चंद्रयान- 3 के बाद अब गगनयान, ISRO फिर रचेगा इतिहास, सर्विस मॉड्यूल प्रोपल्शन सिस्टम का किया सफल परीक्षण
Mission Gaganyaan: इसरो के अध्यक्ष एस सोमनाथ ने हाल ही में कहा था कि, भारत का पहला मानव अंतरिक्ष मिशन 'गगनयान' अगस्त के आखिर में लॉन्च होगा। वहीं, मानव रहित मिशन अगले साल लॉन्च होगा।
Mission Gaganyaan : अंतरिक्ष के क्षेत्र में भारत का लोहा पूरी दुनिया मान रही है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) चंद्रयान- 3 (Chandrayaan 3) के सफल परीक्षण के बाद अब 'मिशन गगनयान' की तैयारियों में जुटी है। इसरो गगनयान की दिशा में तेजी से कदम बढ़ा रहा है। इसी कड़ी में इसरो ने गुरुवार (20 जुलाई) को 'इसरो प्रणोदन अनुसंधान परिसर' (IPRC), महेंद्रगिरि में गगनयान सर्विस मॉड्यूल प्रोपल्शन सिस्टम अर्थात SMPS का सफलतापूर्वक परीक्षण किया।
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आपको बता दें, एसएमपीएस Orbital Module की आवश्यकताओं को पूरा करता है। हॉट टेस्ट SMPS के अंतिम कॉन्फिगरेशन में आयोजित किया गया। ISRO ने ये जानकारी एक ट्वीट के जरिये दी है।
ISRO successfully tested the Gaganyaan Service Module Propulsion System (SMPS) – which caters to the requirements of the Orbital Module – at IPRC, Mahendragiri.
The hot test was conducted in SMPS’s final configuration. https://t.co/yO0O1I77p2 pic.twitter.com/0Wn4KzGfTU— ISRO (@isro) July 20, 2023
ISRO अध्यक्ष ने बताया कब लॉन्च होगा गगनयान?
इसरो अध्यक्ष एस सोमनाथ (ISRO Chairman S Somnath) ने हाल ही में कहा था कि, 'भारत का पहला मानव अंतरिक्ष मिशन 'गगनयान' अगस्त के अंत तक लॉन्च करेगा। जबकि, 'मानव रहित मिशन' अगले साल लॉन्च किया जाएगा।' भौतिक अनुसंधान प्रयोगशाला (PRL) में एक प्रोग्राम में इसरो अध्यक्ष ने कहा था, 'गगनयान मिशन के लिए हमने एक नया रॉकेट तैयार किया है। इसे श्रीहरिकोटा में तैयार किया गया है। क्रू मॉड्यूल और क्रू एस्केप सिस्टम को जोड़ने का काम भी शुरू हो गया है। उन्होंने कहा, मुझे बताया गया है कि इस महीने के अंत तक ये काम भी पूरा हो जाएगा। सभी तरह के परीक्षण कर लिए जाएंगे।'
इसरो मानव रहित मिशन पर ये कहा
इसरो ने बताया कि, परियोजना के हिस्से के रूप में 'कक्षा में मानव रहित मिशन' अगले साल की शुरुआत में होगा। वर्ष 2024 की शुरुआत में हमारे पास कक्षा में मानव रहित मिशन होगा। वहां से इसे सुरक्षित वापस लाना है, जो तीसरा मिशन होगा। वर्तमान में हमने इन तीन मिशनों को निर्धारित किया है।'
'क्रू मेंबर की सुरक्षा सबसे अहम'
इसरो प्रमुख सोमनाथ ने आगे कहा, 'गगनयान (Mission Gaganyaan) के क्रू मेंबर की सुरक्षा सबसे अहम है। इसके लिए हम दो अतिरिक्त चीजें कर रहे हैं। पहला, क्रू एस्केप सिस्टम (Crew Escape System) और दूसरा, एकीकृत वाहन स्वास्थ्य प्रबंधन प्रणाली। उन्होंने बताया, क्रू एस्केप एक पारंपरिक इंजीनियरिंग समाधान है, जिसमें कंप्यूटर पता लगाता है। जबकि, दूसरी प्रणाली अधिक बुद्धिमान है। यह बिना मानवीय हस्तक्षेप के बोर्ड पर फैसले लेती है।'