Jammu & Kashmir: सुरक्षाबलों ने बांदीपोरा से लश्कर के दो आतंकियों को दबोचा, चाइनीज हथियार बरामद
Jammu & Kashmir: सूचना के आधार पर सुरक्षाबलों ने कार्रवाई करते हुए दोनों को अरेस्ट कर लिया। उनके पास से एक चीनी पिस्टल, मैगजीन, एक चीनी ग्रेनेड, डेटोनेटेर बरामद हुए हैं।
Jammu & Kashmir: जम्मू कश्मीर में सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों ने संयुक्त ऑपरेशन में केंद्र शासित प्रदेश के बांदीपोरा जिले से दो आतंकियों को दबोचा है। दोनों घाटी में आतंक फैलाने के लिए सक्रिय प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर – ए- तैयबा से जुड़े हैं। पुलिस ने दोनों के पास से हथियार और गोला – बारूद भी जब्त किया है। जम्मू कश्मीर पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तर आतंकियों के नाम अमीन चोपन और ताहिर अह भट हैं।
अधिकारियों ने बताया कि आतंकियों के बांदीपोरा से श्रीनगर जाने की खुफिया जानकारी मिली थी। सूचना के आधार पर सुरक्षाबलों ने कार्रवाई करते हुए दोनों को अरेस्ट कर लिया। उनके पास से एक चीनी पिस्टल, मैगजीन, एक चीनी ग्रेनेड, डेटोनेटेर बरामद हुए हैं। आतंकियों से पूछताछ के आधार पर जम्मू कश्मीर पुलिस ने बताया कि साउथ कश्मीर में द रेसिस्टेंस फ्रंट मॉड्यूल को पुनर्जीवित करने के लिए आतंकियों को उनके आकाओं ने हथियार और गोला-बारूद जुटाने का कम सौंपा था।
बीते मंगलवार को सुरक्षाबलों ने आतंकवाद से सबसे अधिक प्रभावित दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले में लश्कर के तीन आतंकवादियों को मुठभेड़ में मार गिराया था। तीनों लोकल दहशतगर्द थे। इनमें से एक शोपियां का ही लतीफ लोन था, जो कश्मीरी पंडित पुराण कृष्ण भट की हत्या में शामिल था। दूसरा आतंकी अनंतनाग जिले का उमर नजीर था, जो नेपाल के तिल बहादुर थापा की हत्या में शामिल था। सुरक्षाबलों ने इन आतंकियों के पास भारी मात्रा में हथियार बरामद किए थे।
टेरर का एक नया मॉड्यूल आतंकी संगठनों द्वारा खड़ा किया गया
बता दें कि द रेसिस्टेंस फ्रंट कश्मीर में टेरर का एक नया मॉड्यूल आतंकी संगठनों द्वारा खड़ा किया गया है। इनमें अधिकतर स्थानीय आतंकी शामिल होते हैं, जिनका कोई आपराधिक ट्रैक रिकॉर्ड नहीं होता। इनके निशाने पर घाटी में रहने वाले अल्पसंख्यक और सरकार के समर्थन में बोलने वाले लोग होते हैं। संगठन ने कई टारगेटेड किलिंग को अंजाम दिया है।