लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी का आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे एक बार फिर से भारतीय वायुसेना के पराक्रम का गवाह बना। यहां पर एक बार फिर भारतीय वायुसेना अपने शौर्य का प्रदर्शन किया।
ख़ास बात यह है कि इस बार एक दो या दस नहीं बल्कि वायुसेना के पूरे 17 विमान आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर उतरे, जो किसी एक्सप्रेस-वे पर अब तक की सबसे बड़ी लैंडिंग रही।
बता दें कि यह ड्रिल युद्ध जैसी सिचुएशन में रनवे बर्बाद होने की स्थिति में दुश्मनों पर पलटवार करने के लिए काफी अहम होती है। जरूरत पड़ने पर एक्सप्रेस-वे को ही रनवे स्ट्रीप में तब्दील किया जा सके।
-एक्सप्रेस वे पर एक के बाद एक तीन जगुआर विमान उतरे।
-इस विमान में दो इंजन और 300MM की गन मौजूद है।
-ये विमान 4750 किलो वजन के साथ उतर सकता है।
-यह 1350 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बम वर्षा करने में सक्षम है।
-जगुआर विमान गहराई से मार करने वाले विमान हैं।
सबसे पहले उतरे ये विमान
सबसे पहले ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट C-130 J सुपर हरक्यूलिस यमुना एक्सप्रेवस- वे पर उतरा, जिसमें से गरुड़ कमांडो अपनी गाड़ियों और साजोसामान के साथ उतरे।
क्या हैं इस विमान की खूबियां
-यह दुनिया का सबसे बड़ा मालवाहक जहाज है।
-किसी भी मिसाइल को डिटेक्ट करने में यह विमान सक्षम है।
-चीन की तरफ से घुसपैठ रोकने के लिए इसकी तैनाती की गई है।
मिराज ने दिखाई अपनी ताकत
-उसके बाद तीन मिराज-2000 विमान उतरे।
-इनकी स्पीड 2495 किलोमीटर प्रति घंटा होती है।
-बता दें वायुसेना में 50 मिराज-2000 विमान हैं।
-ये विमान दूर तक मार करने के लिए 530D मिसाइल से लैस है।
-इसमें 30 MM की तोप लगी है।
सुखोई ने किया सबको हैरान
-एक्सप्रेस वे पर सुखोई 30 MKI विमान भी उतरा, जिसकी रेंज 5200 किलोमीटर है।
-यह 3,000 KM दूर तक मार करने में सक्षम है।
-इसका रडार इसकी सबसे बड़ी ताकत है, जो कि 8 हजार किलो गोला-बारूद लेने जाने में सक्षम है।
-यह भारतीय वायुसेना का सबसे शक्तिशाली विमान है।
-यह विमान दुश्मन की पोजीशन दूर से पता लगा सकता है।