Indian Famous Businessman: इन बिजनेसमैन की अर्श से फर्श तक की कहानी, अडानी से भी बहुत बुरा दौर देखा है इन्होंने
Famous Businessman Struggle Time: गौतम अडानी पहले ऐसे उद्योगपति नहीं हैं, जिनके साथ ऐसा हुआ है। देश में कुछ उद्योगपतियों के साथ इससे भी अधिक बुरा हो चुका है।
Business Fraud: देश के नामी उद्योगपति और कभी दुनिया के तीसरे सबसे रईस शख्स रहे अडानी समूह के मालिक गौतम अडानी की संपत्ति में गिरावट का दौर जारी है। उन्होंने पिछले साल जितनी दौलत कमाई थी, उससे ज्यादा बीते एक माह में उन्होंने गंवा दी है। ब्लूमबर्ग बिलियनर्स इंडेक्स की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, उनकी संपत्ति घटकर महज 61.3 अरब डॉलर रह गई है यानी वह टॉप 20 रईस लोगों की सूची से भी बाहर हो चुके हैं। दुनिया के अमीर लोगों की सूची में गौतम अडानी अब फिसलकर 21वें पायदान पर पहुंच गए हैं।
उनकी संपत्ति में गिरावट का ये सिलसिला कब थमेगा, इसका अंदाजा लगाना मुश्किल है क्योंकि देश में उन्हें लेकर बवाल जारी है। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट ने अडानी ग्रुप को हिला कर रख दिया है। विपक्ष लगातार सरकार पर समूह की वित्तीय लेन की जांच कराने की मांग कर रहा है। हालांकि, गौतम अडानी पहले ऐसे उद्योगपति नहीं हैं, जिनके साथ ऐसा हुआ है। देश में कुछ उद्योगपतियों के साथ इससे भी अधिक बुरा हो चुका है। कुछ को जेल की हवा खानी पड़ी तो कुछ ने तो डर से मुल्क ही छोड़ दिया। आज हम आपको अर्श से फर्श पर पहुंचने वाले कुछ ऐसे उद्योगपतियों से रूबरू कराएंगे।
हर्षद मेहता
फाइनेंस और शेयर बाजार की थोड़ी भी जानकारी रखने वाला शख्स हर्षद मेहता को जरूर जानता है। उसके द्वारा किए गए कांड के तीन दशक और उसे मरे दो दशक हो चुके हैं, लेकिन उसने जो सबक दिए उसे आज भी सरकारी एजेंसियां नहीं भूलीं। हर्षद मेहता के जीवन पर एक सीरीज और फिल्म तक बन चुकी है। यहां तक की एक किताब भी पब्लिश हो चुकी है। एक बेहद मामूली परिवार से आने वाले मेहता ने भारतीय शेयर बाजार को हिला कर रख दिया था।
मेहता ने कैसे किया स्कैम ?
1990 के दशक की शुरूआत में देश में नई सरकार आई थी। खास्ताहाल अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए आर्थिक सुधार की शुरूआत हुई। इसलिए 1990 से 1992 तक का समय भारत के लिए बड़े बदलाव का वक्त था। 1990 में भारतीय शेयर बाजार तेजी से बढ़ा जिसके लिए ब्रोकर हर्षद मेहता को जिम्मेदार माना गया। इसलिए उन्हें बिग बुल का दर्जा दिया गया। मेहता बैंकिंग नियमों का फायदा उठाकर बैंकों को बिना बताए उनके करोड़ो रूपये शेयर मार्केट में लगाते थे।
साल 1992 में उनका भांडा फूटा। जैसे ही हकीकत सामने आई शेयर बाजार गिरने लगा। जांच में हर्षद मेहता पर चार हजार करोड़ रूपये की हेराफेरी करने का आरोप लगा। उनपर 72 क्रिमिनल चार्ज लगाए गए और सिविल केस भी फाइल हुए। थाणे जेल में बंद मेहता को 31 दिसंबर 2001 की रात सीने में दर्द के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी मौत हो गई। घोटाले के दौरान मेहता की संपत्ति 3 हजार करोड़ से अधिक की थी और वे किसी सेलिब्रेटी से कम नहीं थे। 1992 का यह बहुचर्चित स्टॉक मार्केट स्कैम आज भी लोगों के जेहन में है। इसी के बाद केंद्र सरकार ने सेबी शेयर बाजार में गड़बड़ी रोकने की ताकत दी थी।
