भारत है समुद्री लुटेरों व आतंकवाद से निपटने के लिए प्रतिबद्ध', बुल्गारिया राष्ट्रपति को PM मोदी का जवाब

PM Modi: भारतीय युद्धपोत आईएनएस कोलकाता ने शनिवार को सभी 35 समुद्री लुटेरों को सफलतापूर्वक घेर लिया, जिससे बिना किसी चोट के समुद्री डाकू जहाज से चालक दल के 17 सदस्यों की सुरक्षित निकासी सुनिश्चित हुई।

Report :  Viren Singh
Update:2024-03-19 09:34 IST

PM Modi (सोशल मीडिया)  

PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि भारत नेविगेशन की स्वतंत्रता की रक्षा करने और हिंद महासागर क्षेत्र में आतंकवाद के साथ समुद्री डकैती से निपटने के लिए प्रतिबद्ध है। पीएम मोदी की यह प्रतिक्रिया तब आई, जब बुल्गारिया के राष्ट्रपति ने भारतीय नौसेना द्वारा अपने देश के नागरिकों और और जहाज को समुद्री लुटेरों से बचाने के लिए पीएम मोदी का आभार प्रकट किया था, जिस पर प्रधानमंत्री ने अपने प्रिय और दूसरे देशों की प्रति भारत की प्रतिबद्ध बताई।

रुमेन राडेव ने ऐसी की मोदी की प्रशंसा

बुल्गारिया के राष्ट्रपति रुमेन राडेव ने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि अपहृत बल्गेरियाई जहाज "रूएन" और 7 बुल्गारियाई नागरिकों सहित उसके चालक दल को बचाने के लिए भारतीय नौसेना ने बहादुरी भरी कार्रवाई की। मैं इस कार्रवाई के लिए और अपने देश के नागरिकों की जान बचाने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी के प्रति मेरी हार्दिक कृतज्ञता है। इस पर पीएम ने जवाब देते हुए कहा कि राष्ट्रपति जी आपके संदेश की सराहना करता हूं।

बुल्गारियाई नागरिक सुरक्षित

पीएम मोदी आगे कहा कि कि हमें खुशी है कि 7 बुल्गारियाई नागरिक सुरक्षित हैं और जल्द ही घर लौट आएंगे। भारत हिंद महासागर क्षेत्र में नौवहन की स्वतंत्रता की रक्षा करने और समुद्री डकैती और आतंकवाद से निपटने के लिए प्रतिबद्ध है।

16 मार्च को हुआ था हमला

बता दें कि बीते 16 मार्च को भारतीय हिन्द महासागर क्षेत्र में करीब 35 समुद्री लुटेरों ने बल्गेरियाई के जहाज एमवी रूएन पर हमला कर दिया था। जहाज और उसके 7 नागरिकों को बंधक बना लिया था। इस समुद्री जहाज को लुटेरों से छुड़ाने के लिए भारतीय नौसेना ऑपरेशन शुरू किया। पिछले 40 घंटों तक इस ऑपरेशन में आईएनएस कोलकाता ने भारतीय तट के तटों से लगभग 2600 किमी दूर चल रहे हमलावर समुद्री डाकू जहाज "रुएन" को रोका, और कैलिब्रेटेड कार्यों के माध्यम से समुद्री डाकू जहाज को रुकने के लिए मजबूर किया।

घटना पर नौसेना का बयान

भारतीय नौसेना ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि भारतीय युद्धपोत आईएनएस कोलकाता ने शनिवार को सभी 35 समुद्री लुटेरों को सफलतापूर्वक घेर लिया और उन्हें आत्मसमर्पण करने के लिए मजबूर किया, जिससे बिना किसी चोट के समुद्री डाकू जहाज से चालक दल के 17 सदस्यों की सुरक्षित निकासी सुनिश्चित हुई।

जयशंकर बोले- दोस्ती यह होती है

इससे पहले अरब सागर में एक सफल समुद्री डकैती विरोधी अभियान में सात बुल्गारियाई नागरिकों को बचाने के लिए भारतीय नौसेना को धन्यवाद देने के लिए बुल्गारिया की विदेश मंत्री मारिया गेब्रियल को जवाब देते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि दोस्त इसी के लिए होते है।

फिर उभरी समुद्री डकैती

नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने कहा कि यह अभ्यास 2008 से चल रहे समुद्री डकैती विरोधी अभियान का हिस्सा था और कुछ महीने पहले समुद्री डकैती अचानक बढ़ गई थी। 2008 से, पायरेसी विरोधी अभियानों में हमारी उपस्थिति रही है। करीब 3-4 महीने पहले समुद्री डकैती अचानक फिर से उभर आई और तब से हमने वहां और भी जहाज तैनात कर दिए हैं। एडमिरल कुमार ने कहा हम इस चल रहे ऑपरेशन में उन सभी संदिग्ध जहाजों की जांच कर रहे हैं, जिनके पास समुद्री डकैती के ट्रिगर हैं।

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