गुरुदीप की सजाए मौत रद्द, भारतीय पहल पर इंडोनेशिया ने बदला फैसला

Update:2016-07-29 20:08 IST

सहारनपुर: इंडोनेशिया में ड्रग तस्करी के आरोप में गिरफ्तार गुरुदीप की सजा ए मौत रद्द हो गई है। शुक्रवार सुबह इंडोनेशिया से आई एक कॉल ने परिवार को खुशियों से भर दिया। खबर यह थी कि गुरदीप को गोली मारने के आदेश फिलहाल रद्द कर दिए गए हैं।

अंधेरे से फूटी किरण

-इससे पहले 14 आरोपियों में से 4 को गोली मार कर मौत की सजा दी चुकी थी।

-पहले भारतीय दूतावास के माध्यम से परिवार को खबर दी दी गी थी कि गुरुदीप को गुरुवार को सजा दी जाएगी।

-इस बीच विदेश मंत्री सुषमा स्वराज दावारा गुरुदीप को बचाने के प्रयासों की भी खबर आई थी।

-सूत्रों के अनुसार बुधवार को सुषमा स्वाराज ने भी गुरदीप सिंह को बचाने के सरकार के अंतिम प्रयास की बात कही थी।

 

ड्रग तस्करी का आरोप

-इंडोनेशिया की कोर्ट द्वारा सहारनपुर के गुरुदीप को फांसी की सजा सुनाई गई थी।

-गंगोह थाना अंर्तगत गांव शीतलपुर निवासी गुरदीप सिंह सन 2002 में काम के सिलसिले में इंडोनेशिया गए थे।

-गुरुदीप को 29 अगस्त 2004 को सुकर्णेंहात्ता हवाई अड्डे पर मादक पदार्थ की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।

-फरवरी 2005 में हेरोइन तस्करी में दोषी पाए जाने पर इंडोनेशियाई अदालत ने गुरदीप सिंह को फांसी की सजा सुनाई।

सकते में था परिवार

-बताया जाता है कि गुरदीप की पत्नी कुलविंन्द्र कौर ने केन्द्र सरकार के विदेश मत्रांलय से यह कहते हुए हस्तक्षेप की अपील की थी कि यह मानव तस्करी का मामला है।

-अपील में कुलविन्द्र कौर का कहना था कि एजेंट ने उसके पति गुरदीप सिंह को न्यूजीलैंड का झांसा देकर इंडोनेशिया भेज दिया था।

-26 जुलाई 2016 को भारतीय दूतावास में फोन के माध्यम से संदेश आया कि गुरदीप सिंह को गुरुवार को गोली मारने के आदेश हुए हैं। इसके बाद परिवार सकते में था।

-परिवार की सक्रियता के बाद अभियोजन पक्ष की ओर से 20 वर्ष कैद की सजा का आग्रह किया गया।

रंग लाए प्रयास

-उधर भारतीय दूतावास के अधिकारियों ने बातचीत शुरू की। सूत्रों के अनुसार बुधवार को सुषमा स्वाराज ने bhi गुरदीप सिंह को बचाने के सरकार के अंतिम प्रयास की बात कही।

-शुक्रवार की सुबह जीवनदान की खबर से परिवार सहित पूरे गांव में खुशी का माहौल है।

-गुरदीप सिंह की शादी जालंधर जिले के नाकोदर पिंड में 2002 में कुलदीप कौर के साथ हुई थी।जब उसकी पुत्री मनजीत कौर डेढ़ वर्ष की थी तब गुरदीप सिंह विदेश चला गया था।

-गुरदीप की पुत्री अब 15 वर्ष की हो गई है। पुत्र सुखा सिंह ने भी अपने होश में पिता को नहीं देखा है।

पत्नी ने कहा

-गुरुदीप की पत्नी कुलविंदर ने कहा, कि पति से दिन में दो बार उनकी बात हुई। उन्‍होंने ठीक होने की बात कही। यह भी बताया कि उनके सामने ही चार लोगों को गोली मारी गई है।

-गुरुदीप ने कुलविंदर से कही कि जो लोग बच गए हैं, उनमें वह भी शामिल हैं। उन्हें भी गोली मारे जाने की सभी तैयारियां पूरी हो गई थीं।शव उठाने की गाड़ी भी आ गई थी। पुजारी भी बुला लिया गया था। अचानक एक व्यक्ति ने कोई आदेश लाकर दिया और मौत टाल दी गई।

-कुलविंदर ने अब तत्काल गुरुदीप की वतन वापसी का आग्रह किया है।

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