शिवराज ने किसानों को आपस में लड़वाने की नीति अपनाई.. हड़ताल पर नहीं उनसे वार्ता
भोपाल : मध्य प्रदेश में चार दिनों से किसानों की चल रही हड़ताल के बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा भारतीय किसान संघ से वार्ता किए जाने को कांग्रेस ने राजनीतिक चाल करार दिया है। कांग्रेस का कहना है कि हड़ताल पर तो कई संगठन है मगर हड़ताल से दूर संघ से चर्चा कर मुख्यमंत्री ने किसानों को आपस में ही झगड़े के हालात बना दिए हैं।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने रविवार को एक बयान जारी कर कहा कि किसान अपने हक को लेकर सड़कों पर है मगर खुद को किसानों का हितैषी बताने वाले मुख्यमंत्री आंदोलन को राजनीति से प्रेरित बताकर प्रदेश के किसानों का अपमान कर रहे हैं।
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नेता प्रतिपक्ष ने कहा, "किसानों का उग्र रूप बताता है कि वे भाजपा सरकार के काल में कितने प्रताड़ित हैं। सिंह ने आरोप लगाया कि किसान आंदोलन से घबराई सरकार इसे तोड़ने के लिए भारतीय किसान संघ जो भाजपा से संबंद्घ है, का उपयोग कर किसानों को आपस में लड़वाने की नीति अपनाई।
मुख्यमंत्री ने संघ के प्रतिनिधियों से उज्जैन में चर्चा कर आश्वासन दिया और संघ ने आंदोलन स्थगित करने का ऐलान कर दिया, जबकि संघ का इस आंदोलन से कोई लेना-देना ही नहीं था।"
उन्होंने कहा, "सरकार अवार्ड जीत कर तो किसान की मेहनत पर वाहवाही लूट रही है लेकिन किसान को उसकी उपज का बेहतर दाम मिले, इस दिशा में 11 वर्ष में सिर्फ जुमलेबाजी की गई। मुख्यमंत्री राज्य में खेती को फायदे का धंधा बनाने की बात करते हैं, जबकि खेती किसानों की जान लेने का धंधा बन गई है।"