Indo-US Relation: दिल्ली में भारत-अमेरिका के बीच 2+2 बैठक, दोनों देशों के रक्षा मंत्री और विदेश मंत्री हुए शामिल

Indo-US Relation: भारत की ओर से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस जयशंकर शामिल हुए। तो वहीं, अमेरिका की ओर से विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने शिरकत की।

Written By :  Krishna Chaudhary
Update: 2023-11-10 06:16 GMT

two plus two meeting (photo: social media ) 

Indo-US Relation: राजधानी दिल्ली में गुरूवार को भारत-अमेरिका टू प्लस टू (2+2) मीटिंग हुई। इसमें दोनों देशों के विदेश मंत्री और रक्षा मंत्री शामिल हुए। भारत की ओर से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस जयशंकर शामिल हुए। तो वहीं, अमेरिका की ओर से विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने शिरकत की। दोनों नेता देर रात ही दिल्ली पहुंचे हैं।

दिल्ली में आज बैठक शुरू होने से पहले चारों नेताओं ने 5वीं भारत-अमेरिका 2+2 मंत्रिस्तरीय वार्ता के लिए एक ग्रुप फोटो खिंचवाई। बैठक को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, रक्षा हमारे द्विपक्षीय संबंधों का सबसे महत्वपूर्ण स्तंभों में से एक है। आपकी भारत यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब भारत और अमेरिका पहले से कहीं अधिक करीब हैं। विभिन्न उभरती भू-राजनीतिक चुनौतियों के बावजूद हमें महत्वपूर्ण और दीर्घकालिक मुद्दों पर अपना ध्यान केंद्रित रखने की आवश्यकता है।

वहीं, अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने वैश्विक चुनौतियों के सामने यह पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है कि दुनिया के दो सबसे बड़े लोकतंत्र विचारों का आदान-प्रदान करें, समान लक्ष्य खोजें और हमारे लोगों के लिए काम करें। हमने पिछले वर्ष में अपनी प्रमुख रक्षा साझेदारी के निर्माण में प्रभावशाली लाभ कमाया है और इससे हमें शांति और स्थिरता के लिए और भी अधिक योगदान देने में मदद मिलेगी।

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चर्चा का मुख्य फोकस इंडो-पैसिफिक क्षेत्र होगा – जयशंकर

भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, आज की बातचीत हमारे संबंधित नेताओं के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने का एक अवसर होगी। हम एक साझा वैश्विक एजेंडा का निर्माण करते हुए एक दूरदर्शी साझेदारी का निर्माण कर रहे हैं। आज हमारी चर्चा का मुख्य फोकस इंडो-पैसिफिक क्षेत्र होगा।


2018 में हुई थी पहली बैठक

साल 2000 के बाद से भारत और अमेरिका कूटनीतिक और सामरिक तौर पर एक-दूसरे से काफी नजदीक आए हैं। दोनों देशों में सरकारें बदलीं लेकिन रिश्तों में गर्माहट बनी रही। 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने के बाद से अमेरिका में तीन राष्ट्रपति आ चुके हैं और तीनों के शासन में भारत-अमेरिकी संबंधों ने नई ऊंचाईयों को छूआ है। आतंकवाद और चीन की आक्रमकता जैसी साझा चुनौतियों ने दोनों देशों को एक-दूसरे के और करीब लाया है। जिसके फलस्वरूप टू प्लस टू (2+2) डायलॉग शुरू हुआ। इसकी शुरूआत 2018 में हुई थी। दिल्ली में आज इसकी पांचवीं बैठक हो रही है। टू प्लस टू वार्ता का लक्ष्य भारत-अमेरिका के बीच एशिया-प्रशांत क्षेत्र में रक्षा सहयोग को बढ़ाना है।

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