ISRO लॉन्च करेगा जीसैट-11 सैटेलाइट, डिजिटल इंडिया पर पड़ेगा प्रभाव, जानिए कैसे
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) जल्द ही देश का सबसे वजनी कम्युनिकेशन सैटेलाइट जीसैट-11 लांच करने की तैयारी में है। यह काफी बड़ा सैटेलाइट है जिसका वजन करीब 5.6 टन है। 500 करोड़ रुपए की लागत से तैयार किया गया जीसैट-11 , ISRO की अब तक की सबसे बड़ी कामयाबी माना जा रहा है।
बेंगलुरु: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) जल्द ही देश का सबसे वजनी कम्युनिकेशन सैटेलाइट जीसैट-11 लांच करने की तैयारी में है। यह काफी बड़ा सैटेलाइट है जिसका वजन करीब 5.6 टन है। 500 करोड़ रुपए की लागत से तैयार किया गया जीसैट-11 , ISRO की अब तक की सबसे बड़ी कामयाबी माना जा रहा है।
बताया जा रहा है कि इसके सफल परीक्षण से इंटरनेट और टेलीकॉम सेवाएं काफी प्रभावित होगीं। शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में इंटरनेट रफ़्तार में कई गुना तेज़ी आने की उम्मीद है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'डिजिटल इंडिया' अभियान पर इसका सीधा असर दिखाई पड़ेगा।
इस सैटेलाइट के प्रत्येक सौर पैनल 4 मीटर से भी बड़े हैं और यह 11 किलोवाट ऊर्जा का उत्पादन करेगा। यह जानना बेहद मत्वपूर्ण है कि जीसैट-11 इसरो के इंटरनेट बेस्ड सैटेलाइट सीरीज का हिस्सा है। इसका सीधा लक्ष्य इंटरनेट सेवाओं की बेहतरी है। इसके तहत अंतरिक्ष में तीन सैटेलाइट भेजने की योजना है। सैटेलाइट की तीसरी उड़ान जीसैट-20 2018 के अंत में भेजे जाने की संभावना है।