लखनऊ: शिया धर्मगुरु व मजलिस-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना कल्बे जव्वाद नकवी ने ईरान की संसद और देश के पूर्व सर्वोच्च धार्मिक नेता अयातुल्लाह खोमैनी के मकबरे पर बुधवार को हुए हमले पर दुख जताया।
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उन्होंने कहा, "दुनिया में एकमात्र ईरान ऐसा इस्लामी देश है, जहां आतंकवादी हमलों पर सरकार का पूरा नियंत्रण था। लेकिन, अमेरिका और इजरायल की गुलामी करने वाले मुसलमान देशों के समर्थन के बाद अब ईरान को भी आतंकवाद की आग में जलाने की कोशिश हो रही है।"
मौलाना ने कहा, "अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सऊदी अरब दौरे और इस्लामी देशों के साथ उनकी बातचीत का उद्देश्य ईरान के खिलाफ तथाकथित इस्लामी सरकारों को एकजुट करना था। ट्रंप के सऊदी अरब दौरे के बाद ईरान में आतंकवादी हमले का होना बताता है कि आतंकवाद का पूरा नेटवर्क अमेरिका, इजरायल और सऊदी अरब के सहयोग से चलता है।"
उन्होंने कहा कि इस्लाम दुश्मन शक्तियों की निगाह अब ईरान पर है।