नई दिल्ली: जब बात होती है जॉब्स सर्च करने की तो अधिकतर कैंडिडेट सोचते हैं कि कन्सल्टेंट के साथ रेज्यूमे शेयर करना ही काफी होता है। इसके बाद वे इंटरव्यू कॉल का इंतजार करते रह जाते हैं, लेकिन यह ठीक नहीं होता है। कंसल्टेंट कस्टमर के लिए काम करता है। इसके लिए उसे भुगतान किया जाता है। कंसल्टेंट एम्प्लॉयर को जवाबदेह होता है, आपको नहीं। जब भी कोई रेज्यूमे कंसल्टेंट के साथ शेयर किया जाता है तो वह उसके डाटा बैंक में चला जाता है।
आपके प्रोफाइल से मेल खाती हुई कोई वेकेंसी तुरंत मिलने की संभावना कम होती है। अगर बाद में वेकेंसी निकलती है तो कंसल्टेंट सबके साथ आपका रेज्यूमे भी लगा देता है, लेकिन आप अगर जॉब ढूंढ़ रहे हैं तो और भी बातों पर ध्यान देने की जरूरत रहती है। आपको एम्प्लॉयर तक पहुंचने के अपने प्रयासों में इजाफा करना चाहिए।
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प्रोफेशनल नेटवक्र्स और जॉब पोर्टल्स पर अपना प्रोफाइल जरूर शेयर करना चाहिए। तभी अच्छा जॉब मिल पाएगा। जानते हैं कि कैसे आप खुद प्रयास कर अच्छा और जल्दी जॉब्स पा सकते हैं।
सही व्यवहार करें : कई फ्रेश ग्रेजुएट्स सेलेक्शन प्रोसेस के दौरान सही तरह से व्यवहार नहीं करते है। इसका भी असर आपके जॉब्स पर पड़ता है। कुछ समय पर फोन नहीं उठाते तो कुछ देर से इंटरव्यू के लिए पहुंचते हैं। एम्प्लॉयर ऐसा कैंडिडेट चुनना चाहता है जो विनम्र रहने के साथ सबका सम्मान करता है। एम्प्लॉयर के साथ अच्छे से पेश आना चाहिए। सही व्यवहार से आपके चुने जाने की संभावना बढ़ जाती है। अच्छे जॉब के लिए आपका व्यवहार भी सही होना चाहिए।
उपलब्धियों पर फोकस करें : जॉब्स एक्सपर्ट की मानें तो अक्सर कैंडिडेट दो तरह से गलत बात कहते हैं। कई कैंडिडेट रेज्यूमे में उपलब्धियों के बजाय जॉब डिस्क्रिप्शन बताते हैं। रेज्यूमे में उपलब्धियों पर फोकस करना चाहिए। कई कैंडिडेट इंटरव्यू में सिर्फ यह बताते हैं कि वे अपना क्या रोल चाहते हैं। इसके बजाय आपको फर्म की चुनौतियों और उनके समाधान पर बात करनी चाहिए। आपको रेज्यूमे में गलत बातों को लिखने से बचना चाहिए। इससे फायदा की जगह नुकसान हो सकता है।
बड़ा नेटवर्क बनाएं : कुछ लोगों को लगता है कि उनका सीमित दायरा ही उनके लिए सही है, लेकिन यह गलत है। लोगों का एक मजबूत नेटवर्क तैयार न करना बड़ी गलती हो सकती है। ज्यादातर नौकरियां रेफरेंस और उन लोगों के माध्यम से भरी जाती हैं, जिन्हें आप जानते हैं। नेटवॄकग की शुरुआत नौकरी की जरूरत से पहले ही कर दें। आप जितना ज्यादा लोगों से मिलेंगे और उनकी मदद करेंगे, आपका नेटवर्क भी उतना ही मजबूत होगा। इसके अलावा भी आप भविष्य में बड़ा आदमी बनना चाहते हैं तो आपको बड़ा नेटवर्क चाहिए। इसके लिए भी प्रयास करें।
सही व्यक्ति को करें ईमेल्स : जॉब सर्च करने वाले अभ्यर्थी हर संभावित ईमेल पर अपना रेज्यूमे भेज देते हैं। ढेरों ईमेल्स भेजकर उन्हें लगता है कि नौकरी मिलने की संभावना बढ़ जाएगी। हायरिंग का फैसला लेने वाले सीनियर मैनेजर्स ऐसे ईमेल्स को जंक की तरह ट्रीट करते हैं। यह अप्रोच जॉब सर्च में समय खराब करने की तरह है।
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इसके बजाय टारगेट बनाकर ईमेल और रेज्यूमे भेजना चाहिए। इसके लिए आपको संबंधित व्यक्ति से कम्युनिकेशन भी करना चाहिए। इस तरह आप खास जरुरत के लिए अपनी योग्यताओं के अनुरूप रेज्यूमे भेज सकते हैं। इसलिए पहले सही व्यक्ति का पता करें और उसे ही मेल करें। कभी हिम्मत न हारें : अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए एक प्लान बनाएं और संसाधनों व समय के मुताबिक उसे पूरा करें। आपको अपनी प्राथमिकताएं पता होनी चाहिए। आपको इंडस्ट्री से जुड़े महत्वपूर्ण लोगों से मिलना चाहिए और उनसे जुडऩा चाहिए। अगर आप हिम्मत हार जाते हैं तो समझ लीजिए कि विफलता की तैयारी कर रहे हैं। अगर आप जॉब सर्च करते हैं तो हार मानने की गलती न करें। इससे नुकसान हो सकता है।
रेस्पॉन्स का लंबे समय तक इंतजार करने से आत्मविश्वास कम होता है। इसलिए अपने मौजूदा काम और इंटरव्यू की तैयारी में जुटे रहें। समय के साथ खुद को मजबूत बनाते जाएं, तभी आपको सफलता मिलेगी। इसके बाद भी आपको जॉब नहीं मिलती है तो अपना प्रयास जारी रखें और अपनी स्किल को बढ़ाते रहें।