इस विधायक ने रोते हुए कहा- गर्भपात और समलैंगिक विवाह की सजा है कोरोना वायरस
सदन के अंदर खनाम के विधायक एडेलबर्ट नोनग्रम ने कोरोना को लेकर एक अजीबो गरीब बयान दिया है। एडेलबर्ट का कहना है कि गर्भपात और समलैंगिक विवाह के चलते लोग कोरोना की चपेट में आ रहे हैं।
नई दिल्ली: कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में इस समय पूरा देश एकजुट है। इस पर जल्द से जल्द कैसे काबू पाया जाए। इसको लेकर रात दिन वैज्ञानिक काम कर रहे हैं। ऐसे समय में भी कुछ राजनीतिक दल और उनके नेता सियासत करने से बाज नहीं आ रहे हैं।
ताजा मामला मेघालय की विधानसभा का है। सदन के अंदर खनाम के विधायक एडेलबर्ट नोनग्रम ने कोरोना को लेकर एक अजीबो गरीब बयान दिया है।
एडेलबर्ट का कहना है कि गर्भपात और समलैंगिक विवाह के चलते लोग कोरोना की चपेट में आ रहे हैं। इस पर जब सदन में काफी हो हल्ला मचा तो बाद में संसदीय कार्य मंत्री प्रेसटोन टायलसॉन्ग ने उनके इस विवादित बयान को सदन की कार्यवाही से हटा दिया।
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विधायक ने कही ये थी बात
पाखंड, गर्भपात, समलैंगिक विवाह आज हर तरफ दुनिया में चरों तरफ हो रहा है। हमें इस वायरस से डरने की जरूरत है। ये किसी अदृश्य दुश्मन के खिलाफ जंग नहीं है बल्कि विश्वास के खिलाफ लड़ाई है। उन्होंने आगे कहा कि 'हमें कोरोना वायरस को सजा के तौर पर देखना चाहिए हम सब पापी इंसान हैं।
विधानसभा में कोरोना वायरस के संक्रमण पर चर्चा चल रही थी इसी दौरान एडेलबर्ट नोनग्रम ने उक्त बातें कही थी। वे इतने पर ही नहीं रुके बल्कि ये सारी बातें कहने के बाद एडेलबर्ट नोनग्रम ने स्पीकर से बाइबल की कुछ लाइनें पढ़ने की अनुमति मांगी।
लेकिन उस वक्त स्पीकर उन्हें इस बात की परमिशन नहीं दी। स्पीकर ने उन्हें मना किया।
इसके बाद उन्होंने कहा कोई भी कानून ईश्वर के कानून से बड़ा नहीं है, इसके बाद विधायक ने बाकी सदस्यों को उनके साथ बाइबल की कुछ लाइनें पढ़ने को कहा, 'ये भगवान हम पर दया करो, हमें माफ कर दो।
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मेघालय में कोरोना के 14 केस
मेघालय में अब तक कोरोना के 14 केस पाए गये हैं, इसमें से 12 लोग स्वस्थ होकर घर आ चुके हैं। जबकि इस खतरनाक वायरस की चपेट में आकर एक व्यक्ति की जान चली गई।