Maharashtra Political Crisis: शिवसेना बागी विधायकों को अयोग्य घोषित करने की मांग, शिंदे गुट जा सकता है कोर्ट
Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र के सीएम और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे शुरुआती तौर पर नरमी के बाद अब सख्त रुख में दिखाई दे रहे हैं।
Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र में शिवसेना (Shiv sena) और एमवीए सरकार (MVA Govt) पर एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) के रूप में आया सियासी संकट थमने का नाम नहीं ले रहा है। ऐसे में एक ओर जहां बागी शिवसेना विधायक एकनाथ शिंदे अपने साथ 40 से अधिक बागी विधायकों को लेकर गुवाहाटी के एक होटल में ठहरे हुए हैं वहीं दूसरी ओर अब शिवसेना समर्थकों की ओर से इन विधायकों को अयोग्य घोषित कर इनकी सदस्यता रद्द करने की मांग की जा रही है। ऐसे में अब वर्तमान हालात के मद्देनज़र एकनाथ शिंदे गुट न्यायालय का रूख कर अपना मत स्पष्ट कर सकता है।
महाराष्ट्र के सीएम और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) शुरुआती तौर पर नरमी के बाद अब सख्त रुख में दिखाई दे रहे हैं। उन्होनें सभी बागी विधायकों के खिलाफ चुनाव आयोग जाने और उनकी विधानसभा की सदस्यता को अयोग्य घोषित कर रद्द करने की मांग रखने की बात कही है। इसी के चलते अब शिंदे गुट अपना कारण लेकर न्यायालय का रूख कर सकता है जिससे उनकी विधानसभा की सदस्यता बनी रहे।
आपको बता दें कि बीते दिन ही उद्धव ठाकरे ने कड़े शब्दों में बागी शिवसेना विधायकों को हिदायत देते हुए कहा था कि अब उन्होनें शिवसेना छोड़ दी है तो अपने बाप के नाम पर वोट मांगे, मेरे बाप के नाम का इस्तेमाल ना करें।
एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस के बीच हुई बैठक
बीते दिन बागी गुट के नेता एकनाथ शिंदे और पूर्व महाराष्ट्र सीएम व भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस के बीच बीते दिन बैठक व चर्चा हुई। इस दौरान किन मुद्दों पर चर्चा हुई यह आधिकारिक नहीं है लेकिन मौजूदा हालातों को लेकर ही दोनों के बीच चर्चा ज़ाहिर है। अब ऐसे में एकनाथ शिंदे सहित करीब 40 से अधिक विधायकों के बगावत का बाद शिवसेना की सरकार गिरना तय है तथा साथ ही भाजपा को सरकार बनाने के लिए बहुमत का आंकड़ा प्राप्त करने के लिए मात्र 39 विधायकों की कमी है। ऐसे में। इस बात के कयास लागे जा रहे है कि एकनाथ शिंदे गुट भाजपा के साथ मिलकर नई सरकार स्थापित करेगी और इसमें एकनाथ शिंदे को डिप्टी सीएम का पद मिल सकता है।