महाराष्ट्र: सीटों पर कांग्रेस-एनसीपी में करार, बीजेपी-शिवसेना में दरार
बीजेपी और शिवसेना में सीट बंटवारे पर खींचतान चल रही है। शिवसेना चाहती है कि महाराष्ट्र में भी बिहार की तरह ही सीट बंटवारा हो। बीजेपी और शिवसेना को बराबर सीटें मिलें, लेकिन बीजेपी को यह मंजूर नहीं है।
नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव में अब कुछ महीने ही शेष रह गए हैं। ऐसे में सभी राजनीतिक पार्टियां अपनी संभावनाएं तलाशने में लग गई हैं। सभी पार्टियां एक दूसरे गठबंधन कर लोकसभा चुनावों में जीत हासिल करना चाहती हैं। इस बीच महाराष्ट्र में कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के लोकसभा चुनाव के लिए सीटों का बंटवारा हो गया है, तो वहीं सत्ताधारी पार्टी बीजेपी और शिवसेना के गठबंधन के भविष्य पर खतरा बना हुआ है।
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20-20 सीटों पर लड़ेंगी कांग्रेस और एनसीपी!
एनसीपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल ने कांग्रेस के साथ लोकसभा चुनाव के लिए महाराष्ट्र में गठबंधन की घोषाण की है। प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि एनसीपी और कांग्रेस ने महाराष्ट्र में एक साथ लोकसभा चुनाव लड़ने का फैसला लिया है और हम 40 संसदीय सीटों पर मिलकर चुनाव लड़ेंगे। जबकि राज्य के शेष 8 सीटों पर फैसला लिया जाना है। अब एनसीपी और कांग्रेस 20-20 सीटों पर साथ चुनाव लड़ेंगी जबकि 8 पर फैसला होना अभी बाकी है। कांग्रेस और एनसीपी की आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर शुक्रवार को बैठक हुई थी। एनसीपी प्रमुख शरद पवार भी बैठक में शामिल हुए थे।
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सीट बंटवारे पर शिवसेना और बीजेपी में खींचतान
तो वहीं बीजेपी और शिवसेना में सीट बंटवारे पर खींचतान चल रही है। शिवसेना चाहती है कि महाराष्ट्र में भी बिहार की तरह ही सीट बंटवारा हो। बीजेपी और शिवसेना को बराबर सीटें मिलें, लेकिन बीजेपी को यह मंजूर नहीं है। बीजेपी के राष्ट्रीय अमित शाह ने शिवसेना को इस जल्द फैसला लेने के लिए कहा है। इसके साथ ही अमित शाह ने पार्टी कार्यकर्ताओं को अकेले भी चुनाव के लिए तैयार रहने को कहा है।
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बता दें कि 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी-शिवसेना गठबंधन ने 48 में से 40 पर जीत दर्ज की थी। बीजेपी को 22, जबकि शिवसेना को 18 सीटें मिली थी। कांग्रेस ने तब सिर्फ दो सीटें जीती थीं जबकि एनसीपी ने पांच। 5 साल पहले हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने 26 और एनसीपी ने 21 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए थे।