225 आतंकियों की मौत: मारे गए 46 टॉप आतंकी कमांडर, साल की सबसे बड़ी कामयाबी
आतंकियों के मंसूबों के बारे में डीजीपी दिलबाग सिंह (DGP Dilbagh Singh) ने बृहस्पतिवार को बताया कि साल 2020 में हुए ऑपरेशंस में 225 आतंकियों को ढेर किया गया। इन 225 आतंकियों में 46 टॉप कमांडर भी शामिल हैं।
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के मंसूबों के बारे में डीजीपी दिलबाग सिंह (DGP Dilbagh Singh) ने बृहस्पतिवार को बताया कि साल 2020 में हुए ऑपरेशंस में 225 आतंकियों को ढेर किया गया। इन 225 आतंकियों में 46 टॉप कमांडर भी शामिल हैं। डीजीपी दिलबाग सिंह ने पाकिस्तान की नापाक हरकतों का खुलासा करते हुए कहा कि नए और पुराने सभी आतंकी संगठनों का आका पाकिस्तान (Pakistan) है।
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जम्मू में आतंकियों की मौजूदगी
ऐसे में जम्मू-कश्मीर डीजीपी दिलबाग सिंह ने जम्मू में आतंकियों की मौजूदगी के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि जम्मू में सिर्फ तीन आतंकी सक्रिय हैं, ये तीनों ही आतंकी किश्तवाड़ में हैं। दिलबाग सिंह ने कहा कि इन तीनों के अलावा कुछ स्लीपिंग सेल्स भी सक्रिय हैं जिन पर नजर रखी जा रही है।
डीजीपी दिलबाग सिंह ने बताया कि साल 2020 काफी हद तक कम गहमागहमी भरा रहा। साथ ही उन्होंने साल की सबसे बड़ी उपलब्धि डीडीसी चुनावों को बताया। उन्होंने इस बारे में कहा कि यह उपलब्धि इसलिए भी है क्योंकि पाकिस्तान लगातार इसके खिलाफ साजिश रचता रहा है। और इतना ही नहीं पुंछ सहित कई जगहों पर चुनाव में खलल डालने की कोशिश भी गई।
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225 आतंकी 46 टॉप कमांडर मारे गए
डीजीपी दिलबाग ने साल 2020 में हुए ऑपरेशंस की जानकारी देते हुए कहा कि कुल 100 ऑपरेशन हुए, जिसमें कि 90 कश्मीर में हुए। इन ऑपरेशंस में कुल 225 आतंकी मारे गए, इनमें 46 टॉप कमांडर भी शामिल हैं। आगे उन्होंने कहा कि हर तंजीम का टॉप कमांडर मारा गया है। इनके पास के भारी मात्रा में हथियार, गोला और बारूद भी पकड़ा गया है।
वहीं डीजीपी ने जानकारी दी कि इस साल आतंकियों से लोहा लेते हुए पुलिस के 16 और अर्धसैनिक बलों के 44 जवान शहीद भी हुए हैं। उन्होंने बताया कि आतंकी घटनाओं में 38 आम लोग भी मारे गए हैं।
दुश्मन देश पाकिस्तान की नापाक कायराना हरकतों के बारे में दिलबाग सिंह ने बताया कि पाकिस्तान की तरफ से सीज़फायर उल्लंघन बढ़े हैं। इसकी आड़ में घुसपैठ कराने की कोशिश होती है, हालांकि भारतीय सुरक्षाबलों की सक्रियता के चलते इस घुसपैठ में कमी आई है। इस साल ड्रोन की मदद से हथियार और पैसे भेजने की घटनाएं भी सामने आई हैं और कुछ जगहों पर नशे की खेप भी भेजी गई है।
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