहीं किया गया। यह लोकतंत्र पर एक धब्बा है। कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि विपक्ष केंद्र के खिलाफ मिलकर लड़ाई लड़ेगा। भारत में लोकतंत्र का गला घोंटा जा रहा है। वहीं, सीपीआई (एम) नेता सीताराम येचुरी ने केंद्र के खिलाफ इसी तरह का सुर बोला। येचुरी ने कहा, हमें उन लोगों से लोकतंत्र को बचाने की जरूरत है जो वर्तमान में सत्ता में हैं। संसद में सुरक्षा उल्लंघन की घटना के लिए भाजपा को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।

केवल शाह के बयान की मांग पर इतने सांसद हुए निलंबित

विरोध प्रदर्शन में शामिल होने से पहले कांग्रेस नेता मोहम्मद अज़हरुद्दीन ने कहा, 5-6 सांसदों को निलंबित करना ठीक है लेकिन लगभग 150 सांसदों को निलंबित करना लोकतंत्र की मौत है। कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह ने कहा कि क्या कभी इतने सारे सांसदों को निलंबित किया गया है? हमने केवल गृह मंत्री से बयान की मांग की थी।

इंडिया गठबंधन का राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन

विपक्षीय दलों के सांसदों को संसद में निष्कासन के खिलाफ मोदी सरकार को सत्ता से हटाने के लिए बने इंडिया गठबंधन की पार्टियों के नेताओं ने दिल्ली के जंतर मंतर के साथ राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन का 22 दिसंबर को आह्वान किया। इस आह्वान को देखते हुए देश के कई हिस्सों में विरोधी दलों के नेताओं ने केंद्र सरकार खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। यूपी की राजधानी लखनऊ सहित जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में विरोध प्रदर्शन किया गया।

लखनऊ से लेकर श्रीनगर तक हुआ विरोध प्रदर्शन



यूपी के लखनऊ में इंडिया गठबंधन के घटक दल कांग्रेस, सपा और कम्युनिस्ट पार्टी मिलकर लखनऊ कलेक्ट्रेट गेट के पास विरोध प्रदर्शन किया है। लोगों ने लोकतंत्र की हत्या बंद करो ,सरकार की तानाशाही नहीं चलेगी, सांसदों को आलोकतांत्रिक निलंबन बर्दाश्त नहीं जैसे नारों के लिखी तख्तियां लेकर अपना विरोध जताया। वहीं, श्रीनगर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जिला कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया पार्टी कार्यकर्ताओं ने 'लोकतंत्र की हत्या बंद करो' जैसे नारे लगाए।

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