Politics: राहुल गांधी पर रिजिजू का बड़ा हमला,बोले-विपक्षी सांसदों को नकारात्मक रुख अपनाने को कर रहे मजबूर
Politics: संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि विपक्षी दलों के सांसदों को उनके नेताओं की ओर से मिसगाइड किया गया। संसद में हमारे पास संख्या बल है और हमें सरकार चलानी है। संविधान की ओर से दिए गए दायित्व को पूरा करते हुए हमें देश की सेवा करनी है।
Politics: संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान मकर द्वार पर हुई धक्का-मुक्की की घटना को लेकर केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर फिर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि विपक्ष के अच्छे इरादे रखने वाले सांसदों को भी कांग्रेस नेता की ओर से नकारात्मक रुख अपनाने पर मजबूर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि शीतकालीन सत्र के बाद अगले साल संसद के बजट सत्र का आयोजन होगा और हमें उम्मीद है कि बजट सत्र शीतकालीन सत्र की तरह हंगामेदार नहीं होगा।
अमित शाह की टिप्पणी को लेकर हुआ था भारी हंगामा
संसद का शीतकालीन सत्र इस बार सुचारू रूप से नहीं चल सका और कई बार हंगामों के कारण सदन की कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा। सत्र के आखिर में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की ओर से बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर पर की गई टिप्पणी को लेकर भारी हंगामा हुआ। इसी दौरान संसद के मकर द्वार पर धक्का-मुक्की की घटना में भाजपा के दो सांसद प्रताप सारंगी और मुकेश राजपूत घायल हो गए थे।
संसद सत्र की समाप्ति के बाद भी विपक्षी दलों ने अंबेडकर के अपमान के मुद्दे पर देशव्यापी विरोध प्रदर्शन जारी रखा है। अब इस मामले को लेकर किरेन रिजिजू ने एक बार फिर राहुल गांधी पर जोरदार हमला बोला है।
नकारात्मक रूप अपने को मजबूर कर रहे कांग्रेस नेता
रिजिजू ने एक चैनल से बातचीत के दौरान कहा कि सच्चाई की बात यह है कि विपक्षी दलों के सांसद भी अपनी जिम्मेदारियां को समझते हैं मगर कांग्रेस के एक नेता की ओर से उन्हें इस तरह के कामों के लिए मजबूर किया जाता है। विपक्ष के नेता सांसदों को नकारात्मक रुख अपनाने के लिए मजबूर करते हैं। रिजिजू का इशारा साफ तौर पर राहुल गांधी की ओर था।
उन्होंने कहा कि विपक्ष के सांसदों को यह बात समझनी होगी कि वे संसद में शारीरिक लड़ाई लड़ने के लिए नहीं आते हैं। संसद अपने विचारों को अभिव्यक्त करने का मंच है,शारीरिक ताकत दिखाने का अखाड़ा नहीं। संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि शीतकालीन सत्र की समाप्ति हो चुकी है मगर हमें उम्मीद है कि बजट सत्र के दौरान विपक्ष की ओर से इस तरह का व्यवहार नहीं किया जाएगा।
पता नहीं राहुल गांधी ने ऐसा काम क्यों किया
संसद के मकर द्वार पर हुई धक्का-मुक्की की घटना का जिक्र करते हुए रिजिजू ने कहा कि सभी लोगों ने देखा कि उस दिन क्या घटना हुई थी। कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों के सांसद पिछले कुछ दिनों से तख्तियां लेकर मकर द्वार पर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। जब कांग्रेस और अन्य विपक्षी सांसदों की ओर से लगातार मार्ग को अवरुद्ध करने की कोशिश की गई तो एनडीए सांसदों ने भी सोचा कि वहां खड़े होकर कांग्रेस पार्टी के सभी कुकर्मों,अंबेडकर के किए गए अपमान और संविधान के खिलाफ किए गए कामों के प्रति विरोध जताना उचित होगा।
जब हमारी ओर के सांसद वहां विरोध के लिए खड़े हुए तो कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने उनके बीच से जबरन घुसने की कोशिश की। इस धक्का-मुक्की के कारण हमारे दो सांसदों को गिरने से चोट लग गई। मुझे नहीं पता कि राहुल गांधी की ओर से यह कदम क्यों उठाया गया।
विपक्ष का रवैया बदलने की उम्मीद जताई
संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि विपक्षी दलों के सांसदों को उनके नेताओं की ओर से मिसगाइड किया गया। संसद में हमारे पास संख्या बल है और हमें सरकार चलानी है। संविधान की ओर से दिए गए दायित्व को पूरा करते हुए हमें देश की सेवा करनी है।
विपक्षी दलों की ओर से भले ही संसद के काम में व्यवधान डाला जाए मगर हमें कामकाज में जुटे रहना है। उन्होंने कहा कि शीतकालीन सत्र के दौरान ज्यादा काम नहीं हो सका मगर हमें उम्मीद है कि बजट सत्र के दौरान विपक्ष का रवैया बदलेगा और सदन सुचारू रूप से चल सकेगा।