Maharashtra Cabinet Expansion: कैबिनेट विस्तार की तारीख तय, मंत्रियों की संख्या और विभागों पर भी बनी सहमति
Maharashtra Cabinet Expansion: मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने गत 30 जून को शपथ ली थी।
Maharashtra Cabinet Expansion: महाराष्ट्र में काफी दिनों से कैबिनेट विस्तार की प्रतीक्षा की जा रही है। गत 30 जून को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद शिवसेना के बागी गुट के नेता एकनाथ शिंदे अभी तक अपनी कैबिनेट का विस्तार नहीं कर सके हैं। जानकार सूत्रों का कहना है कि अब कैबिनेट विस्तार की तारीख तय हो गई है। राजभवन में कल शाम नए मंत्रियों को शपथ दिलाई जाने की तैयारी है।
सूत्रों के मुताबिक भाजपा और शिंदे गुट के बीच मंत्रियों की संख्या और उन्हें दिए जाने वाले विभागों को लेकर भी सहमति बन गई है। शिंदे गुट को मंत्रिमंडल विस्तार में 40 फ़ीसदी हिस्सेदारी मिलेगी। भाजपा कोटे से 21 और शिंदे गुट से 12 नेताओं को मंत्री बनने का मौका मिल सकता है। लंबी चर्चा के बाद नए मंत्रियों को दिए जाने वाले विभागों को लेकर भी सहमति बन गई है।
कई दिनों से कैबिनेट विस्तार की प्रतीक्षा
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने गत 30 जून को शपथ ली थी। इस तरह एक महीने से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी शिंदे अभी तक अपनी कैबिनेट का विस्तार नहीं कर सकते हैं। इसे लेकर विपक्ष की ओर से सवाल भी उठाए जा रहे हैं। विपक्षी नेताओं का कहना है कि मंत्रियों के न होने के कारण विभिन्न सरकारी विभागों में फाइलें अटकी हुई हैं और आम जनता से जुड़ी योजनाओं पर काम नहीं हो पा रहा है।
विपक्ष को जवाब देते हुए शिंदे ने दावा किया था कि डिप्टी सीएम फडणवीस के साथ मिलकर अभी तक उन्होंने जनता के हित में कई फैसले किए हैं और सरकार पूरी मजबूती के साथ काम कर रही है। जानकारों का कहना है कि बागी विधायकों का मामला सुप्रीम कोर्ट में होने और मंत्रियों की संख्या को लेकर आम राय न बन पाने के कारण ही अभी तक सब मंत्रिमंडल का विस्तार लटका हुआ था मगर अब शुक्रवार को इसके लिए तारीख तय कर दी गई है।
मंत्रियों की संख्या और विभागों पर बनी सहमति
शिवसेना के बागी गुट के प्रवक्ता दीपक केसकर ने बताया कि कैबिनेट विस्तार को लेकर बातचीत में सबकुछ फाइनल किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि जल्दी ही सब कुछ सामने आ जाएगा। जानकारों का कहना है कि मंत्रियों की संख्या के साथ ही विभागों को लेकर भी दोनों खेमों के बीच फाइनल बातचीत हो चुकी है। भाजपा को गृह, वित्त, स्वास्थ्य और राजस्व जैसे बड़े विभागों की जिम्मेदारी सौंपे जाने की तैयारी है जबकि बागी गुट के नेताओं को शहरी विकास, पीडब्ल्यूडी और सड़क परिवहन जैसे विभाग मिल सकते हैं।
हाल के दिनों में मुख्यमंत्री शिंदे ने बागी गुट के विधायकों से व्यापक चर्चा की है और माना जा रहा है कि बागी गुट से मंत्री बनने वाले विधायकों के नाम तय किए जा चुके हैं। उधर भाजपा कोटे से मंत्री बनने वाले विधायकों के नाम भी फाइनल हो चुके हैं। दो मंत्री पद सहयोगी छोटे दलों को सौंपने की तैयारी है।
भाजपा नेतृत्व से चर्चा के बाद लगी मुहर
मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद अपने कैबिनेट विस्तार के सिलसिले में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे छह बार दिल्ली का दौरा कर चुके हैं। इस दौरान उन्होंने डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस के साथ गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के साथ व्यापक चर्चा की है। इस चर्चा के बाद ही कैबिनेट विस्तार में मंत्रियों की संख्या और नामों पर मुहर लग सकी है।
आने वाले दिनों में शिंदे गुट को मोदी कैबिनेट में भी जगह मिलने की बात कही जा रही है। माना जा रहा है कि मानसून सत्र के बाद मोदी कैबिनेट में भी फेरबदल होगा और शिंदे गुट को प्रतिनिधित्व का मौका मिलेगा।