तंगी से गुजर रही देश कीआर्थिक नगरी, आमदनी बढ़ाने के लिए कचरा पर लगेगा टैक्स
आज के समय में देश की अर्थव्यवस्था मंदी के दौर से गुजर रही है। जिसका यहां के जनमानस पर असर दिख रहा है। ऐसे में देश का हर कोना प्रभावित है। चाहे बात देश का सबसे अमीर शहर मुंबई की हो जो इन दिनों पैसों की तंगी झेल रहा है।
मुंबई: आज के समय में देश की अर्थव्यवस्था मंदी के दौर से गुजर रही है। जिसका यहां के जनमानस पर असर दिख रहा है। ऐसे में देश का हर कोना प्रभावित है। चाहे बात देश का सबसे अमीर शहर मुंबई की हो जो इन दिनों पैसों की तंगी झेल रहा है। इसकी महानगरपालिका आमदनी बढ़ाने के नए तरीकों पर विचार कर रही है। दरअसल, बृह्नमुंबई महानगरपालिका (BMC) की आमदमी काफी काम हो गई है। इसी कारण रियल एस्टेट से होने वाली आय घट रही है।
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ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार, आमदनी बढ़ाने के लिए बीएमसी कई नई टैक्सों पर विचार कर रही है। इनमें बर्थ सर्टिफिकिट पर अतिरिक्त टैक्स के साथ-साथ कूड़े पर भी टैक्स शामिल है। इस पर टैक्स लगाया जा सकता है। मुंबई भारत का ऐसा राज्य है जहां का बजट देश के कई राज्यों से भी ज्यादा है, लेकिन घाटे के चलते अब इसे भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है।
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अब मुंबई नए वित्त वर्ष में 9% इजाफे का विचार कर रहा है। रिपोर्ट में बताया गया है कि इस खर्च से मुंबई की नालियों को और सड़कों पर विकास किया जाएगा, क्योंकि बरसात में यहां काफी बाढ़ देखने को मिलती है। हालांकि अभी यह नहीं बताया गया कि यह कैसे किया जाएगा।
एक्सपर्ट्स के मुताबिक इसके अलावा प्रॉपर्टी टैक्स बकाया वसूली, वॉटर टैक्स को नोटिस भेजकर टैक्स की वसूली, पानी के कनेक्शन्स और कुर्की जैसे माध्यमों पर भी विचार किया जा सकता है, क्योंकि मकसद हर हाल में आय के स्रोत बढ़ाने होंगे। रिपोर्ट के मुताबिक 2017 तक मुंबई की आमदनी का एक तिहाई हिस्सा चुंगी से मिलता था, लेकिन जीएसटी लागू होने के बाद यह काफी कम हो गया है।