Maharashtra Election 2024: नौ बागियों को मनाने में कामयाब रही भाजपा, पूर्व सांसद गोपाल शेट्टी ने भी वापस खींचे कदम
Maharashtra Election 2024: बोरीवली सीट के अलावा भाजपा नेताओं को कई अन्य सीटों पर भी बागी प्रत्याशियों को मनाने में कामयाबी मिली है।
Maharashtra Election 2024: महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ महायुति और विपक्षी महाविकास अघाड़ी गठबंधन के लिए बागी प्रत्याशी बड़ी समस्या बने हुए हैं। प्रदेश में इस बार भाजपा सबसे अधिक सीटों पर चुनाव लड़ रही है और नामांकन वापसी के आखिरी दिन पार्टी अपने नौ बागी प्रत्याशियों को मनाने में कामयाब रही है।
इनमें पूर्व सांसद गोपाल शेट्टी भी शामिल हैं जिन्होंने बोरीवली विधानसभा सीट टर बागी प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल कर दिया था। डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस और पार्टी के कई वरिष्ठ नेता उन्हें मनाने की कोशिश में जुटे हुए थे जिसमें पार्टी को कामयाबी मिल गई है।
पूर्व सांसद को मनाने में कामयाब रही भाजपा
भाजपा हाईकमान की ओर से पार्टी के नेताओं को बागी प्रत्याशियों को मनाने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। दरअसल पार्टी के शीर्ष नेतृत्व का मानना है कि बागी प्रत्याशियों की वजह से कई सीटों पर पार्टी को नुकसान उठाना पड़ सकता है। इसी कारण पार्टी के कई नेता बागी प्रत्याशियों को मनाने की कोशिश में जुटा हुए थे। पूर्व सांसद गोपाल शेट्टी को पिछले दिनों हुए लोकसभा चुनाव में टिकट नहीं मिला था। इस बार विधानसभा चुनाव में भी अनदेखी किए जाने के बाद उन्होंने बोरीवली सीट पर बागी प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल कर दिया था। उन्होंने 29 अक्टूबर को नामांकन के आखिरी दिन अपना पर्चा भरा था।
उनका कहना था कि यह फैसला टिकट की चाहत में नहीं बल्कि स्थानीय कार्यकर्ताओं की चिंता के बाद लिया गया था। हालांकि अब वे मान गए हैं और उन्होंने बोरीवली सीट पर पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी संजय उपाध्याय को समर्थन देने का ऐलान किया है। पार्टी के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस और राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री शिवप्रकाश समेत पार्टी के कई नेता उन्हें मनाने के लिए उनके घर पर पहुंचे थे।
इन सीटों पर बागियों का नामांकन वापस
बोरीवली सीट के अलावा भाजपा नेताओं को कई अन्य सीटों पर भी बागी प्रत्याशियों को मनाने में कामयाबी मिली है। भाजपा ने गढ़चिरौली, सांगली, गुहागार, मेहकार, पाथर्डी, बुलढाणा, खानापुर और कारजात-जमखेद विधानसभा सीटों पर अपने बागी प्रत्याशियों को मना लिया है। इनमें से कई बागी प्रत्याशियों से हाईकमान ने सीधे बातचीत की जबकि कुछ बागी प्रत्याशियों को राज्य स्तरीय भाजपा नेताओं ने मनाया। इस तरह प्रदेश की कुल नौ सीटों पर भाजपा को बागी प्रत्याशियों को मनाने में कामयाबी मिल गई है और इसे पार्टी के लिए अच्छा संकेत माना जा रहा है।
कांग्रेस में हुआ गजब का खेल
इस बार के विधानसभा चुनाव में बागी प्रत्याशियों ने सिर्फ भाजपा ही नहीं बल्कि कांग्रेस, शिवसेना के दोनों गुटों और एनसीपी के दोनों गुटों के लिए मुश्किलें पैदा कर रखी हैं। हालांकि कांग्रेस बागी प्रत्याशियों को मनाने में पिछड़ती हुई नजर आई। कोल्हापुर नॉर्थ विधानसभा सीट पर तो कांग्रेस में जबर्दस्त ड्रामा देखने को मिला।
यहां पर कांग्रेस नेता अपनी पार्टी के बागी प्रत्याशी राजेश लाटकर को नहीं मना सके तो पार्टी ने अपनी आधिकारिक उम्मीदवार मधुरिमा राजे को ही बिठा दिया। अब राजेश लाटकर का मुकाबला शिंदे गुट के प्रत्याशी के साथ होगा। कई अन्य सीटों पर भी कांग्रेस नेता बागी प्रत्याशियों को मनाने में नाकाम साबित हुए।