Jharkhand Politics: झारखंड विधानसभा में शक्ति परीक्षण आज, CM चंपई सोरेन साबित करेंगे बहुमत, क्या है नंबर गेम
Jharkhand Politics: पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को आज विश्वासमत परीक्षण में हिस्सा लेंगे और इसके लिए उन्हें अदालत से अनुमति दी जा चुकी है।
Jharkhand Politics: झारखंड की सियासत के लिए आज का दिन काफी अहम माना जा रहा है। हेमंत सोरेन के इस्तीफे के बाद राज्य के नए मुख्यमंत्री बने चंपई सोरेन आज विधानसभा में अपना बहुमत साबित करेंगे। चंपई सीरेन ने 2 फरवरी को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। उनके शपथ ग्रहण के बाद विधायकों में टूट बचाने के लिए सत्ता पक्ष ने राज्य के 35 विधायकों को हैदराबाद के रिजॉर्ट में भेज दिया था।
इन विधायकों की रविवार को रांची वापसी हुई और इन सभी विधायकों को सर्किट हाउस में ठहराया गया है। पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को आज विश्वासमत परीक्षण में हिस्सा लेंगे और इसके लिए उन्हें अदालत से अनुमति दी जा चुकी है।
क्या है विधानसभा का गणित
झारखंड विधानसभा में सदस्यों की कुल संख्या 81 है। इनमे से एक सीट गांडेय फिलहाल खाली है। इस विधानसभा क्षेत्र में झामुमो के सरफराज अहमद ने जीत हासिल की थी मगर उन्होंने इस्तीफा दे दिया था। अब 80 विधायकों में से 48 (स्पीकर सहित) सत्ता पक्ष के समर्थन में बताए जा रहे हैं। दूसरी ओर विपक्षी खेमे में विधायकों की संख्या 32 है।
सत्ता पक्ष की बात करें तो झामुमो के 29, कांग्रेस के 17 और राजद का एक विधायक हैं। भाकपा माले ने भी सरकार को समर्थन दिया है। अगर निर्दलीय विधायकों ने भी सरकार के समर्थन में वोटिंग की, तो चंपई सोरेन 49 वोटों के साथ बहुमत साबित कर सकते हैं। हालांकि निर्दलीय विधायकों के सरकार को समर्थन देने की उम्मीद नहीं है।
कोई जोखिम नहीं लेना चाहता सत्ता पक्ष
सीएम के रूप में चंपई सोरेन के के 2 फरवरी को शपथ लेने के बाद उन्हें विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए 10 दिनों का समय दिया गया था। राजभवन ने उन्हें 10 दिनों के भीतर अपना बहुमत साबित करने का निर्देश दिया था। हालांकि सत्तारूढ़ गठबंधन के नेता आलमगीर आलम ने कहा था कि सरकार पांच फरवरी को ही विशेष सत्र के दौरान बहुमत साबित कर देगी। उन्होंने कहा था कि हम इस अवधि के दौरान कोई जोखिम नहीं ले सकते, क्योंकि भाजपा हमारे विधायकों से संपर्क करके उन्हें तोड़ने की कोशिश कर सकती है।
इस बीच पिछले कुछ दिनों से पार्टी से नाराज चल रहे और हेमंत सोरेन के विरोध में बयान दे रहे झामुमो विधायक लोबिन हेम्ब्रम ने भी सरकार को समर्थन देने की घोषणा की। उन्होंने रविवार को रांची में झामुमो प्रमुख शिबू सोरेन से भी मुलाकात की। कांग्रेस और झामुमो ने अपने-अपने विधायकों के लिए वोटिंग को लेकर व्हिप जारी किया है। बहुमत साबित करने के लिए सत्ता पक्ष की ओर से मुकम्मल इंतजाम किए गए हैं।
हेमंत सोरेन पर भ्रष्टाचार का आरोप
झारखंड में शक्ति परीक्षण पर राज्य के विपक्ष के नेता अमर कुमार बाउरी ने कहा कि हेमंत सोरेन ने जो वादे किए थे, उन्हें पूरा करने के बजाय भ्रष्टाचार को प्राथमिकता दी। उन्होंने हेमंत सोरेन सरकार पर भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का बड़ा आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि नए मुख्यमंत्री चंपई सोरेन उन वादों को पूरा करेंगे जिनके लिए उन्होंने वादा किया था।
झामुमो और कांग्रेस विधायक अभी भी हिरासत में हैं। आज विधानसभा में हम जानना चाहते हैं कि उनकी अंतरात्मा क्या कहेगी। उन्होंने कहा कि सट्टा रोड पक्ष के विधायकों को अपनी अंतरात्मा की आवाज पर बहुमत परीक्षण में मतदान करना चाहिए।
इस बीच प्रदेश बीजेपी प्रवक्ता प्रतुल शाह ने कहा कि विश्वास प्रस्ताव का नतीजा जो भी हो, एक बात साफ है कि झारखंड हार गया है। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने झारखंड को अपमानित किया जाना शर्मनाक है और ऐसा नहीं किया जाना चाहिए था।