सुब्रत रॉय सहारा
सहारा समूह एक ऐसी कंपनी है, जिसे देश के गांव-गांव के लोग जानते हैं। समूह के प्रमुख सुब्रत रॉय का रूतबा एकसमय ऐसा था कि उनके कार्यक्रमों देश के सबसे ताकतवर राजनीतिज्ञ, फिल्म कलाकार, नौकरशाह और बिजनेसमैन पहुंचे थे। आलीशान महलनुमा घर और लाजवाब लाइफस्टाइल के कारण सुर्खियों में रहने वाले सुब्रत रॉय को प्रतिष्ठित मैगजीन इंडिया टुडे ने देश के 10 सर्वाधिक शक्तिसंपन्न लोगों की सूची में शामिल किया था। कई सेक्टरों में कारोबार करने वाली सहारा इंडिया में लाखों कमर्चारी काम करते थे। लेकिन साल 2014 में रॉय के बुरे दिन तब शुरू हुए जब सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। शीर्ष अदालत के आदेश पर निवेशकों के 36 हजार करोड़ लौटाने में असमर्थ सुब्रत रॉय की संपत्ति नीलाम करने का आदेश दिया गया था। रॉय फिलहाल तिहाड़ जेल में बंद हैं और अभी भी उनकी कंपनी कंपनी में निवेश करने वाले आम लोग अपने पैसे के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं।
विजय माल्या
मशहूर शराब कारोबारी विजय माल्या लंबे समय से देश से बाहर हैं। उनपर भारतीय बैंकों को चुना लगाने का आरोप है। मॉडलों के साथ तस्वीरों में घिरे रहने वाले माल्या को खेलों का भी काफी शौक था। सहारा फोर्स इंडिया, रॉयल चैलेंजर्स, मैक्डोवेल, मोहन बगान, किंगफिशर और ईस्ट बंगाल के मालिक रहे विजय माल्या एक समय मीडिया की सुर्खियों में अपनी लग्जरी लाइफस्टाइल को लेकर चर्चा में रहते थे। चमक-दमक वाली जिंदगी जीने वाले माल्य को लिकर किंग के नाम से जाना जाता है। माल्या ने शराब के धंधे के बाद एयरलाइंस के बिजनेस में हाथ आजमाया और खूब पैसे उड़ाए। कहा जाता है कि यहीं से उनके पतन की शुरूआत भी हुई। कभी करोड़ों लोगों के रोलमॉडल के रूप में मीडिया में जगह बनाने वाले माल्या की पहचान अब एक भगौड़े की है। उनपर 17 भारतीय बैंकों से 9 हजार करोड़ से अधिक का कर्ज लेने का आरोप है। लंदन में रह रहे विजय माल्या को भारत सरकार भगौड़ा घोषित कर चुकी है।
ललित मोदी
भारतीय क्रिकेट को इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) जैसा सफल टूर्नामेंट देने वाले ललित मोदी साल 2010 से भारत से फरार हैं। बिजनेसमैन मोदी राजस्थान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। बीसीसीआई ने उनपर गबन करने का आरोप लगाते हुए उन्हें बोर्ड से बाहर कर दिया था। ललित मोदी ने इसके खिलाफ अदालत पहुंचे और खुद की जान को खतरा बताकर देश छोड़ दिया। बताया जाता है कि असल में उन्होंने कानूनी कार्रवाई के डर से देश छोड़ा था। वह तब से लंदन में रह रहे हैं। मनी लॉन्ड्रिंग समेत 15 मामालों में मोदी प्रवर्तन निदेशालय की मोस्ट वांटेड लिस्ट में शामिल हैं। उनके खिलाफ इंटरपोल भी ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी कर चुकी है। ललित मोदी अपने ऊपर लगे इल्जामों को विरोधियों का षड्यंत्र करारे देते हैं।