भारत को दहलाने के लिए जैश ने रची ये खौफनाक साजिश, अलर्ट जारी
जम्मू-कश्मीर में जैश-ए-मोहम्मद उरी जैसे हमले की साजिश रच रहा है। खुफिया एजेंसियों ने जैश के आतंकियों की बातचीत को इंटरसेप्ट किया है। बातचीत में ये खुलासा हुआ है कि जैश उरी जैसा बड़ा हमला बड़े स्तर पर करने की फिराक में हैं।
नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर में जैश-ए-मोहम्मद उरी जैसे हमले की साजिश रच रहा है। खुफिया एजेंसियों ने जैश के आतंकियों की बातचीत को इंटरसेप्ट किया है। बातचीत में ये खुलासा हुआ है कि जैश उरी जैसा बड़ा हमला बड़े स्तर पर करने की फिराक में हैं।
सूत्रों के मुताबिक जैश ने पीओके में छम्म, दुधनियाल, चिरिकोट और अठमुकाम में नए आतंकी कैम्प खड़े कर लिए हैं। पाकिस्तानी सेना और जैश-ए-मोहम्मद ने जैश के शूरा में शामिल मौलाना अबू जुनेद को नए आतंकी कैम्पों की ज़िम्मेदारी सौंपी है।
ये भी पढ़ें...हिंदुस्तान में घुसे जैश-ए-मोहम्मद के 4 से 5 आतंकवादी, सुरक्षा बल अलर्ट
जैश ने गुरेज सेक्टर में एलओसी के पार लोसर, दुरमट और तौबत क्षेत्र में भी आतंकी कैम्पों को दोबारा सक्रिय किया है। सूत्रों ने बताया कि खुफिया एजेंसियों की ओर इंटरसेप्ट किए संदेशों से पता चला है कि जैश भारतीय सुरक्षा बलों की किसी रणनीतिक लोकेशन पर उरी जैसे हमले का मंसूबा बना रहा है।
जैश साथ ही जम्मू और कश्मीर में किसी अहम ठिकाने पर हमले के बाद लोगों को बंधक बनाने जैसी खुराफात भी कर सकता है। आतंकियों की ट्रेनिंग के लिए सवाई नाला में कंट्रोल रूम बना रखा है।
ये भी पढ़ें...गिरफ्तार हुआ लाखों का इनामी आतंकी, जैश-ए-मोहम्मद से था जिसका कनेक्शन
कट्टरपंथी भाषणों से किया जाता है माइंड वॉश
यहां नए भर्ती आतंकियों को पहले कट्टरपंथी भाषणों से माइंडवाश किया जाता है। फिर उन्हें ‘जिहाद’ के नाम पर ट्रेनिंग दी जाती है। सूत्रों ने बताया कि आतंकियों में से कुछ को चुन कर दौरा-ए-तरबिया ट्रेनिंग दी जाती है। इसमें उन्हें खास तौर पर फिदाइन (आत्मघाती) बनने के लिए तैयार किया जाता है।
बता दें कि इस साल पुलवामा हमले के 13 दिन बाद 27 फरवरी को भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमानें ने पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी कैंप को तबाह कर दिया था।
ये भी पढ़ें...जम्मू कश्मीर पुलिस की बड़ी कामयाबी, जैश-ए-मोहम्मद के ये आतंकी गिरफ्त में