JK Election 2024: जम्मू-कश्मीर में तीसरा चरण सबसे अहम, 40 सीटों के मतदाता करेंगे सरकार का फैसला

JK Election 2024: इस चरण में पूर्व उपमुख्यमंत्री तारा चंद (कांग्रेस) और मुजफ्फर बेग सहित 415 उम्मीदवारों की किस्मत दांव पर लगी हुई है।

Written By :  Anshuman Tiwari
Update:2024-09-30 12:06 IST

Jammu Kashmir Elections  (photo: social media )

JK Election 2024: जम्मू-कश्मीर में दो चरणों के मतदान के बाद अब सबकी निगाहें मंगलवार को होने वाले तीसरे चरण के मतदान पर टिकी हुई हैं। तीसरे और आखिरी चरण की 40 विधानसभा सीटों पर रविवार की शाम चुनावी शोर थम चुका है और अब मतदाताओं के फैसले की घड़ी नजदीक आ गई है।

तीसरे चरण की 40 विधानसभा सीटों को काफी अहम माना जा रहा है। भाजपा और कांग्रेस सहित सभी दलों की निगाहें तीसरे चरण की सीटों पर लगी हुई है क्योंकि माना जा रहा है कि इसी चरण में इस बात का फैसला होगा कि जम्मू-कश्मीर में किसकी सरकार बनेगी।

सात जिलों की 40 सीटों पर होगा मतदान

तीसरे और आखिरी चरण में कुल सात जिलों में वोटिंग होनी है। इस अहम चरण में जम्मू संभाग के जम्मू, उधमपुर, सांबा व कठुआ तथा कश्मीर संभाग के बारामूला, बांदीपोरा और कुपवाड़ा की कुल 40 सीटों के लिए मतदान होगा। इस चरण में पूर्व उपमुख्यमंत्री तारा चंद (कांग्रेस) और मुजफ्फर बेग सहित 415 उम्मीदवारों की किस्मत दांव पर लगी हुई है। तीसरे चरण में जम्मू-कश्मीर के 5060 पोलिंग स्टेशनों पर 39 लाख मतदाता प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला करेंगे।

जम्मू-कश्मीर में इससे पहले 18 और 25 सितंबर को पहले और दूसरे चरण का मतदान हुआ था। तीसरे चरण के मतदान में पाकिस्तान बॉर्डर के आसपास के इलाकों में कड़े सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं। पहले दो चरणों के मतदान में मतदाताओं ने काफी उत्साह दिखाया है और ऐसे में तीसरे चरण में भी अच्छी वोटिंग होने का अनुमान लगाया जा रहा है।

तीसरा चरण माना जा रहा काफी अहम

जम्मू संभाग की जिन सीटों पर कल मतदान होने वाला है,उनमें से अधिकांश सीटों पर भाजपा और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला हो रहा है। कांग्रेस ने नेशनल कान्फ्रेंस के साथ गठबंधन कर रखा है मगर जम्मू में कुछ ही सीटों पर नेशनल कान्फ्रेंस चुनाव लड़ रही है। कश्मीर घाटी के अधिकांश सीटों पर त्रिकोणीय या बहुकोणीय मुकाबला दिख रहा है।

लोकसभा चुनाव के दौरान बारामूला सीट पर नेशनल कान्फ्रेंस के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला को हराने वाले इंजीनियर राशिद ने भी घाटी की सीटों पर पूरी ताकत लगा रखी है। सियासी जानकारों का मानना है कि तीसरे चरण का मतदान इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि दोनों राष्ट्रीय दलों भाजपा और कांग्रेस का भविष्य इसी चरण पर टिका हुआ है।

भाजपा और कांग्रेस ने लगाई पूरी ताकत

तीसरे चरण के मतदान वाली सीटों पर भाजपा और कांग्रेस दोनों दलों ने पूरी ताकत लगाई है। भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत पार्टी के दिग्गज नेताओं ने जनसभाओं के जरिए भाजपा प्रत्याशियों की चुनावी संभावनाओं को मजबूत बनाने का प्रयास किया है।

दूसरी ओर कांग्रेस की ओर से पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी समेत पार्टी के राज्य स्तरीय नेताओं ने भी पूरी ताकत लगाई है। एक चुनावी सभा के दौरान खड़गे बीमार भी हो गए थे। प्रियंका गांधी ने इस बार के चुनाव में सिर्फ एक जनसभा और वह भी तीसरे चरण के लिए की है।

सीटों पर क्या बन रहा है सियासी समीकरण

जम्मू-कश्मीर में अभी तक दो चरणों के मतदान में 50 सीटों पर वोटिंग का काम पूरा हो चुका है। जम्मू-कश्मीर में विधानसभा की 114 सीटें हैं जिनमें 90 सीटों पर चुनाव कराया जा रहा है। 24 सीटें पाक अधिकृत जम्मू-कश्मीर के लिए रिक्त छोड़ी गई हैं। जम्मू संभाग के जिन चार जिलों जम्मू,ऊधमपुर सांबा और कठुआ में तीसरे चरण में मतदान होने वाला है,वे सभी जिले हिंदू बहुल हैं।

ऐसे में तीसरा चरण भाजपा के लिए काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। भाजपा को तीसरे चरण की सीटों से ही सबसे ज्यादा उम्मीदें हैं। 2014 के विधानसभा चुनाव के दौरान इन जिलों में सिर्फ 20 सीटें थीं और इनमें से 18 सीटों पर भाजपा को जीत मिली थी। इन जिलों में कांग्रेस का खाता नहीं खुल सका था।

ऐसे में कांग्रेस भी इस बार इन जिलों में भाजपा को चुनौती देने की कोशिश में जुटी हुई है। कश्मीर के तीन जिलों बारामूला,बांदीपोरा और कुपवाड़ा में नेशनल कान्फ्रेंस और पीडीपी के साथ इंजीनियर राशिद भी अपनी ताकत दिखाने की कोशिश में जुटे हुए हैं।

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