लखनऊ: शिया मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना कल्बे जवाद नकवी ने कहा कि रमजान के मुबारक महीने में मुसलमान ही मुसलमान का कत्ल कर रहा है। यह निंदनीय और दुखद है। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में विस्फोट हो रहे हैं और यमन और बहरीन में 'मुसलमानों का नरसंहार' किया जा रहा है।
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शिया धर्म गुरु ने कहा कि बहरीन में शासक आले खलीफा ने शिया धार्मिक नेता अयातुल्ला शेख ईसा कासिम को नजरबंद कर रखा है। उन्होंने आरोप लगाया कि शेख के साथ उनके समर्थकों पर भी अत्याचार किया जा रहा है जिसके जिसके परिणाम अच्छे नहीं होंगे। मौलाना ने कहा कि आले खलीफा, इस्लामिक स्टेट, तालिबान और अलकायदा का एक ही जन्मदाता है, जिसका नाम इजराइल है। आज भी वही इन शक्तियों को बढ़ावा दे रहा है।
मौलाना ने माह-ए-रमजान की अजमत बताते हुए कहा कि रमजान में रोजेदार अल्लाह का मेहमान होता है, इस महीने में मेहमानदारी की सारी जिम्मेदारी अल्लाह पर होती है। मगर हम देखते हैं कि मेजबान ने दुनिया की सभी नेमतों और खाने पीने की चीजों के उपयोग पर पाबंदी लगा दी है। मेहमान होते हुए न हम कुछ खा सकते हैं न ही पी सकते हैं, सब कुछ सामने मौजूद होते हुए भी हैं हम उनसे लाभ नहीं ले सकते, आखिर ये कैसी मेहमाननवाजी है?
मौलाना ने इस बात की व्याख्या करते हुए कहा कि इंसान अपनी वास्तविकता में केवल जिस्म का नाम नहीं है बल्कि आत्मा का नाम है। इंसान का शरीर खत्म हो जाता है मगर आत्मा हमेशा बाकी रहती है, इसलिए अल्लाह शरीर की मेहमाननवाजी का नहीं बल्कि आत्मा की मेहमाननवाजी का प्रबंधन करता है।