इस्लामाबाद: पाकिस्तान में भारतीय सेना के पूर्व अधिकारी कुलभूषण जाधव उर्फ हुसैन मुबारक पटेल को सोमवार (10 अप्रैल) को सजा-ए-मौत की सजा सुनाई गई है। जाधव पर रॉ का एजेंट होने का आरोप था। जाधव को 3 मार्च 2016 को बलूचिस्तान से अरेस्ट किया गया था। भारत ने पाक के आरोपों को खारिज किया था।
आगे की स्लाइड में पढ़ें क्यों सुनाई गई सजा?...
-जाधव पर पाक आर्मी एक्ट के फील्ड जनरल कोर्ट मार्शल के जरिए केस चलाया गया और उन्हें मौत की सजा सुनाई गई।
-सोमवार को आर्मी चीफ जनरल कमर अहमद बाजवा ने इस पर मुहर लगा दी।
खबरों के मुताबिक जाधव पर सभी आरोप साबित हुए हैं, उन्होंने मैजिस्ट्रेट और कोर्ट के सामने कबूल किया कि रॉ ने उन्हें विध्वंसक और जासूसी गतिविधियों को प्लान करने, कोऑर्डिनेट करने और ऑर्गनाइज करने की जिम्मेदारी दी थी।
बता दे कि पिछले साल पाकिस्तानी सेना ने जाधव का इकबालिया बयान जारी किया था जिसमें कथित रूप से कहा गया था कि जाधव भारतीय नौसेना के सेवारत अधिकारी हैं। भारत ने यह तो स्वीकार किया था कि जाधव रिटायर्ड नौसेना अधिकारी हैं, लेकिन भारत ने ऊपर लगे आरोपों का खंडन किया था।
आगे की स्लाइड में पढ़ें वीडियो में क्या कहा था जाधव ने ...
-विदेश मंत्रालय के मुताबिक, जाधव कानूनी तौर पर ईरान में अपना व्यापार करता था, उसे हिरासत में लेकर परेशान किया गया।
-जिसमें भारत को शक हुआ था कि कहीं जाधव को ईरान से अगवह तो नहीं किया गया।
-कुछ समय पहले कुलदीप जाधव की ओर से एक वीडियो जारी हुआ था।
-जिसमें जाधव ने कहा था कि वो दिसंबर 2001 तक भारतीय नौसेना का हिस्सा थे, उन्होंने संसद हमले के दौरान डोमेस्टिक इंटेविजेंस भी जुटाई थी.
-जिसके बाद उन्होंने भारतीय खुफिया एजेंसियों के लिए जानकारी भी जुटाई थी।
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