केरल सोना तस्करी: मुख्य आरोपी को NIA की हिरासत में भेजा, होगी जांच

जांच एजेंसी द्वारा दायर आवेदन पर विचार करते हुए एनआईए की विशेष अदालत ने केरल में यूएई वाणिज्य दूतावास के एक पूर्व कर्मचारी सरिथ पी एस को हिरासत में भेजा।

Update:2020-07-18 16:29 IST

कोच्चि: केरल के सनसनीखेज सोना तस्करी मामले में एक विशेष अदालत ने मुख्य आरोपी को शुक्रवार को सात दिन के लिए एनआईए की हिरासत में भेज दिया। जांच एजेंसी द्वारा दायर आवेदन पर विचार करते हुए एनआईए की विशेष अदालत ने केरल में यूएई वाणिज्य दूतावास के एक पूर्व कर्मचारी सरिथ पी एस को हिरासत में भेजा।

हाल में तिरुवनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर ‘राजनयिक सामान’ से लगभग 15 करोड़ रुपये का सोना जब्त होने के सिलसिले में पिछले सप्ताह सीमा शुल्क (निवारक) आयुक्तालय ने सरिथ को गिरफ्तार किया था। वह 15 जुलाई तक सीमा शुल्क (निवारक) आयुक्तालय की हिरासत में था। एनआईए की हिरासत में दो अन्य आरोपियों स्वप्ना सुरेश और संदीप नायर की मौजूदगी में सरिथ से पूछताछ की जायेगी।

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एनआईए ने सरिथ को हिरासत में दिये जाने का अनुरोध करते हुए अपने आवेदन में कहा था कि वह मामले के मुख्य आरोपियों में से एक है और सच्चाई का पता लगाने के लिए उसे हिरासत में लेकर पूछताछ किये जाने की जरूरत है। इस बीच, सीमा शुल्क (निवारक) आयुक्तालय ने शुक्रवार को विभिन्न स्थानों पर छापेमारी की। सूत्रों ने बताया कि खाड़ी के व्यवसायी फैजल फरीद के पैतृक निवास पर छापा मारा गया। मामले में एनआईए द्वारा फरीद को भी आरोपी बनाया गया है।

ये हैं आरोपी और ये है इनकी भूमिका

स्वप्ना सुरेश: इस मामले की मुख्य आरोपी है। यूएई वाणिज्य दूतावास के एक पूर्व कर्मचारी, स्वप्ना सुरेश को एक निजी फर्म द्वारा केरल के आईटी विभाग के प्रोजेक्ट पर काम करने के लिए काम पर रखा गया था। यह विभाग मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के तहत काम करता है। सीएम के प्रमुख सचिव एम शिवशंकर इस विभाग के प्रमुख थे।

अब तक की जांच से पता चला है कि स्वप्ना सुरेश का केरल के शक्तिशाली लोगों से संपर्क था और सोने की तस्करी के मौजूदा मामले में उनके पास कई फोन आए। उसके कॉल डेटा रिकॉर्ड्स से पता चलता है कि उसने यूएई के वाणिज्य दूतावास से 138 बार बात की वहीं पीएस सारिथ (एक अन्य प्रमुख आरोपी) से 45 बार, यूएई के एक राजनयिक शख्स से 28 बार बातचीत की।

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एम शिवशंकर: वे मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के प्रमुख सचिव थे और आईटी विभाग के अगुवा थे जिसके तहत स्वप्ना सुरेश को काम पर रखा गया था। जांच में उनका नाम सामने आने के बाद शिवशंकर को उनके पद से निलंबित और बर्खास्त कर दिया गया। नौ घंटे तक सीमा शुल्क विभाग ने उनसे पूछताछ की थी।

पीएस सरीथ: संयुक्त अरब अमीरात के वाणिज्य दूतावास के पूर्व पीआरओ, सरिथ केरल सोने की तस्करी मामले में एक प्रमुख आरोपी हैं। उन्हें सीमा शुल्क विभाग ने गिरफ्तार कर लिया है और वह इस समय एनआईए की हिरासत में है। कॉल रिकॉर्ड से पता चलता है कि सोने की तस्करी के आरोप में उसने कई बार एम शिवशंकर को फोन किया था।

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संदीप नायर: वह इस मामले का एक अन्य मुख्य आरोपी है और उसे बेंगलुरु से स्वप्ना सुरेश के साथ गिरफ्तार किया गया था।

फ़ाज़िल फरीद: अमीरात में रहने वाला यह शख्स केरल का है और इस मामले में एक महत्वपूर्ण संदिग्ध है। एनआईए ने उसके खिलाफ 'ब्लू कलर' इंटरपोल नोटिस हासिल किया है। एजेंसी को केरल सोने की तस्करी मामले में आतंकवादियों से जुड़ने पर भी संदेह है। एजेंसी यह जांच कर रही है कि क्या इस तस्करी से कमाई गई धनराशि को आतंकी गतिविधियों के लिए इस्तेमाल किया जाना था।

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केटी जलील: वे पिनारायी विजयन सरकार में मंत्री हैं और कहा जाता है कि उनका संपर्क स्वप्ना सुरेश से है। एनआईए फिलहाल इन कॉल रिकॉर्ड की जांच कर रही है। जलील ने कहा है कि उनके और स्वप्ना सुरेश के बीच कॉल पूरी तरह से पेशेवर थे। जलील ने व्हाट्सएप चैट स्क्रीनशॉट भी जारी किए हैं जिसमें दिख रहा है कि स्वप्ना को रमजान के दौरान राशन किट्स डिस्ट्रीब्यूशन में कोआर्डिनेशन का काम सौंपा गया था।

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