नई दिल्ली: सीबीआई ने शुक्रवार को आरजेडी सुप्रीमों लालू प्रसाद और उनके पुत्र तेजस्वी यादव को साल 2006 में आईआरसीटीसी के दो होटलों का ठेका एक निजी कंपनी को देने में की गई अनियमितता के संबंध में पूछताछ के लिए एजेंसी के समक्ष पेश होने के लिए समन जारी किया है।
सीबीआई के एक अधिकारी ने न्यूज़ एजेंसी को बताया, "हमने लालू प्रसाद एवं उनके पुत्र तेजस्वी को इस माह की 25 एवं 26 तारीख को सीबीआई के समक्ष पेश होने के लिए ताजा समन दिया है।"
इससे पहले सीबीआई ने लालू एवं तेजस्वी यादव को एजेंसी के समक्ष 11 और 12 सितम्बर को नई दिल्ली स्थित सीबीआई मुख्यालय में पूछताछ के लिए सात सितम्बर को समन दिया था।
सीबीआई ने पांच जुलाई को लालू यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और बेटे तेजस्वी यादव के खिलाफ इस मामले में भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया था।
सीबीआई का आरोप है कि लालू ने 2004-09 के दौरान रेलमंत्री रहते हुए रांची और पुरी में आईआरसीटीसी के होटल के ठेके विजय और विनय कोचर के स्वामित्व वाली सुजाता होटल्स कंपनी को सौंप दिए थे, जिसके बदले इस परिवार ने रिश्वत के रूप में बिहार में एक प्रमुख भूखंड लिया था।
सीबीआई के अनुसार, लालू प्रसाद ने अवैध रूप से आईआरसीटीसी के होटल सुजाता होटल्स के मालिक को बेच दिए और इस दौरान इन होटलों की देखभाल और संचालन के बदले लालू ने कोचर से रिश्वत ली, और उन पैसों का इस्तेमाल पटना में तीन एकड़ जमीन खरीदने के लिए किया गया। इस जमीन पर मॉल बनाने की तैयारी चल रही है।
सीबीआई ने पांच जुलाई को भारतीय दंड संहिता की धारा 420 और 120 बी तथा भ्रष्टाचार निरोधक कानून की धारा 13 और 13 (1) बी के तहत इस मामले में प्राथमिकी दर्ज की थी और एजेंसी ने दावा किया था कि इन पैसों को राजद के सांसद प्रेम चंद गुप्ता की पत्नी सरला गुप्ता के नाम से बनी बेनामी कंपनी के माध्यम से लिया गया।
सीबीआई की प्राथमिकी के मुताबिक, विनय कोचर ने पटना में 25 फरवरी, 2005 को डिलाइट मार्केटिंग कंपनी को मात्र 1.47 करोड़ में यह जमीन बेची। सरला गुप्ता उस समय कंपनी की निदेशक थीं। पूछताछ से पता चला कि पैसों का भुगतान अहलूवालिया कांट्रेक्टर और इसके प्रमोटर बिक्रमजीत सिंह अहलूवालिया की ओर से किया गया था। इस बीच प्रवर्तन निदेशालय भी इन वित्तीय अनियमितताओं के संबंध में अहलूवालिया से पूछताछ कर चुकी है।
--आईएएनएस