रेप का राज्य: रोजाना होती हैं 5 दुष्कर्म की वारदातें, बलात्कारियों को नहीं किसी का खौफ

महागठबंधन की सरकार केवल ट्रांसफर-पोस्टिंग में लगी हुई है। अपराधियों को सरकार का मौन समर्थन प्राप्त है। ऐसे में  अपराध और अपराधी बेकाबू हो गए हैं।

Update: 2020-10-09 15:06 GMT
महागठबंधन की सरकार केवल ट्रांसफर-पोस्टिंग में लगी हुई है।

रांची: उत्तरप्रदेश में दलित लड़की के साथ गैंगरेप की वारदात के बाद झारखंड में भी बलात्कार की घटनाओं को लेकर राजनीति शुरू हो गई है। प्रदेश बीजेपी ने आंकड़े जारी करते हुए कहा है कि, हेमंत सोरेन के शासन में हर दिन औसतन 05 दुष्कर्म की वारदात हो रही है। राज्य सरकार हथरस की घटना को तूल देने में लगी है जबकि, राज्य में महिलाओं की स्थिति को लेकर हाईकोर्ट को संज्ञान लेना पड़ रहा है। लिहाज़ा, झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार राज्य की जनता से सार्वजनिक तौर पर माफ़ी मांगे।

यूपीए सरकार में आपराधिक घटनाओं में बढ़ोतरी

 

प्रदेश भाजपा ने जो आंकड़े जुटाए हैं उसकी मानें तो पिछले 07 महीनों में 161 दहेज़ हत्या के साथ ही 16 डायन-बिसाही के मामले में हत्या की वारदात हुई है। भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी की मानें तो हेमंत सोरेन सरकार में दुष्कर्म, उग्रवाद, हत्या, डकैती और चोरी के मामले बढ़े हैं। महागठबंधन की सरकार केवल ट्रांसफर-पोस्टिंग में लगी हुई है। अपराधियों को सरकार का मौन समर्थन प्राप्त है। ऐसे में अपराध और अपराधी बेकाबू हो गए हैं।

सोशल मीडिया से

अपराध और अपराधी बेकाबू, गहरी निद्रा में सरकार

 

झारखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश कहते हैं कि, राज्य में दुष्कर्म की बढ़ती घटनाओं को लेकर सरकार माफी मांगे। प्रदेश में क़ानून-व्यवस्था की स्थिति बद से बदतर हो गई है। गठबंधन की सरकार में भ्रष्टाचार बढ़ा है। सरकार ट्रांसफर-पोस्टिंग में लगी हुई है। दुष्कर्म के मामलों में हाईकोर्ट को संज्ञान लेना पड़ रहा है।

 

दुष्कर्म को लेकर भाजपा के आंकड़े

प्रदेश भाजपा के आंकड़ों की मानें तो 213 दिन में 1033 दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया गया है। हरदिन औसतन 05 बलात्कार की घटनाएं हुई हैं। जनवरी में 151, फरवरी में 142, मार्च में 150, अप्रैल में 104, मई में 169, जून में 176 और जुलाई में 141 दुष्कर्म के मामले सामने आए हैं।

 

झारखंड हाईकोर्ट की तल्ख़ टिप्पणी

 

30 मार्च को गिरिडीह ज़िला में 15 साल की नाबालिग को दुष्कर्म के बाद ज़िंदा जला दिया गया था। इस मामले में पुलिसिया जांच को लेकर गंभीर सवाल खड़े हुए थे। भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी कहते हैं कि, इस मामले को लेकर हाईकोर्ट को संज्ञान लेना पड़ा है। भाजपा ने पहले ही पूरे मामले की जांच की मांग की थी लेकिन राज्य सरकार ने दरकिनार कर दिया। अब हाईकोर्ट को खुद संज्ञान लेना पड़ा है। बाबूलाल की मानें तो पुलिस-प्रशासन आरोपियों को बचाने में लगी है।

सोशल मीडिया से

दुष्कर्म की बढ़ती घटनाओं पर भाजपा हमलावर

 

भाजपा की प्रदेश भाजपा प्रवक्ता मिस्फिका हसन दुष्कर्म की घटनाओं को लेकर राज्य सरकार पर हमलावर रही हैं। मिस्फिका की मानें तो कांग्रेस शासित राज्यों छत्तीसगढ़, राजस्थान और झारखंड में महिला प्रताड़ना और दुष्कर्म की घटनाएं रोज़ घट रही हैं। पार्टी ने आरोप लगाया कि, बलात्कार की बढ़ती घटनाओं की वजह से राज्यपाल को हस्तक्षेप करना पड़ा है।

 

रांची से शाहनवाज़ की रिपोर्ट।

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