मंदिरनुमा केक काटकर विवाद में फंसे कमलनाथ, भाजपा ने बोला हमला, हिंदू धर्म का बताया अपमान

Temple Shaped Cake: वैसे तो कमलनाथ का जन्मदिन 18 नवंबर को पड़ता है मगर उनके छिंदवाड़ा दौरे के दौरान उनके समर्थकों ने पहले ही उनका जन्मदिन मनाने का फैसला किया था।

Report :  Anshuman Tiwari
Update:2022-11-17 13:02 IST

Congress leader Kamal Nath cuts temple shaped cake (Image: Social Media)

Temple Shaped Cake: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ के लिए अपने जन्मदिन पर मंदिरनुमा केक काटना महंगा पड़ता दिख रहा है। भारतीय जनता पार्टी ने इस मुद्दे को लेकर कमलनाथ पर हमले तेज कर दिए हैं। कांग्रेस नेता के इस कदम को भाजपा ने सनातन परंपरा का अपमान बताया है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी इस प्रकरण में कूद पड़े हैं। उन्होंने कांग्रेस और कमलनाथ को मंदिर विरोधी बताते हुए कहा कि देश का हिंदू समुदाय इस तरह का आचरण कभी बर्दाश्त नहीं करेगा। भाजपा के अन्य नेताओं ने भी इसे लेकर कमलनाथ पर हमला बोला है।

वैसे तो कमलनाथ का जन्मदिन 18 नवंबर को पड़ता है मगर उनके छिंदवाड़ा दौरे के दौरान उनके समर्थकों ने पहले ही उनका जन्मदिन मनाने का फैसला किया था। इसी दौरान मंदिरनुमा केक काटा गया था जिसका वीडियो वायरल होने के बाद इसे लेकर खासा विवाद पैदा हो गया है। अभी तक इस मामले में कमलनाथ की प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।

छिंदवाड़ा में मना था कमलनाथ का जन्मदिन

मध्य प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा कांग्रेस को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ती। ऐसे में मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ के केक विवाद के बाद भाजपा ने कमलनाथ की तगड़ी घेरेबंदी की है। पार्टी नेताओं का कहना है कि कमलनाथ ने मंदिर की आकृति वाला केक काटकर सनातन परंपरा का अपमान किया है। भाजपा के कई नेताओं ने वह वीडियो शेयर किया है जिसमें कमलनाथ यह केक काटते हुए दिख रहे हैं और उन्हें घेरे हुए पार्टी कार्यकर्ता जश्न मना रहे हैं।

दरअसल कमलनाथ तीन दिवसीय दौरे के तहत अपने गृह क्षेत्र छिंदवाड़ा पहुंचे थे। इसी दौरान उनके उत्साही समर्थकों की ओर से उनके जन्मदिन से पहले ही कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस आयोजन के दौरान ही कमलनाथ ने केक काटा था जो मंदिर की आकृति वाला था। इस केक पर हनुमान जी की तस्वीर भी लगी हुई थी। कमलनाथ के काटने के बाद इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और भाजपा नेताओं ने इस मुद्दे को लपक लिया है।

शिवराज ने बताया सनातन धर्म का अपमान

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस मुद्दे पर कमलनाथ को घेरते हुए कहा कि उनका भगवान की भक्ति से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा राम मंदिर के मुद्दे का विरोध किया। वोटों का नुकसान होता देखकर पार्टी को हनुमान जी याद आ गए। ऐसे लोगों के मुंह में तो राम हैं मगर बगल में वे छुरी लेकर चल रहे हैं।

उन्होंने मंदिरनुमा केक पर हनुमान जी की तस्वीर बनाए जाने और उसे काटने के कदम को सनातन धर्म का अपमान बताया। उन्होंने कहा कि हिंदू समुदाय से जुड़े हुए लोग ऐसे कदम को कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे।

अमित मालवीय ने भी कमलनाथ को घेरा

भाजपा के आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने भी इस मुद्दे को लेकर कमलनाथ पर हमला बोला है। उन्होंने ट्विटर पर कमलनाथ का केक काटने का वीडियो भी शेयर किया। उन्होंने कहा कि कमलनाथ ने मंदिर के आकार वाले चार मंजिला केक पर चाकू चलाया। इस केक पर भगवा झंडा और हनुमान जी की तस्वीर भी थी।

उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान हनुमान भक्त होने का दावा करने वाले लोग अब देश के करोड़ों हिंदुओं का अपमान करने में जुटे हुए हैं। इस मुद्दे को लेकर भाजपा के अन्य नेता भी कमलनाथ की घेरेबंदी में जुटे हुए हैं। भाजपा नेताओं की ओर से किए जा रहे चौतरफा हमले के बावजूद अभी तक कमलनाथ ने इस मुद्दे पर कोई जवाब नहीं दिया है।

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