चीन-पाकिस्तान की खैर नहीं, लद्दाख पर बड़ी तैयारी कर रहा भारत

भारत और चीन के बीच तनाव जारी है। पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी और भारतीय सैनिकों के बीच खूनी झड़प के बाद तनाव को कम करने के लिए कई दौर की दोनों देशों के बीच बातचीत हो चुकी है। लेकिन चीन और भारत में तनाव अभी भी बरकरार है।

Update:2020-08-22 19:35 IST
चीन-पाकिस्तान की खैर नहीं, लद्दाख पर बड़ी तैयारी कर रहा भारत

नई दिल्ली: भारत और चीन के बीच तनाव जारी है। पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी और भारतीय सैनिकों के बीच खूनी झड़प के बाद तनाव को कम करने के लिए कई दौर की दोनों देशों के बीच बातचीत हो चुकी है। लेकिन चीन और भारत में तनाव अभी भी बरकरार है।

अब इस बीच भारत लद्दाख जाने वाली तीसरी सड़क का निर्माण कार्य तेजी से कर रहा है। इस सड़क के बनने के बाद सीमा तक पहुंचना आसान हो जाएगा। भारत का पड़ोसी देशों चीन और पाकिस्तान के साथ तनाव चरम पर है। इस तनाव के बीच Nimmu-Padum-Darcha (NPD) रोड का निर्माण भारत 2025 तक पूरा कर सकता है। भारत ने इस सड़क की योजना करीब दो दशक पहले ही तैयार कर ली थी।

भारत द्वारा लद्दाख जाने वाली बनाई जा रही तीसरी सड़क लेह और मनाली को जोड़ेगी। इस सड़क पर पूरे साल यात्रा की जा सकेगी। हालांकि वर्तमान समय में मनाली से लद्दाख जाने वाली सड़क ठंड के मौसम में बर्फ की वजह से बंद रहती है।

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कारगिल की लड़ाई के बाद से चल रही थी तैयारी

मनाली-लेह के अलावा के अगर लद्दाख जाना हो तो श्रीनगर लद्दाख जाया सकता है। लेकिन इस सड़क के बन जाने से सर्दियों में बर्फ का कोई असर नहीं होगा और साल भर यात्रा कर सकते हैं। 1999 में भारत और पाकिस्तान के बीच कारगिल की लड़ाई के बाद नई सड़क की जरूरत महसूस की गई थी।

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लद्दाख जाने वाली इस सड़क की लंबाई करीब 297 किमी लंबी होगी और श्रीनगर से लेह की दूरी घट जाएगी तो वहीं मनाली से करगिल की दूरी भी सिर्फ 522 किमी होगी। सुरक्षा की दृष्टि से भारत के लिए यह सड़क काफी महत्वपूर्ण होगी, क्योंकि सेना के लिए जरूरत के सामान कम समय में सीमा पर पहुंच जाएगा।

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NPD सड़क की योजना पर 2002 में काम शुरू कर दिया गया था। सरकार ने 2004 में इस सड़क को मंजूरी दे दी थी। शुरुआत में इस सड़क का बजट 251 करोड़ संभावित था और इसे 2012 तक पूरा करना था। जुलाई 2019 में इस प्रोजेक्ट की कुल लागत 2276.13 करोड़ रुपए संभावित था। इस सड़का का 297 किमी में से 256 किमी का जुड़ाव पूरा हो चुका है। संभावना है कि 2025 तक नेशनल हाईवे के स्डैंडर्ड वाली यह सड़क बनकर तैयार हो जाएगी।

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