Maratha Reservation Protest: महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण को लेकर बवाल, आंदोलनकारियों ने फूंक डाला एनसीपी विधायक का घर
Maratha Reservation Protest: एनसीपी विधायक प्रकाश सोलंके घटना के दौरान घर के अंदर ही थे। उन्होंने बताया कि जब भीड़ ने उनके घर को आग लगाया तब घर में वो अपने परिवार के सदस्यों और कर्मचारियों के साथ थे।
Maratha Reservation Protest: महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण की मांग को लेकर बवाल बढ़ता जा रहा है। सोमवार को प्रदर्शन अचानक हिंसक हो उठा और आंदोलनकारियों ने एनसीपी विधायक का घर फूंक डाला। आरक्षण की मांग कर रहे दर्जनों लोगों ने बीड जिले की माजलगांव विधानसभा सीट से विधायक प्रकाश सोलंके के घर और दफ्तर को निशाना बनाया है। भीड़ ने पत्थरबाजी करने के साथ-साथ वहां रखी गाड़ियों को भी आग के हवाले कर दिया।
घटना के वक्त घर के अंदर थे विधायक
एनसीपी विधायक प्रकाश सोलंके घटना के दौरान घर के अंदर ही थे। उन्होंने बताया कि जब भीड़ ने उनके घर को आग लगाया तब घर में वो अपने परिवार के सदस्यों और कर्मचारियों के साथ थे। हालांकि, इस घटना में किसी को चोट नहीं पहुंची है। लेकिन आग के कारण संपत्ति को भारी नुकसान पहुंचा है।
विधायक की टिप्पणी बनी विवाद की वजह ?
प्रकाश सोलंके एनसीपी अजीत पवार गुट के विधायक हैं। पिछले दिनों उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ था। जिसमें उन्होंने मराठा आरक्षण आंदोलन के नेता मनोज जारंगे के खिलाफ टिप्पणी की थी। इससे उनके समर्थकों में आक्रोश था। सोमवार को हुई घटना को इसी से जोड़कर देखा जा रहा है।
सीएम शिंदे बोले- गलत दिशा में जा रहा आंदोलन
आरक्षण समर्थक प्रदर्शनकारियों द्वारा एनसीपी विधायक का घर फूंके जाने पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की प्रतिक्रिया भी आई है। उन्होंने मराठा आरक्षण आंदोलन के नेता मनोज जारंगे को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें इस तथ्य पर ध्यान देना चाहिए कि यह विरोध क्या मोड़ ले रहा है। यह गलत दिशा में जा रहा है।
दरअसल, मराठा आरक्षण आंदोलन शिंदे- भाजपा सरकार के लिए बड़ा सिरदर्द बन चुका है। पिछले दिनों जालना में प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया था, जिसको लेकर भारी बवाल हुआ था। डिप्टी सीएम सह गृह मंत्री देवेंद्र फडनवीस को इस घटना के लिए माफी मांगनी पड़ी थी।
सुप्रिया सुले ने फडनवीस पर साधा निशाना
पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार की बेटी और बारामती से सांसद सुप्रिय सुले ने इस घटना के लिए बीजेपी और राज्य के गृह मंत्री देवेंद्र फडनवीस को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में आज जो ट्रिपल इंजन की सरकार है ये उनकी विफलता है। आज एक एनसीपी विधायक का घर जलाया जाता है। गृह मंत्रालय क्या कर रहा है और गृह मंत्री क्या कर रहे हैं? ये उनकी जिम्मेदारी है।
चल रहा अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल
महाराष्ट्र में मराठा समुदाय अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के साथ सरकारी नौकरियों और शिक्षण संस्थानों में आरक्षण चाहता है। इसी मांग को लेकर राज्यभर में समुदाय का जोरशोर से विरोध प्रदर्शन चल रहा है। आंदोलन के नेता मनोज जरांगे 25 अक्टूबर से अनिश्चिकालीन भूख हड़ताल पर हैं। जिसके बाद आंदोलन ने और रफ्तार पकड़ ली है। उनकी अपील पर कई गांवों में नेताओं के घुसने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
हिंगोली सांसद ने दिया इस्तीफा
जैसे-जैसे आंदोलन जोर पकडता जा रहा है, राजनीतिक दलों और नेताओं पर दवाब बढ़ता जा रहा है। मराठा मुख्यमंत्री होने के बावजूद सरकार पर भारी दवाब है। रविवार को शिवसेना शिंदे गुट को बड़ा झटका तब लगा, जब आंदोलन के समर्थन में हिंगोली सांसद हेमंत पाटिल ने लोकसभा स्पीकर को अपना इस्तीफा भेज दिया। शिवसेना के अलावा एनसीपी के विधायक ने भी कहा है कि अगर मराठा आरक्षण की मांग पूरी नहीं हुई तो शीतकालीन सत्र का बहिष्कार किया जाएगा।
बता दें कि मराठा महाराष्ट्र की सबसे ताकतवर जाति है। राज्य में अगले साल लोकसभा चुनाव के साथ-साथ विधानसभा चुनाव भी होने हैं। लिहाजा मराठा आरक्षण आंदोलन को लेकर राजनीति गरमाई हुई है।