MP में जीत के लिए BJP ने झोंकी पूरी ताकत, सिंधिया समर्थकों के लिए बनाई ये रणनीति

मध्यप्रदेश में 22 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए सियासी बिसात बिछ गई है। कमलनाथ सरकार को गिराने में प्रमुख भूमिका निभाने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के 22 समर्थकों को उपचुनाव में विजय दिलाने के लिए भाजपा पूरी ताकत झोंक रही है।

Update:2020-06-08 22:31 IST

अंशुमान तिवारी

भोपाल: मध्यप्रदेश में 22 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए सियासी बिसात बिछ गई है। कमलनाथ सरकार को गिराने में प्रमुख भूमिका निभाने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के 22 समर्थकों को उपचुनाव में विजय दिलाने के लिए भाजपा पूरी ताकत झोंक रही है।

नाराज नेताओं को मनाएंगे नरोत्तम मिश्रा

इन उपचुनावों में भाजपा को अपनों से ही ज्यादा खतरा दिख रहा है। दरअसल सिंधिया समर्थकों की राह में वे भाजपा नेता ही बड़ी बाधा बन गए हैं जो भाजपा के टिकट पर 2018 में चुनाव लड़ चुके हैं। भाजपा की ओर से ऐसे नेताओं को मनाने की जिम्मेदारी पार्टी के वरिष्ठ नेता व गृह मंत्री डॉ.नरोत्तम मिश्रा को सौंपी गई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इन उपचुनावों पर करीबी नजर बनाए हुए हैं ताकि उनकी सरकार को किसी प्रकार का संकट न पैदा हो।

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भाजपाई ही साबित हो रहे बड़ी चुनौती

मध्यप्रदेश में जिन 22 सीटों पर उपचुनाव होने हैं उनमें से 16 सीटें सिंधिया के प्रभाव वाले इलाकों की हैं। सिंधिया के गढ़ माने जाने वाले चंबल-ग्वालियर इलाके में उनके साथ काम करने के लिए भाजपाइयों को तैयार करना एक बड़ी चुनौती साबित हो रहा है। यह इलाका भाजपा की वरिष्ठ नेता रही राजमाता विजयराजे सिंधिया की कर्मभूमि रहा है। अभी इसी इलाके से सिंधिया का राजनीतिक भविष्य तय होगा।

नरोत्तम मिश्रा ने की पवैया से मुलाकात

इन उपचुनावों में भाजपा की नजर खास तौर पर उन नेताओं पर है जो पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशियों से पराजित हुए थे। कांग्रेस प्रत्याशी प्रद्युम्न सिंह तोमर से चुनाव हारने वाले जयभान सिंह पवैया को इस बार प्रद्युम्न के साथ खड़े होने के लिए तैयार करना चुनौती साबित हो रहा है। पवैया को मनाने की जिम्मेदारी नरोत्तम मिश्रा को सौंपी गई है और वे पवैया से उनके घर जाकर मुलाकात भी कर चुके हैं। नरोत्तम मिश्रा ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के भांजे और पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा से भी भेंट की है। इस मुलाकात का भी सियासी मतलब निकाला जा रहा है।

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शिवराज व विजयवर्गीय भी अभियान में जुटे

पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी के बेटे दीपक जोशी को मनाने के काम में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को लगाया गया है। विजयवर्गीय के साथ प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने की जोशी से बातचीत की है।

पार्टी के वरिष्ठ नेता गौरीशंकर शेजवार भी इन दिनों नाराज बताए जा रहे हैं। शेजवार के बेटे पिछले चुनाव में कांग्रेस के डॉक्टर प्रभुराम चौधरी से हार गए थे। अब चौधरी को जिताने के लिए शेजवार को मनाने की कमान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने खुद संभाल रखी है। शिवराज सिंह चौहान ने शेजवार से बातचीत कर उनकी नाराजगी दूर करने की कोशिश की है।

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पार्टी अध्यक्ष ने किया यह दावा

प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा का दावा है कि पार्टी में कहीं कोई नाराजगी नहीं है। उन्होंने कहा कि सभी भाजपा कार्यकर्ता पार्टी प्रत्याशियों को जिताने की कोशिश में लगे हैं। उन्होंने कहा कि इन उपचुनावों में टिकटों का फैसला पार्टी हाईकमान की ओर से किया जाएगा। पार्टी की ओर से जिन प्रत्याशियों को टिकट मिलेगा, उन्हें जिताने की कोशिश हर पार्टी कार्यकर्ता की ओर से की जाएगी। उन्होंने उपचुनाव वाली सभी सीटों पर भाजपा की विजय का दावा भी किया।

पार्टी में किसी प्रकार की नाराजगी नहीं

राज्य के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा का भी दावा है कि पार्टी में किसी प्रकार की नाराजगी नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा अनुशासित पार्टी है और वह सभी सीटों को जीतने में कामयाब होगी। उपचुनाव में जीत के लिए हम टीम भावना से काम कर रहे हैं और इसका नतीजा जरूर दिखेगा।

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