Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र में फिर आने वाली है सियासी सुनामी ! सीएम शिंदे समेत 16 विधायकों के अयोग्यता पर फैसला आज

Maharashtra Political Crisis: विरोधी कानूनों के तहत अगर मुख्यमंत्री शिंदे और उनके समर्थक विधायकों को अयोग्य ठहरा दिया जाता है तो फिर महाराष्ट्र में साढ़े चार साल में चौथी बार नए सीएम का चुनाव होगा।

Written By :  Krishna Chaudhary
Update:2024-01-10 11:40 IST

Maharashtra Political Crisis (Photo:Social Media)

Maharashtra Political Crisis: लोकसभा चुनाव से पहले महाराष्ट्र की राजनीति में एक और बड़ा उलटफेर हो सकता है। राज्य की सियासत के लिए आज यानी बुधवार का दिन बेहद अहम होने जा रहा है। विधानसभा के स्पीकर राहुल नार्वेकर सीएम एकनाथ शिंदे समेत उनके कैंप के 16 विधायकों की अयोग्यता पर फैसला करेंगे। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर शिवसेना के दोनों गुटों को सुनने के बाद स्पीकर ने 10 जनवरी की तारीख तय की थी।

दलबदल विरोधी कानूनों के तहत अगर मुख्यमंत्री शिंदे और उनके समर्थक विधायकों को अयोग्य ठहरा दिया जाता है तो फिर महाराष्ट्र में साढ़े चार साल में चौथी बार नए सीएम का चुनाव होगा। डिप्टी सीएम देवेंद्र फडनवीस ने मंगलवार को कहा कि स्पीकर चाहे जो फैसले ले, हमारी सरकार स्थिर रहेगी। हमारा गठबंधन कानूनी रूप से वैध है, और उम्मीद है कि स्पीकर का फैसला भी हमारे पक्ष में ही आएगा।

शाम साढ़े 4 बजे से शुरू होगी फैसला सुनाने की कार्यवाही

विधानसभा के स्पीकर राहुल नार्वेकर बुधवार शाम साढ़े चार बजे से फैसला पढ़ना शुरू करेंगे। दोनों पक्षों के वकीलों को विधानसभा के सेंट्रल हॉल में हाजिर रहने का आदेश ईमेल के जरिए भेजा गया है। शाम साढ़े पांच से छह बजे के बीच फाइनल फैसला आने की उम्मीद है।

फैसले से पहले गरमाई सियासत

विधानसभा अध्यक्ष के फैसले से पहले पक्ष और विपक्ष के नेताओं की बयानबाजी से महाराष्ट्र की सियासत गरमाई हुई है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने उद्धव गुट के मैच फिक्सिंग के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि हमारे पास बहुमत है। इसी के बलबूते पर हमें चुनाव आयोग ने असली शिवसेना के रूप में माना है। परिणाम योग्यता पर होना चाहिए। हमारी सरकार मजबूती से काम कर रही है इसलिए उनके पैरों तले जमीन खिसक गई है। मैच फिक्सिंग अगर होती तो अध्यक्ष रात में छिप कर आते लेकिन ये दिनदहाड़े आ गए हैं।

दरअसल, 9 जनवरी को स्पीकर राहुल नार्वेकर ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुंबई के उनके आधिकारिक वर्षा पर जाकर मुलाकात की थी। जिसको लेकर शिवसेना यूबीटी गुट हमलावर है। राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा कि ये बताता है कि स्पीकर आज किसके पक्ष में क्या फैसला सुनाने वाले हैं। उद्धव ठाकरे के बेटे और पूर्व कैबिनेट मंत्री आदित्य ठाकरे ने स्पीकर पर सवाल उठाते हुए कहा कि नार्वेकर का मुख्यमंत्री से वर्षा बंगले पर मिलना वैसा ही है जैसे कोई न्यायाधीश अभियुक्त से मिलता है। महाराष्ट्र में ऐसा कभी नहीं हुआ।

वहीं, राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और सीनियर कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि अगर 16 विधायक अयोग्य घोषित हो गए और शिंदे समर्थक विधायकों को अपना पद गंवाना पड़ा तो राजनीतिक भूचाल आ जाएगा। हमें देखना होगा कि संवैधानिक प्रावधान क्या हैं। आज का फैसला एक बेहद अहम राजनीतिक फैसला होगा।

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