इंडियन कोस्ट गार्ड बने 264 मछुआरों के लिए भगवान, बचाई इनकी जान
मंगलवार को भारतीय तटरक्षक बल ने अरब सागर में खराब स्थितियों में फंसे 264 मछुआरों को बचा लिया। तटरक्ष क बल ने इस बचाव मिशन में व्यापारी जहाजों की मदद ली। तमिलनाडु से तटरक्षक बल को संदेश मिला कि गोवा से पश्चिम की ओर 250 समुद्री मील की दूरी पर 50 नाव फंसी हुई हैं।
गोवा : अरब सागर में फंसे 250 से ज्यादा मछुआरों को भारतीय तटरक्षकों ने बचा लिया है। इस रेस्कयू ऑपरेशन में इंडियन कोस्ट गार्ड ने व्यापारी जहाजों की भी मदद ली। तमिलनाडु से तटरक्षक बल को संदेश मिला कि गोवा से पश्चिम की ओर 250 समुद्री मील की दूरी पर 50 नाव फंसी हुई हैं। इसके बाद बल ने अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा जाल एक्टिवेट कर इन मछुआरों की जान बचाई।
तटरक्षक बल को संकटकालीन संदेश 3 दिसंबर को मिला। क्षेत्र से होकर गुजरने वाले कुल 7 व्यापारिक जहाज ने तटरक्षक केंद्र को जवाब दिया और उनसे अनुरोध किया कि वह आईसीजी जहाजों के वहा पहुंचने तक मछली पकड़ने वाली नौकाओं को सहायता प्रदान करें।
यह पढ़ें...शिक्षा विभाग में बड़ी कार्रवाई: SCERT के निदेशक पद से हटाए गए संजय सिन्हा
जिसके परिणामस्वरूप भारतीय व्यापारिक जहाज नवधेनू पूर्णा ने 86 मछुआरों के सात आईएफबी और जापानी वेसल एमवी टोवाडा ने 34 मछुआरों को समुद्र में फंसी हुई नाव से बचाया। भारतीय तटरक्षबल बल के अनुरोध पर समुद्री बचाव समन्वय केंद्र ने 5 और व्यापारिक जहाज को भेजा जिन्होंने बचाव कार्य में सहयोग दिया और 264 मछुआरों को बचाया जा सका।
मछुआरों को खाना और प्राथमिक चिकित्सा प्रदान की जा रही है और जानकारी के अनुसार सभी स्वस्थ है। वर्तमान में भारतीय तटरक्षक का जहाज समुद्र प्रहरी, सावित्रीबाई फुले, अमल और अपूर्वा सी-एयर समन्वित संचालन के लिए तटरक्षक डॉर्नियर एयरक्राफ्ट के साथ समुद्र में चल रहे बचाव अभियान को बढ़ा रहे हैं।
यह पढ़ें...रेपो दर में हो सकती है भारी कटौती, RBI आज कर सकता है बड़ा ऐलान
आठ तटरक्षक जहाजों को काम सौंपा गया है और दिन के दौरान तीन डोर्नियर ने उड़ान भरी। 30 नवंबर को तटरक्षक क्षेत्र (पश्चिम) के मुंबई में स्थित ऑपरेशन सेंटर ने समुद्र में मौसम की निगरानी के दौरान सभी हितधारकों के लिए समुद्र के मध्य और दक्षिणपूर्वी अरब सागर में मौसम की चेतावनी जारी की और मानक संचालन प्रक्रिया के अनुसार कार्रवाई शुरू की जिसमें संबंधित तटीय राज्यों और अन्य हितधारकों को दिशा-निर्देश जारी करना शामिल है।