IT Raid: सेंथिल बालाजी के बाद एक और डीएमके नेता के खिलाफ एक्शन, MP जगतरक्षकन के यहां इनकम टैक्स की पड़ी रेड
IT Raid: 40 से अधिक जगहों पर छापेमारी चल रही है। सुबह-सुबह आईटी विभाग की कई टीम अचानक इन ठिकानों पर पहुंची और तलाशी अभियान शुरू कर दिया।
IT Raid: तमिलनाडु के मंत्री सेंथिल बालाजी के बाद सत्तारूढ़ डीएमके का एक और नेता केंद्रीय एजेंसी के निशाने पर है। आयकर विभाग ने गुरूवार को द्रमुक सांसद एस जगतरक्षकन के घर और दफ्तर में छापा मारा है। जानकारी के मुताबिक, 40 से अधिक जगहों पर छापेमारी चल रही है। सुबह-सुबह आईटी विभाग की कई टीम अचानक इन ठिकानों पर पहुंची और तलाशी अभियान शुरू कर दिया।
जिन ठिकानों पर रेड चल रही है, उसे सील कर दिया गया है। वहां मौजूद सभी लोगों के एक जगह कर किसी को अंदर से बाहर और बाहर से अंदर जाने की अनुमति नहीं है। डीएमके सांसद के घर के बाहर मीडिया का जमावड़ा लगा हुआ है। धीरे-धीरे कार्यकर्ता भी जुटने लगे हैं। एमपी जगतरक्षकन एक राजनेता होने के साथ-साथ बड़े बिजनेसमैन भी हैं। बताया जाता है कि उनका कई क्षेत्रों में व्यापार फैला है।
किस मामले में हुआ एक्शन ?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने यह छापे टैक्स चोरी से जुड़े मामले में मारा है। आयकर विभाग डीएमके सांसद के घर, दफ्तर, लग्जरी होटलों, अस्पतालों और शिक्षण संस्थानों में छापेमारी कर रही है। एमपी जगतरक्षकन इससे पहले भी केंद्रीय एजेंसियों के रडार पर आ चुके हैं। तीन साल पहले प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने उनके विरूद्ध बड़ी कार्रवाई करते हुए 89 करोड़ की संपत्ति जब्त की थी।
एस जगतरक्षकन तमिलनाडु की अराक्कोनम लोकसभा सीट से डीएमके के सांसद हैं। साल 2019 के आम चुनाव में उन्हें इस सीट से तीन लाख से अधिक वोटों से जीत हासिल हुई थी। उन्हें मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के करीबी लोगों में गिना जाता है।
जेल में बंद हैं सेंथिल बालाजी
डीएमके के एक और बड़े नेता और मंत्री सेंथिल बालाजी इन दिनों सलाखों के पीछे हैं। वे नौकरी के बदले नकदी के मामले में फंसे हुए हैं। ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में उन्हें 14 जून को गिरफ्तार किया था। वे पुजाल केंद्रीय जेल में बंद हैं। बीते माह यानी सितंबर में भी ईडी ने उनसे जुड़े 10 ठिकानों पर छापेमारी की थी।
बता दें कि इंडिया गठबंधन में शामिल डीएमके केंद्र सरकार की प्रमुख सियासी प्रतिद्वंदियों में शामिल है। टीएमसी, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी सरीखी विपक्षी पार्टियों की तरह डीएमके भी बीजेपी पर केंद्रीय एजेंसियों का दुरूपयोग करने का आरोप लगाती रही है। ताजा कार्रवाई के बाद तमिलनाडु में डीएमके और बीजेपी के बीच तकरार और बढ़ेगा।