अभी-अभी प्रवासी मजदूरों ने पुलिस और वाहनों पर किया पथराव, बुलाई गई फ़ोर्स

सोमवार को  गुजरात के अहमदाबाद में सड़क पर कम से कम 100 प्रवासी कामगार एकत्र हो गए. इन कामगारों ने पुलिसकर्मियों और लोगों पर पथराव किया।

Update: 2020-05-18 09:42 GMT

सूरत: देश भर में सोमवार से लॉकडाउन के चौथे चरण का आगाज हो गया है। इस बीच देश भर से प्रवासी मजदूरों को लेकर जिस तरह की खबरें आ रही है। वो हैरान कर देने वाली है।

जैसे-जैसे सरकार की तरफ से लॉकडाउन के चरण बढ़ाए जाये रहें हैं। वैसे-वैसे प्रवासी मजूदरों का धैर्य अब जवाब देने लगा हैं। इसी का नतीजा है कि मजदूर अब सड़कों पर उतर कर विरोध करने लगे हैं।

सोमवार को गुजरात के अहमदाबाद में सड़क पर कम से कम 100 प्रवासी कामगार एकत्र हो गए, इन कामगारों ने पुलिसकर्मियों और लोगों पर पथराव किया। कम से कम 100 प्रवासी कामगार आईआईएम अहमदाबाद और वस्त्रपुर इलाके को जोड़ने वाली सड़क पर इकट्ठा हो गए और वहां से वाहनों पर गुजर रहे पुलिसकर्मियों और लोगों पर पथराव करने लगे।

एक स्थानीय निवासी ने बताया कि प्रवासी कामगारों की मांग है कि उन्हें घर लौटने दिया जाए। शहर के पुलिस नियंत्रण कक्ष के एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने भीड़ तो तितर-बितर करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और कई संदिग्धों को हिरासत में ले लिया।

घटना की सूचना मिलते ही भारी तादाद में फ़ोर्स मौके पर पहुंची और पुलिस ने भीड़ को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े। तब जाकर किसी तरह से भीड़ को काबू में कर पाई। उधर आरोपी कामगारों को पकड़ने के लिए सर्च आपरेशन चलाया जा रहा है। कई संदिग्धों को मौके से अरेस्ट कर लिया गया है।

लॉकडाउन की जमकर उड़ाई गई धज्जियां, यहां से 100 प्रवासी मजदूर गिरफ्तार

कटिहार में भी प्रदर्शन

बिहार के छपरा में प्रवासी मजदूरों ने रविवार को जमकर हंगामा किया। उन्हें जिन्हें विशेष ट्रेन से कटिहार भेजा जा रहा था। बाद में कटिहार से बस के माध्यम से छपरा लाने का प्रोग्राम था, लेकिन मजदूर इसके लिए राजी नहीं हुए और हंगामा करते हुए करीब 500 मजदूर रेलवे स्टेशन से बाहर निकल गए।

हंगामे के कारण रेलवे स्टेशन पर भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई । हालांकि बाद में पुलिस ने किसी तरह 150 से अधिक मजदूरों को समझा-बुझाकर बस से उनके गांव में स्थित क्वॉरंटाइन सेंटर भेज दिया। हालांकि कुछ मजूदर इस फैसले के खिलाफ थे। उन्होंने अपना विरोध भी दर्ज कराया।

यूपी और मध्य प्रदेश में कई स्थानों पर प्रदर्शन

उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के बॉर्डर पर यूपी पुलिस ने रक्सा बॉर्डर से झांसी में वाहनों को प्रवेश नहीं करने दिया। वहीं भीड़ पर काबू पाने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा।

निजी वाहनों को यूपी में प्रवेश नहीं करने देने पर प्रवासी मजदूरों ने जमकर हंगामा किया। मौके पर आईजी, कमिश्नर, डीएम और एसएसपी रक्सा बॉर्डर पर भारी पुलिस बल के साथ मौजूद हैं।

इससे हजारों की तादाद में प्रवासी मजदूरों के वाहनों के पहिए रक्सा बॉर्डर पर रुक गए। प्रवासी मजदूर अपने प्राइवेट वाहनों से नहीं उतरने की जिद पर अड़ गए हैं। इसके कारण झांसी के रक्सा बॉर्डर 20 किलोमीटर लम्बा जाम लग गया है।

वहीं यूपी के सहारनपुर में घर लौट रहे पैदल मजदूरों ने हंगामा शुरू कर दिया है। मजदूरों ने पुलिस प्रशासन से मांग की है कि या तो उन्हें आगे बढ़ने दिया जाए या फिर उनकी वापसी के लिए ट्रेन की व्यवस्था की जाए। अन्यथा वो अब यहीं जमे रहेंगे, वापस नहीं लौटेंगे।

ये सभी अपने घर बिहार वापस जाना चाहते हैं लेकिन पुलिस वाले इन्हें रोक रहे हैं। इसी वजह से मजदूरों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी और अंबाला हाई-वे जाम कर दिया।

यूपी और मध्य प्रदेश के बाद अब यहां सैकड़ों प्रवासी मजदूरों ने सड़क पर किया हंगामा

कुशीनगर में बड़ा हादसा

रविवार को कुशीनगर जनपद में एक बड़ा हादसा हो गया। यहां प्रवासी मजदूरों को लेकर आ रही बस नेशनल हाइवे मार्ग संख्या -28 पर दुर्घटनाग्रस्त हो गई। जिसमें 7 मजदूर घायल हो गए। इनमें तीन की हालत चिंताजनक बनी हुई है। अभी तक को जानकारी मिल पाई है।

यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने जताया शोक

इस हादसे पर यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने अपनी शोक संवेदना प्रकट की है। उन्होंने कहा कि दुखद समाचारों का सिलसिला थम नहीं रहा। प्रवासी मजदूर भाइयों को बिहार के बगहा जनपद ले जा रही बस कुशीनगर में दुर्घटनाग्रस्त हो गई है, जिसमें 7 लोगों के जख्मी होने की सूचना प्राप्त है। ईश्वर से प्रार्थना है घायल श्रमिक भाइयों को जल्द स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें।

प्रवासी मजदूरों के पलायन का सिलसिला जारी, चेहरे पर दिखी घर वापसी की ख़ुशी

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