रेपिस्ट नित्यानंद पर इंटरपोल ब्लू कार्नर नोटिस जारी, जानिए क्या है?
इंटरपोल ने गुजरात पुलिस के अनुरोध पर बाबा नित्यानंद का पता लगाने में मदद करने के लिए ब्लू कार्नर नोटिस जारी किया है। यह नोटिस ऐसे व्यक्ति के लिए जारी किया जाता है जो अपराधी हो और जिसकी तलाश की जा रही हो।
अहमदाबाद : इंटरपोल ने गुजरात पुलिस के अनुरोध पर बाबा नित्यानंद का पता लगाने में मदद करने के लिए ब्लू कार्नर नोटिस जारी किया है। यह नोटिस ऐसे व्यक्ति के लिए जारी किया जाता है जो अपराधी हो और जिसकी तलाश की जा रही हो।
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गुजरात पुलिस ने पिछले साल नवंबर में बताया था कि बाबा नित्यानंद देश छोड़कर भाग गया था। कर्नाटक में उसके खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज होने के बाद से वह फरार है। पुलिस ने नित्यानंद की दो महिला अनुयायियों- साध्वी प्राण प्रियानंद और प्रियातत्व रिद्धि किरण को भी गिरफ्तार किया था। दोनों पर चार बच्चों को कथित तौर पर अगवा करने और उन्हें एक फ्लैट में बंधक बनाकर रखने का आरोप था।
खबरों के अनुसार, नित्यानंद ने दक्षिण अमेरिका के इक्वाडोर में एक आईलैंड खरीद उसे कैलासा नाम दें दिया है। खबरों की मानें तो इस आईलैंड को नित्यानंद ने हिन्दू राष्ट्र घोषित कर दिया। वहीं, कुछ दिन पहले नित्यानंद के विदेश चले जाने के सवाल पर विदेश मंत्रालय ने कहा था उन्हें ऐसी कोई जानकारी नहीं है। गुजरात पुलिस ने इस बात की पुष्टि कर दी है कि नित्यानंद फरार है और भारत में नहीं है। गुजरात पुलिस ने पिछले साल 21 नवंबर को बताया था कि नित्यानंद देश छोड़कर भाग गया है। नित्यानंद के खिलाफ फौजदारी मामला दर्ज है। मामले में उसके खिलाफ सबूत जुटाने के लिए पुलिस ने उसकी दो महिला अनुयायियों को भी गिरफ्तार किया है।
क्या है ब्लू नोटिस
इंटरपोल अपने सदस्य देशों के अपराधियों के खिलाफ अलग-अलग नोटिस जारी करता है जैसे, रेड, ब्लू, ब्लैक, पर्पल, ऑरेंज और यलो कार्नर नोटिस। ब्लू कार्नर नोटिस भगोड़े अपराधी की तलाश के लिए जारी किया जाता है। आपराधिक जांच के सिलसिले में एक व्यक्ति का पता लगाने या उसके बारे में जानकारी हासिल करने के लिए ब्लू कार्नर नोटिस जारी किया जाता है जबकि रेड कार्नर नोटिस वांछित व्यक्ति की गिरफ्तारी के लिए जारी किया जाता है।
वीडियो से दिया संदेश
बता दें कि देश छोड़कर भागे दुष्कर्म के हाई प्रोफाइल आरोपी स्वामी नित्यानंद का कोई सुराग नहीं है। पुलिस और एजेंसियों को भनक तक नहीं लगी और दुष्कर्म का आरोपी नित्यानंद देश छोड़ कर चला गया। इतना ही नहीं उसने वीडियो के जरिए एजेंसियों को चुनौती भी दी थी। विदेश मंत्रालय ने सभी देशों में भारतीय दूतावासों और उच्चायोगों को अलर्ट कर रखा है।
एक वीडियो संदेश में नित्यानंद ने कहा था है कि कोई भी अदालत उसे सजा देकर सच बोलने से नहीं रोक सकती। नित्यानंद के मुताबिक वह भगवान शिव का परम रूप है और इस सच को दुनिया को बताना चाहता है। एक वेबसाइट पर इक्वाडोर में हजारों एकड़ जमीन खरीद कर उसे कैलाश नामक हिंदू राष्ट्र बनाने का दावा करने के बाद नित्यानंद चर्चा में आया था। इसका संज्ञान लेते हुए विदेश मंत्रालय ने कहा था कि इक्वाडोर सरकार ने नित्यानंद के वहां होने से इनकार किया है। मंत्रालय ने कहा था कि नित्यानंद किस देश में है इसकी भी जानकारी नहीं है।
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ये मामला
अहमदाबाद पुलिस अधीक्षक ने बताया कि नित्यानंद कर्नाटक में उसके खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज होने के बाद ही देश छोड़कर भाग गया था। गुजरात पुलिस उचित माध्यम के जरिए उसकी हिरासत हासिल करेगी।
पुलिस नित्यानंद के आश्रम से लापता हुई एक महिला के मामले में भी जांच कर रही है। महिला के पिता जनार्दन शर्मा ने शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस ने 20 नवंबर को स्वयंभू बाबा स्वामी नित्यानंद के खिलाफ मामला दर्ज किया था। नित्यानंद पर अहमदाबाद में अपना आश्रम योगिनी सर्वज्ञपीठम चलाने के लिए बच्चों को कथित तौर पर अगवा करने और उन्हें बंधक बनाकर अनुयायियों से चंदा जुटाने के आरोप हैं।