Joe Biden in G20: US राष्ट्रपति के साथ हमेशा रहता है न्यूक्लियर मिसाइल लॉन्च करने वाला ये खतरनाक ब्रीफकेस, जाने विस्तार से

Joe Biden in G20: राष्ट्रपति के साथ चलने वाला ब्लैक कलर का ब्रीफकेस कोई साधारण ब्रीफकेस नहीं होता बल्कि इसमें एक जगह से दुनियां के किसी भी कोने में न्यूक्लियर अटैक कर सकता है। यही वजह कि इसे न्यूक्लियर मिसाइल लॉन्च करने वाला ब्रीफकेस कहा जाता है।

Written By :  Jyotsna Singh
Update:2023-09-09 20:01 IST

joe biden Security (Photo-Social Media)

Joe Biden in G20: जी 20 शिखर सम्मेलन की तैयारियों की बात करें तो अब अब इस विशाल आयोजन के आरंभ के साथ ही सारी तैयारियां और बंदोबस्त अब चाक चौबंद हैं । लंबे समय से इस सम्मेलन के इंतजार के बाद अब इस भव्य आयोजन का आगाज हो रहा है। दुनियां के शीर्ष नेतागण धीरे-धीरे अपने तय समय से इस सम्मेलन का हिस्सा बनने के लिए पधार चुके हैं। इसी क्रम में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन दिल्ली में जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन में हिस्सा बनने के लिए पहुंच चुके हैं। सबसे ज्यादा गौर करने की बात है, बाइडेन सम्मेलन के दौरान आने जाने के लिए अपनी सुपर लग्जरी कार कैडिलैक 'द बीस्ट' में यात्रा करेंगे। अब 9 और 10 सितंबर ये दो दिन दिल्ली में काफी हलचल और खास तरह की रौनकों से भरे रहने वाले हैं। वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की सुरक्षा व्यवस्था की बात करें तो इसको भी कई परतों में जाकर एक टाइट सिक्योरिटी की व्यवस्था का इंतजाम किया गया है। जिसके लिए स्पेशल ट्रेंड फोर्स को तैनात किया गया है। इसी क्रम में अमेरिकन प्रेसिडेंट खुद की सुरक्षा के लिए सिक्रेट एजेंट्स उनके चारो ओर तैनात रहते हैं। साथ ही आपने इस बात पर भी गौर किया होगा कि ये एजेंट्स टाइट सिक्योरिटी के साथ लोगों पर इतनी पैनी नजर रखते हैं, इतनी कि अपनी पलक भी नहीं झपकते देते हैं। प्रेसीडेंट की सुरक्षा में लगे सिक्रेट एजेंट्स हाथ में जो ब्लैक कलर का ब्रीफकेस लेकर चलते हैं। क्या आपको पता है ये ब्लैक कलर का ब्रीफकेस कोई साधारण ब्रीफकेस नहीं होता बल्कि इसमें एक जगह से दुनियां के किसी भी कोने में न्यूक्लियर अटैक कर सकता है। यही वजह कि इसे न्यूक्लियर मिसाइल लॉन्च करने वाला ब्रीफकेस कहा जाता है।

न्यूक्लियर मिसाइल लॉन्चर साथ रखने के पीछे क्या है वजह

प्रेसीडेंट की सुरक्षा में लगे एजेंट्स हाथ में जो ब्लैक कलर का ब्रीफकेस लेकर चलते उसको साथ लेकर चलने के पीछे भी एक बड़ी वजह है। असल में अमेरिका ने अब तक राष्ट्रपतियों की हत्या जैसे हादसे को बर्दाश्त किया है। वो भी तब जब यूएस दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश के तौर पर अपनी पहचान रखता है। ऐसे में उस देश के मौजूदा प्रेसिडेंट पर किसी तरह की हिंसक घटना की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए प्रेसिडेंट की सुरक्षा में खास सतर्कता रखी जाती है। प्रेसिडेंट सुरक्षा व्यवस्था में शामिल ब्लैक कलर के ब्रीफकेस में न्यूक्लियर मिसाइल लॉन्च करने का एक्सेस होता है। यात्रा के दौरान यदि कभी विद्रोही स्थिति सामने आ जाती है कि दुनियां के किसी कोने पर परमाणु हमला करने की जरूरत पड़ गई और प्रेसीडेंट किसी देश की यात्रा पर हो तो वह वहीं से परमाणु हमले का आदेश दे सकते हैं। यही वजह है 1901 से सीक्रेट सर्विस के एजेंट्स प्रेसीडेंट की सुरक्षा की जिम्मेदारी को निभा रहें हैं। यह एजेंट्स एडवांस टेक्नोलॉजी के साथ खास तरीके से ट्रेंड किए गए होते हैं। जो कि प्रेसीडेंट के विदेश दौरे पर ब्लैक कलर का ब्रीफकेस हमेशा अपने साथ रखते हैं।

बाइडेन को दी गई थ्री लेयर सेफ्टी

अमेरिकन प्रेसिडेंट जो बाइडेन के जी 20 सम्मेलन में शिरकत के दौरान राजधानी दिल्ली के लिए तीन स्तरीय सुरक्षा की व्यवस्था की गई है। इसी के साथ ही बाइडेन और अन्य अमेरिकी प्रतिनिधि आईटीसी मौर्या शेरेटन होटल में रुकेंगे। इस होटल के करीब 400 कमरे बाइडेन के लिए बुक किए गए हैं। जहां कर्मचारियों की सघन जांच की जाएगी, और जो लोग 14वीं मंजिल पर जाएंगे, जहां बाइडेन ठहरेंगे। उन्हें विशेष एक्सेस कार्ड सौंपे जाएंगे। 14 वीं मंजिल तक पहुंचने के लिए विशेष लिफ्ट की भी व्यवस्था की जाएगी।

वहीं प्रेसिडेंट की तीन स्तरीय सुरक्षा की व्यवस्था के तहत सबसे बाहरी परत में अर्धसैनिक बल के जवान होंगे, दूसरी परत में भारत के विशेष सुरक्षा समूह के कमांडो होंगे और सबसे भीतरी घेरे में सीक्रेट सर्विस एजेंट होंगे।

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