Jharkhand Politics: झामुमो विधायक के इस्तीफे के बाद झारखंड में सियासी हलचल तेज, हेमंत की गर्दन फंसी तो कल्पना सोरेन को बनाया जा सकता है CM

Jharkhand Politics: गांडेय विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीतने वाले सरफराज अहमद ने इस्तीफा देने के पीछे निजी कारणों का हवाला दिया है मगर इसका सियासी मतलब निकाला जा रहा है।

Written By :  Anshuman Tiwari
Update:2024-01-02 08:41 IST

Jharkhand Politics (photo: social media )

Jharkhand Politics: झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के विधायक सरफराज अहमद के विधायकी से इस्तीफा देने के बाद राज्य में सियासी हलचल तेज हो गई है। अहमद की ओर से अचानक दिए गए इस्तीफे की भनक पार्टी के वरिष्ठ नेताओं तक को नहीं लगी। गांडेय विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीतने वाले सरफराज अहमद ने इस्तीफा देने के पीछे निजी कारणों का हवाला दिया है मगर इसका सियासी मतलब निकाला जा रहा है।

राज्य के सियासी हल्कों में चर्चा है कि अब गांडैय विधानसभा क्षेत्र से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन चुनावी अखाड़े में उतर सकती हैं। जानकारों के मुताबिक ईडी की जांच में मुख्यमंत्री सोरेन की भी गर्दन फंसी तो फिर कल्पना सोरेन को मुख्यमंत्री बनाए जाने की तैयारी है।

सरफराज की नाराजगी की अफवाह में दम नहीं

सरफराज अहमद की ओर से विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दिए जाने के बाद झामुमो का बयान भी सामने आया है। पार्टी के केंद्रीय महासचिव विनोद पांडे ने कहा कि इस्तीफे की जानकारी पार्टी को मिली है। हालांकि इस्तीफे के कारणों के संबंध में सरफराज अहमद ही बेहतर तरीके से बता सकते हैं।

उन्होंने कहा कि मौजूदा राजनीतिक स्थिति पर पार्टी की गहरी नजर है और हम अपनी रणनीति के हिसाब से आगे बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि सरफराज अहमद की पार्टी से नाराजगी जैसी अफवाहों में तनिक भी दम नहीं है।

रणनीति के तहत दिलाया इस्तीफा

झामुमो विधायक के इस्तीफे को पार्टी की सोची समझी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है। दरअसल मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ईडी की जांच में फंसे हुए हैं। सत्ताधारी दल से जुड़े हुए सूत्रों का कहना है कि ईडी की जांच या राजभवन की ओर से हेमंत सोरेन के खिलाफ कोई कार्रवाई की गई तो ऐसी स्थिति में मुख्यमंत्री पद संभालने के लिए हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन को आगे किया जा सकता है।

कुछ दिनों पूर्व हेमंत सोरेन के साथ कल्पना सोरेन भी अचानक विधानसभा पहुंची थीं और इसके बाद से ही राज्य में अटकलों का बाजार गरम हो गया था। सियासी जानकारों ने इसे बदलाव का बड़ा संकेत बताया था। हालांकि हेमंत सोरेन के बाद झामुमो में मुख्यमंत्री पद की कमान संभालने के लिए जोबा मांझी, चंपई सोरेन और सविता महतो के नाम की भी चर्चा है मगर कल्पना सोरेन की दावेदारी को सबसे मजबूत माना जा रहा है।

कल्पना सोरेन को लड़ाया जा सकता है चुनाव

जानकारों का कहना है कि कल्पना सोरेन को खाली हुई विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ाया जा सकता है। हालांकि यह सबकुछ ईडी की ओर से हेमंत सोरेन से होने वाली पूछताछ को लेकर अगली कार्रवाई पर निर्भर करेगा। वैसे झामुमो ने पहले से ही रणनीति बनानी शुरू कर दी है।

इसी रणनीति के तहत सरफराज अहमद की ओर से इस्तीफा दिलाए जाने की बात कही जा रही है। विधानसभा अध्यक्ष रविंद्र नाथ महतो ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है और इस बाबत अधिसूचना भी जारी कर दी गई है।

अचानक इस्तीफे से हर कोई रह गया हैरान

सरफराज अहमद ने इस्तीफा देने का कदम इतना अचानक उठाया कि इसके बारे में झामुमो के बड़े नेताओं तक को खबर नहीं लग सकी। राज्य में झामुमो के सहयोगी दल कांग्रेस के नेता भी इस कदम को लेकर हैरान रह गए। जानकारों का कहना है कि सरफराज अहमद को आगे चलकर गिरिडीह लोकसभा क्षेत्र से चुनावी अखाड़े में उतारा जा सकता है। कुछ लोग उन्हें राज्यसभा भेजे जाने की बात भी कह रहे हैं। सरफराज अहमद पूर्व में गिरिडीह लोकसभा क्षेत्र से सांसद भी रह चुके हैं।

भाजपा सांसद ने भी किया इशारा

सरफराज अहमद के इस्तीफे के बाद गोड्डा से बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने भी राज्य में बड़े सियासी बदलाव की ओर इशारा किया है। उन्होंने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा, झारखंड के गांडेय विधायक सरफराज अहमद ने विधानसभा से इस्तीफा दिया, इस्तीफा स्वीकार हुआ। हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देंगे, झारखंड की अगली मुख्यमंत्री उनकी पत्नी कल्पना सोरेन होंगी। नया साल सोरेन परिवार के लिए कष्टदायक होगा।

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