Navy Helicopter Crash: अरब सागर के पास इंडियन नेवी का हेलीकॉप्टर क्रैश, क्रू के तीनों सदस्य सुरक्षित
Navy Helicopter Crash: भारतीय नौसेना का एक हेलीकॉप्टर ध्रुव हवाई गश्ती के दौरान हादसे का शिकार हो गया। मुंबई में नियमित उड़ान पर निकला यह हेलीकॉप्टर बुधवार सुबह मुंबई तट से दूर अरब सागर के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
Navy Helicopter Crash: भारतीय नौसेना का एक हेलीकॉप्टर ध्रुव हवाई गश्ती के दौरान हादसे का शिकार हो गया। मुंबई में नियमित उड़ान पर निकला यह हेलीकॉप्टर बुधवार सुबह मुंबई तट से दूर अरब सागर के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया। घटना के दौरान हेलीकॉप्टर में तीन लोग सवार थे। हादसे की जानकारी मिलते ही नेवी ने तत्काल खोज एवं बचाव अभियान शुरू किया और चालक दल के तीनों सदस्य को सुरक्षित बरामद कर लिया गया। भारतीय नौसेना के प्रवक्ता ने हादसे के बारे में ट्वीट कर जानकारी दी। उन्होंने क्रू के सभी तीनों सदस्य की सुरक्षित रिकवरी के बारे में बताते हुए कहा कि घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर ध्रुव इससे पहले भी कई मौकों पर हादसे का शिकार हो चुके हैं। पिछले साल अक्टूबर में अरूणाचल प्रदेश में यह हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस हादसे में हेलीकॉप्टर में सवार सभी पांचों जवान मारे गए थे। भारतीय सेना में 300 से अधिक ध्रुव हेलीकॉप्टर हैं। इस हादसे के बाद सभी हेलीकॉप्टर सुरक्षा जांच के लिए ग्राउंड किए गए थे।
चेतक की जगह ध्रुव को नौसेना में किया जा रहा है शामिल
ध्रुव हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल खासतौर पर नौसेना और तटरक्षक बल करते हैं। कम वजन और उन्नत तकनीक से लैस इस चॉपर ने नौसेना की क्षमता को बढ़ाया है। ‘मेड इन इंडिया’ कार्यक्रम के तहत एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर (एएलएच) को भारत में तैयार किया जा रहा है। इसे नौसेना के बेड़े में पुराने पड़ चुके चेतक हेलीकॉप्टरों से रिप्लेस किया जा रहा है।
ध्रुव हेलीकॉप्टर की है भारी डिमांड
वर्तमान में भारतीय वायुसेना के पास 107, सेना के पास 191 और नेवी के पास 14 ध्रुव हेलीकॉप्टर्स हैं। नेवी ने 11 और आर्मी ने 73 ऐसे और हेलीकॉप्टर्स के ऑर्डर दिए हैं। इन ऑर्डर से ही पता चलता है कि यह हेलीकॉप्टर सेना के तीनों अंगों के लिए कितना महत्वपूर्ण हैं। ये सभी हेलीकॉप्टर हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) द्वारा बनाए जाएंगे।
ध्रुव हेलीकॉप्टर को दो पायलट उड़ाते हैं। इसमें 12 जवान बैठ सकते हैं। 52.1 फीट लंबे इस हेलीकॉप्टर की ऊंचाई 16.4 फीट है। इसकी अधिकतम गति 291 किमी प्रतिघंटा है। यह एकबार में 630 किमी तक की उड़ान भर सकता है। यह अधिकतम 20 हजार फीट की ऊंचाई तक जा सकता है। इसमें फिलहाल किसी तरह का वेपन नहीं लगाया गया। इसका इस्तेमाल सामान्य तौर पर गश्ती और रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान किया जा रहा है।