Mahakal Project: भाजपा और कांग्रेस में श्रेय लेने की छिड़ी जंग, दोनों दलों की ओर से किया गया बड़ा दावा

Mahakal Project: पीएम नरेंद्र मोदी आज उज्जैन में श्री महाकाल लोक का लोकार्पण करने वाले हैं, लेकिन भाजपा और कांग्रेस में श्रेय लेने को जंग छिड़ी हुई है।

Report :  Anshuman Tiwari
Update:2022-10-11 12:10 IST

Mahakal Project: भाजपा और कांग्रेस में श्रेय लेने की छिड़ी जंग, दोनों दलों की ओर से किया गया बड़ा दावा (Pic: Social Media)

Mahakal Project: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज उज्जैन में श्री महाकाल लोक का लोकार्पण करने वाले हैं। महाकाल परिसर को दो फेज में 856 करोड़ रुपए की लागत से विकसित किए जाने की योजना है। दोनों फेज का काम पूरा होने के बाद महाकाल परिसर 47 हेक्टेयर का हो जाएगा। इस बड़े आध्यात्मिक आयोजन के लिए प्रदेश सरकार और भाजपा की ओर से जोरदार तैयारियां की गई हैं। आज श्री महाकाल लोक के लोकार्पण के मौके पर देश के 200 प्रमुख संत भी मौजूद रहेंगे जबकि प्रख्यात गायक कैलाश खेर महाकाल की स्तुति करेंगे। इस पूरे आयोजन को बिग इवेंट बनाने की तैयारियों के बीच कांग्रेस और भाजपा के बीच महाकाल परिसर के विकास का श्रेय लेने के मुद्दे पर जंग छिड़ गई है।

कांग्रेस और कमलनाथ ने भाजपा को घेरा 

कांग्रेस की ओर से दावा किया जा रहा है कि इस पूरे प्रोजेक्ट की रूपरेखा पूर्ववर्ती कमलनाथ सरकार की ओर से तैयार की गई थी मगर अब भाजपा उसका श्रेय लूटने की कोशिश में जुटी हुई है। मध्य प्रदेश कांग्रेस की ओर से किए गए ट्वीट में दावा किया गया है कि धर्म प्रेमी कमलनाथ की वजह से ही यह बड़ा प्रोजेक्ट मूर्त रूप ले सका है। उनके कार्यकाल में ही इस प्रोजेक्ट के लिए 300 करोड रुपये की मंजूरी दी गई थी। तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इस प्रोजेक्ट के लिए बड़ी धनराशि मंजूर करने के साथ ही काम की शुरुआत कराई थी।

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी इस मुद्दे को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री झूठा श्रेय लेने की कोशिश कर रहे हैं। वे कांग्रेस की ओर से उठाए गए कदमों का भी श्रेय लूटने की कोशिश करते हैं। भगवान महाकाल के लिए मैंने जो कुछ भी किया है, उसे प्रदेश की जनता अच्छी तरह जानती है। उन्होंने कहा कि दुख इस बात का है कि मैं इस प्रोजेक्ट की शुरुआत के बाद इसे पूरा नहीं कर पाया।

भाजपा का कांग्रेस पर जवाबी हमला 

दूसरी ओर भाजपा की ओर से दावा किया गया है कि शिवराज सरकार की कोशिशों के कारण ही इतना बड़ा प्रोजेक्ट मूर्त रूप लेने की ओर बढ़ रहा है। पार्टी का कहना है कि पहले चरण का काम पूरा हो चुका है और दूसरे चरण का काम भी जल्द ही पूरा कराया जाएगा। मध्य प्रदेश के परिवहन मंत्री गुरु गोविंद सिंह राजपूत का कहना है कि कांग्रेस की ओर से किए जा रहे दावे पूरी तरह सफेद झूठ है। उन्होंने कहा कि वे खुद कमलनाथ सरकार में मंत्री रहे हैं और उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि कब मुख्यमंत्री की ओर से महाकाल प्रोजेक्ट के लिए 300 करोड़ रुपए की मंजूरी दी गई। उन्होंने दावा किया कि महाकाल प्रोजेक्ट पूरी तरह भाजपा सरकार की देन है और इसके लिए सरकार की ओर से 700 करोड़ रुपये का बजट जारी किया जा चुका है। उन्होंने काशी और अयोध्या का जिक्र करते हुए कहा कि काशी में विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर और अयोध्या में भव्य राम मंदिर के बाद अब महाकाल प्रोजेक्ट भाजपा सरकारों के प्रयासों का ही फल है।

दोनों दलों के बीच इसलिए छिड़ी जंग

दरअसल महाकाल मंदिर दुनियाभर के शिव भक्तों की आस्था का केंद्र रहा है। दुनिया भर से श्रद्धालु भगवान महाकाल का दर्शन करने के लिए उज्जैन पहुंचते रहे हैं। इस प्रोजेक्ट के मूर्त रूप लेने के बाद शिव भक्तों की संख्या और बढ़ने की संभावना है। इस प्रोजेक्ट का सियासी असर पड़ने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। यही कारण है कि कांग्रेस और भाजपा के बीच इस प्रोजेक्ट का श्रेय लेने की जंग छिड़ गई है।

 मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में भी इस मुद्दे की गूंज जरूर सुनाई देगी। भाजपा अभी से ही इस प्रोजेक्ट का जोरशोर से प्रचार करने में जुट गई है। इसी कारण कांग्रेस की ओर से भी भाजपा को जवाब देने की कोशिश की जा रही है।

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