Maharashtra Ministry Room: महाराष्ट्र मंत्रालय के कमरा नंबर 602 का खौफनाक सच, जो भी गया हुआ ऐसा हादसा

Maharashtra Ministry Room: महाराष्ट्र में फडणवीस की सरकार बनने के बाद मंत्रियों को मंत्रालय का कमरा दिए जाने का काम हो रहा है।

Report :  Sonali kesarwani
Update:2024-12-26 15:42 IST

Maharashtra Ministry Room

Maharashtra Ministry Room: महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस की सरकार बनने के बाद उनके मंत्रियों को कमरे बांटे जा रहे हैं। इसी बीच एक बार कमरा नंबर 602 फिर से सुर्ख़ियों में हैं। जहाँ हर मंत्री जाने में हिचकिचाते हैं। क्योंकि उस कमरे को लेकर ऐसी धारणा बनाई गई है कि जो भी उस कमरे में रहा है उसके राजनितिक करियर में विराम लग गया है। और उसे व्यक्तिगत जीवन में भी काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा है। उस कमरे को लेकर ऐसी भी बाते कहीं गई है कि जिसे भी वो कमरा मिला है उसको स्वास्थ्य से सम्बंधित भी काफी दिक्कतें आई हैं। 

अब समय महाराष्ट्र में फडणवीस के मंत्रियों को कमरे दिए जा रहे हैं जिसमें से कमरा नंबर 602 मंत्री शिवेंद्रराजे भोसले को दिया गया है। खबर ये भी आ रही है कि कमरा नंबर 602 को लेने से हर मंत्री घबरा रहा है। यह कमरा राजनीतिक अंधविश्वास बना हुआ है क्योंकि अब तक जिसने भी उसे लिया है उसके साथ हमेशा अनहोनी हो गई है। और उसके रहस्य को भी कोई नहीं समझ पाया है। राज्य सचिवालय के सबसे बड़े कमरे में से वो कमरा एक है। जिसे लेने से मंत्री बहुत घबराते हैं। क्योंकि अतीत में कुछ ऐसी चीजे हुई है जिसकी वजह से वो बदनाम हो गया है। 

इन लोगों के राजनैतिक करियर पर पड़ा असर 

वर्तमान में मंत्री शिवेंद्रराजे भोसले को कमरा नंबर 602 दे दिया गया है। जो बीजेपी के विधायक है। कमरे के इतिहास के बारे में अगर बात करे तो पिछले ढाई दशकों में जिन भी मंत्रियों को यह कमरा मिला है उन पर कोई न कोई विपत्ति जरूर आई है। सबसे पहले 1999 में यह कमरा तत्कालीन उपमुख्यमंत्री और गृह मंत्री छगन भुजबल को दिया गया था। बाद में वे 2003 में तेलगी स्टांप पेपर घोटाले में फंस गए थे। उसके बाद अजीत पावर को भी सिंचाई घोटाले में नाम आने पर अपने पद से इस्तीफ़ा देना पड़ा था। बाद में साल 2014 में जब बीजेपी की सरकार बनी तो इस कमरे को मंत्री एकनाथ खडसे को दे दिया गया था। लेकिन जमीन घोटाले में फंसने की वजह से उन्हें भी अपने पद से इस्तीफ़ा देना पड़ा था। 

बाद में खडसे के बाद यह कमरा बीजेपी के एक दूसरे मंत्री पांडुरंग फुंडकर को दिया गया था जिनका 2018 में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था। फिर कमरा नंबर 602 बीजेपी नेता अनिल बोंडे को दिया गया जो 2019 में चुनाव हार गए। तो इस समय से जब जब इस कमरे को किसी भी मंत्री को दिया गया है उसका राजनैतिक करियर या फिर व्यक्तिगत जीवन लगभग ख़त्म हो गया। 

वर्तमान में इसे अब मंत्री शिवेंद्रराजे भोसले को दिया जा रहा है। लेकिन इसके पुराने इतिहास को देखकर उनके समर्थकों ने उनके लिए चिंता व्यक्त की है। बता दें कि इस समय इस कमरे को पीडब्ल्यूडी के अधिकारी इस्तेमाल कर रहे हैं। और शिवेंद्र राजे अपने बगल वाले कमरे का उपयोग कर रहे हैं। 

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