Jammu & Kashmir: महबूबा मुफ्ती ने लगाया नजरबंद करने का आरोप, अमित शाह के दौरे का आज आखिरी दिन

Jammu & Kashmir: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का आज जम्मू कश्मीर दौरे का आखिरी दिन है। महबूबा ने गृह मंत्री के दौरे के मद्देनजर पुलिस पर उन्हें घर में नजरबंद करने का आरोप लगाया है।

Update: 2022-10-05 06:40 GMT

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Pic: Social Media)

Jammu & Kashmir: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का आज यानी बुधवार को जम्मू कश्मीर दौरे का आखिरी दिन है। जम्मू में विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होने के बाद शाह आज कश्मीर में हैं। उनके यहां आते ही सियासत गरमा गई है। जम्मू कश्मीर की प्रमुख सियासी दल पीडीपी की मुखिया महबूबा मुफ्ती ने पुलिस – प्रशासन पर बड़ा आरोप लगाया है। महबूबा ने गृह मंत्री के दौरे के मद्देनजर पुलिस पर उन्हें घर में नजरबंद करने का आरोप लगाया है। हालांकि, पुलिस ने पूर्व मुख्यमंत्री के आरोप को खारिज किया है।

पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती जम्मू कश्मीर का स्पेशल स्टेटस समाप्त होने के बाद से मोदी सरकार पर हमलावर हैं। उन्होंने स्पेशल स्टेटस बहाल होने तक चुनाव न लड़ने का फैसला किया है। उन्होंने जम्मू कश्मीर पर परिसीमन आयोग आयोग की रिपोर्ट को भी खारिज कर दिया है। महबूबा ने परिसीमन आयोग आयोग को बीजेपी की विस्तार ईकाई करार दिया था।

कश्मीर में आज गृह मंत्री का कार्यक्रम

केंद्रीय गृह मंत्र अमित शाह धारा 370 की समाप्ति के बाद दूसरी बार कश्मीर पहुंचे हैं। शाह 4 अक्टूबर की शाम जम्मू से श्रीनगर के लिए निकले थे। आज यानी 5 अक्टूबर को गृह मंत्री बारामूला में एक जनसभा को संबोधित करेंगे और कई विकास कार्यों की नींव रखेंगे। इसके बाद दोपहर में श्रीनगर स्थित राजभवन में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के साथ एक उच्चस्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक की अध्यक्षता भी करेंगे। बैठक में नागरिक प्रशासन, पुलिस, सीएपीएफ, जम्मू कश्मीर और केंद्र की खुफिया एजेंसियों के सीनियर अधिकारी शामिल होंगे। इसके बाद शाह शाम में दिल्ली के लिए प्रस्थान करेंगे।

राजौरी की रैली में सियासी परिवारों पर साधा था निशाना

धारा 370 की समाप्ति के बाद पहली बार जम्मू दौरे पर आए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को राजौरी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए जम्मू कश्मीर के मुख्य राजनीतिक परिवारों पर जोरदार हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि 70 साल तक जम्मू कश्मीर पर केवल तीन परिवारों ने राज किया। तीन परिवारों ने लोकतंत्र और ज्महूरियत का मतलब केवल पीढ़ियों तक शासन करना बना दिया था। पहले जो हक तीन परिवारों के पास था आज वह अधिकार 30 हजार परिवारों को मिला है। शाह ने कहा कि यदि धारा 370 और 35ए नहीं हटता तो जम्मू कश्मीर में ट्राइबल रिजर्वेशन नहीं मिलता।

Tags:    

Similar News