केरल बाढ़: 5 दिन में सांप काटने के 53 मामले, 100 स्नेक रेस्क्यूअर्स की लगाई गई ड्यूटी
तिरुवनंतपुर: केरल में अब बाढ़ का प्रकोप धीरे-धीरे कम हो रहा है। बाढ़ के कम होते पानी के साथ ही सभी लोग अपने घरों में वापस लौट रहे हैं, जहां पर उन्हें अब सांप का डर सता रहा है। पिछले पांच दिनों से राज्य के अलग-अलग हिस्सों से सांप काटने की कई घटनाएं सामने आ चुकी है। इस स्थिति से निपटने के लिए वाइल्डलाइफ ट्रस्ट ऑफ इंडिया (WTI) ने केरल सहित देश भर से स्नेक रेस्क्यू वॉलंटिअर्स की टीम को बुलाया है। इस मुहिम में केरल का वन विभाग भी शामिल है।
5 दिन में सांप काटने के 53 मामले
अंगमाली के एक प्राइवेट हॉस्पिटल के डाक्टरों ने बताया कि बाढ़ का पानी कम होने के बाद नाग, करैत आदि जहरीले सांप बाढ़ के पानी के साथ जंगल से बहकर लोगों के घरों में आ गये है। उन्होंने वीरान घरों में घरों में अपना डेरा जमा लिया है। जैसे ही उस घर में कोई आदमी वापस वापस लौटता है। ये जहरीले सांप उसे अपना निशाना बना लेते है। 15 से 20 अगस्त के दौरान सांप काटने के 53 मामले सामने आ चुके है। राज्य सरकार के जनसंपर्क विभाग ने इस संबंध में सोशल मीडिया पर अभियान चलाया है।
ब्रैंड न्यू कार के अंदर से मिला अजगर
मलप्पुरम में बसे एक स्नेक रेस्क्यूअर रहमान उप्पूडान ने बताया, 'बहुत अजीब जगहों से सांपों के मिलने की सूचना मिल रही है। सोमवार को एक गाड़ी की शोरुम खुलने पर उसमें से एक ब्रैंड न्यू कार के अंदर से अजगर निकला। उसी दिन एक रेस्त्रां के वर्कर्स को किनारे में कहीं कोबरा दिखा। लोग डर कर बाहर निकल गए और मुझे सूचना मिली तो मैं वहां पहुंचा।'
स्नेक रेस्क्यूअर्स के लिए आधिकारिक तौर पर जारी की गई वेबसाइट-
Snakebiteinitiative.in/kerala
वॉट्सऐप नंबर-
8383947126
7000891715
9447133366
9319165075