कश्मीर पुलिस को बड़ी सफलता, गिरफ्त में आई हिंसा फैलाने वाली आसिया अंद्राबी
श्रीनगरः जम्मू-कश्मीर पुलिस को मंगलवार को बड़ी सफलता मिली है। उसने अलगाववादी नेता और दुख्तरान-ए-मिल्लत की अध्यक्ष आसिया अंद्राबी को गिरफ्तार कर लिया है। आसिया की तलाश पुलिस को बीते दो महीने से थी। आसिया की गिरफ्तारी से कश्मीर घाटी का माहौल सुधरने की उम्मीद है। आसिया लगातार घाटी के युवाओं को भड़काकर हिंसा फैलाने का काम कर रही थी।
कहां से हुई गिरफ्तार?
आसिया को हब्बा कदल के करालखुर्द इलाके से पकड़ा गया। पुलिस उसे अज्ञात जगह ले गई है। पुलिस के मुताबिक आसिया के छिपने की जगह के बारे में पहले भी कई बार जानकारियां मिली थीं, लेकिन वह हर बार पुलिस को चकमा देने में कामयाब हो जाती थी। कश्मीर के डीजीपी के. राजेंद्र ने बताया कि सटीक जानकारी मिलने पर अंद्राबी को पकड़ा गया। उस पर पथराव कराने समेत कई मामले दर्ज हैं।
बुरहान-अफजल की तारीफ की थी
आसिया अंद्राबी युवाओं को भड़काती रही है। साथ ही वह आतंकवादी अफजल गुरु और बुरहान वानी को भी शहादत के लड़के बताती थी। दुख्तरान-ए-मिल्लत की महासचिव नाहिदा नसरीन ने हालांकि दावा किया है कि संगठन की अध्यक्ष की गिरफ्तारी से आंदोलन पर कोई असर नहीं पड़ेगा, लेकिन पुलिस का कहना है कि आसिया के पकड़े जाने से घाटी में हालात सामान्य हो सकेंगे।
हाफिज सईद से है कनेक्शन
आसिया अंद्राबी के लश्कर-ए-तैयबा के सरगना हाफिज सईद से कनेक्शन है। बीते दिनों हाफिज ने लाहौर में अपनी एक रैली में कहा था कि उसकी आसिया से फोन पर बात हुई थी। उस दौरान कश्मीर के हालात को लेकर आसिया रो रही थी। बता दें कि आसिया अंद्राबी एक बार श्रीनगर में रहते हुए हाफिज सईद की रैली को फोन से संबोधित भी कर चुकी है।
आंदोलन में शामिल नहीं हैं आसिया के बेटे
आसिया अंद्राबी भले ही कश्मीर घाटी के युवाओं को भड़काती रही है, लेकिन उसके दोनों बेटों का आंदोलन से कोई लेना-देना नहीं है। उसका बड़ा बेटा मोहम्मद बिन कासिम ऑस्ट्रेलिया में रहकर मेलबर्न यूनिवर्सिटी से एमटेक कर रहा है। वहीं, छोटा बेटा अहमद बिन कासिम इस्लामिक यूनिवर्सिटी ऑफ मलेशिया में पढ़ रहा है।