उद्धव को बड़ा झटका, CM शिंदे का दावा- स्पीकर ने लोकसभा में शेवाले को दी शिवसेना नेता के रूप में मान्यता

Maharashtra Political : महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने दावा किया है कि लोकसभा स्पीकर ने शिवसेना नेता राहुल शेवाले को लोकसभा में नेता के रूप में मान्यता दे दी है।

Written By :  aman
Update: 2022-07-19 14:13 GMT

एकनाथ शिंदे से मुलाकात करते शिवसेना के लोकसभा सांसद 

Maharashtra Politics: महाराष्ट्र की राजनीति (Politics Of Maharashtra) से जुड़ा कोई न कोई नया डेवलमपेंट सामने आता रहता है। ताजा घटनाक्रम में महाराष्ट्र के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Chief Minister Eknath Shinde) ने मंगलवार (19 जुलाई 2022) को एक बार फिर उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) को बड़ा झटका दिया। शिंदे आज दिल्ली (Delhi) में थे। इस दौरान शिवसेना (Shiv Sena) के 12 सांसदों ने उनसे मुलाकात की। इस भेंट के बाद एकनाथ शिंदे गुट में शामिल इन सांसदों ने आज लोकसभा स्पीकर ओम बिरला (Lok Sabha Speaker Om Birla) से मुलाकात की। इन सांसदों ने उन्होंने अलग समूह के रूप में मान्यता देने की मांग की।

आपको बता दें कि, एकनाथ शिंदे गुट ने राहुल शेवाले (Rahul Shewale) को लोकसभा (Lok Sabha) में विनायक राउत (Vinayak Raut) की जगह शिवसेना का नेता बनाने की मांग की। लोकसभा स्पीकर ओम बिरला (Om Birla) से मुलाकात के बाद सांसद हेमंत गोडसे (MP Hemant Godse) ने मीडिया से बातचीत में कहा, कि 'हमने स्पीकर से मिलकर अनुरोध किया है कि हमारे फ्लोर लीडर (Floor Leader) के तौर पर शेवाले को मान्यता दी जाए। उन्होंने बताया हमने पार्लियामेंट में नए ऑफिस की भी मांग की है।'

लोकसभा स्पीकर ने शेवाले को दी मान्यता

वहीं, शाम होते-होते शिंदे गुट के लिए खुशखबरी भी आ गई। महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने दावा किया है कि लोकसभा स्पीकर ने उनकी मांग स्वीकार कर ली। लोकसभा में राहुल शेवाले को शिवसेना नेता के रूप में मान्यता दे दी है। मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि, 'शिवसेना सांसदों ने भी बाला साहेब ठाकरे (Balasaheb Thackeray) के आदर्शों को बनाए रखने के लिए हमारे रुख का समर्थन किया।' 

एक दिन पहले ही विनायक राउत मिले थे स्पीकर से

गौरतलब है कि शिवसेना के बागी सांसदों (Shiv Sena Rebel MPs) ने ऐसे समय लोकसभा स्पीकर से मुलाकात की जब एक दिन पहले ही पार्टी सदन के नेता विनायक राउत (Vinayak Raut) ने लोकसभा के अध्यक्ष को पत्र सौंपा था। इस पत्र में विनायक ने शिंदे गुट की तरफ से कोई ज्ञापन स्वीकार नहीं करने का अनुरोध किया था। 

एक महीने में पूरी तरह बदल गई शिवसेना

आपको बता दें कि, पिछले महीने शिवसेना में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व के खिलाफ पार्टी विधायकों ने हल्ला बोल दिया था। बागियों का नेतृत्व एकनाथ शिंदे ने किया। बाद में शिंदे ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के समर्थन से 30 जून 2022 को महाराष्ट्र में सरकार बना ली। एकनाथ शिंदे राज्य के नए मुख्यमंत्री बने। तब शिवसेना के 55 विधायकों में से उन्हें 39 ने एकनाथ शिंदे का साथ दिया। सरकार गठन के बाद से ही शिंदे गुट की नजर सांसदों पर थी। अब शिवसेना के 18 सांसदों में से 12 शिंदे खेमे में चले गए हैं।

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