Lok Sabha Election 2024: चंदा 366.495 करोड़ रुपए का, बीजेपी को मिले 2022-23 में 259 करोड़ रुपये

Lok Sabha Election 2024: एडीआर ने गुरुवार को एक रिपोर्ट प्रकाशित की। इस रिपोर्ट में यह उल्लेख किया कि भारत में राजनीतिक दलों को कुल 366.495 करोड़ रुपये मिला है। इसमें सबसे अधिक राशि भाजपा के खाते में गई है

Report :  Viren Singh
Update:2024-01-04 18:02 IST

Lok Sabha Election 2024 (सोशल मीडिया) 

Lok Sabha Election 2024: भारतीय राजनीतिक दलों का लेखा जोख करने वाली रिचर्स फर्म एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की रिपोर्ट से पता चला है कि वित्तीय वर्ष 2022-23 में भारत में राजनीतिक दलों को सबसे अधिक चंदा (चुनावी बांड) भारत में मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर, अदार पूनावाला ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) और आर्सेलर मित्तल निप्पॉन स्टील इंडिया कंपनियों ने दिया है। इसमें सबसे अधिक चुनावी ब्रांड से राशि भारतीय जतना पार्टी (BJP) को मिली है, जो 2 हजार करोड़ रुपये से अधिक की है।

सबसे अधिक पैसा भाजपा के खाते में

एडीआर ने गुरुवार को एक रिपोर्ट प्रकाशित की। इस रिपोर्ट में यह उल्लेख किया कि भारत में राजनीतिक दलों को कुल 366.495 करोड़ रुपये मिला है। इसमें सबसे अधिक राशि भाजपा के खाते में गई है, जो कि 259.08 करोड़ रुपये है। प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट ने वित्त वर्ष 2021-2022 में 336.50 करोड़ रुपये के विपरीत, भाजपा को 256.25 करोड़ रुपये का दान दिया, जो सबसे अधिक दान प्राप्त करने वाली राजनीतिक पार्टी के लिए एक महत्वपूर्ण गिरावट का संकेत देता है। 2021-22 में भाजपा ने चुनावी बांड के माध्यम से 1,033.70 करोड़ रुपए की घोषणा की, लेकिन अन्य योगदान के माध्यम से केवल 614.52 करोड़ रुपये की घोषणा की।

ईटी से भाजपा और कांग्रेस की मिली इतनी राशि

इसके अलावा एक अन्य चुनावी ट्रस्ट समाज ईटी एसोसिएशन ने वित्त वर्ष 2023 में भाजपा को 1.50 करोड़ रुपये और कांग्रेस को 50 लाख रुपये का दान दिया। एडीआर की रिपोर्ट से पता चलता है कि वित्त वर्ष 23 के लिए पांच चुनावी ट्रस्टों को योगदान मिला, जिसमें से विभिन्न राजनीतिक दलों को 366.48 करोड़ रुपये (99.99 प्रतिशत) मिला।

बीआरएस को मिला 90 करोड़ का दान

रिपोर्ट से पता चलता है कि तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव के नेतृत्व वाली भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) को दूसरा सबसे बड़ा दान मिला है, जो कि 90 करोड़ रुपए है। आंध्र प्रदेश स्थित युवजन श्रमिक रायथू (वाईएसआर) कांग्रेस, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी (एएपी) और मल्लिकार्जुन खड़गे के नेतृत्व वाली कांग्रेस को कुल मिलाकर 17.40 करोड़ रुपये का फंड मिला।

इन कंपनियों ने दिया सबसे अधिक चंदा

कॉरपोरेट्स में से, मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर, सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई), और आर्सेलरमित्तल निप्पॉन स्टील शीर्ष दानदाताओं के रूप में उभरे हैं। इसमें मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर ने 87 करोड़ रुपये का सबसे अधिक योगदान दिया है। इसके बाद सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने 50.25 करोड़ रुपये और आर्सेलरमित्तल निप्पॉन स्टील इंडिया लिमिटेड ने 50 करोड़ रुपये का योगदान दिया।

सबसे अधिक इस राज्यों के लोगों ने दिया चंदा

एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक, वित्त वर्ष 2023 के दौरान दस कॉरपोरेट्स ने चुनावी ट्रस्टों को 332.26 करोड़ रुपये या कुल दान का 90.66 प्रतिशत दिया है। इन सभी 10 दानदाताओं ने प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट में योगदान दिया। तेलंगाना के कॉरपोरेट्स और व्यक्तियों ने 145.51 करोड़ रुपये का योगदान दिया है। इसके बाद महाराष्ट्र से 105.25 करोड़ रुपए, गुजरात से 50.20 करोड़ रुपये, पश्चिम बंगाल से 30.08 करोड़ रुपये, हरियाणा से 10 करोड़ रुपये, तमिलनाडु से 7 करोड़ रुपये, मध्य प्रदेश से 6.5 करोड़ रुपये का योगदान राजनीतिक दलों को दिया है। वहीं यह योगदान आंध्र प्रदेश और दिल्ली से 3 करोड़ रुपये और राजस्थान से 2 करोड़ रुपये मिला है।

18 चुनावी ट्रस्टों सौंपा चुनाव आयोग योगदान विवरण

एडीआर ने कहा कि केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) के साथ पंजीकृत 18 चुनावी ट्रस्टों में से 13 ने वित्त वर्ष 2023 के लिए अपना योगदान विवरण चुनाव आयोग को सौंप दिया, जिनमें से केवल पांच ने घोषणा की कि उन्हें उस वर्ष के दौरान दान प्राप्त हुआ।

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