Maharashtra Politics: एमवीए गठबंधन में छिड़ी नई जंग,अजित पवार पर जमकर बरसे संजय राउत,बोले- किसी के बाप से नहीं डरता
Sanjay Raut on Ajit Pawar: इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के करीबी माने जाने वाले सांसद संजय राउत ने अजित पवार पर तीखी टिप्पणी की है। उन्होंने दावा किया कि उनकी वजह से ही एनसीपी में ऑपरेशन लोटस फेल हो गया।
Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी गठबंधन (एमवीए) में नई जंग शुरू हो गई है। राज्य की सियासत में एनसीपी के वरिष्ठ नेता अजित पवार को लेकर पिछले कई दिनों से अटकलों का बाजार गरमाया हुआ है। हालांकि अजित पवार ने अब आगे भी एनसीपी के लिए मजबूती से काम जारी रखने का ऐलान किया है। इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के करीबी माने जाने वाले सांसद संजय राउत ने अजित पवार पर तीखी टिप्पणी की है। उन्होंने दावा किया कि उनकी वजह से ही एनसीपी में ऑपरेशन लोटस फेल हो गया। उन्होंने कहा कि मैंने सामना में सच्चाई लिखी तो यह सच्चाई अजित पवार को क्यों चुभ रही है? इसके साथ ही उन्होंने यहां तक कह डाला कि मैं आगे भी सामना में लिखता रहूंगा। मैं किसी के बाप से नहीं डरता।
पवार ने उठाए थे राउत को लेकर सवाल
दरअसल एनसीपी के वरिष्ठ नेता अजित पवार के कई विधायकों के साथ भाजपा-शिंदे गठबंधन के साथ जाने की अटकलें कई दिनों से लगाई जाती रही हैं। हाल में उन्होंने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस के साथ मुलाकात भी की थी। उन्होंने अपनी कई पूर्व निर्धारित बैठकें रद्द कर दी थीं और कई ऐसी टिप्पणियां की थीं जो उनके पाला बदलने का संकेत दे रही थीं। हालांकि पवार ने मंगलवार को साफ किया कि वे जब तक जीवित रहेंगे तब तक अपनी पार्टी को मजबूत बनाने के लिए कोशिश करते रहेंगे। उन्होंने एनसीपी विधायकों के साथ पाला बदलने की अटकलों को भी पूरी तरह खारिज किया है।
इसके साथ ही अजित पवार ने उद्धव खेमे के प्रमुख नेता संजय राउत पर भी हमला बोला। उन्होंने राउत का नाम लिए बगैर कहा कि दूसरा दलों के कुछ नेता एनसीपी के प्रवक्ता बनने की कोशिश कर रहे हैं। पवार ने कहा कि ऐसे नेताओं को एनसीपी के प्रवक्ता बनने की जगह अपने दल के संबंध में बात करनी चाहिए।
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संजय राउत ने दिया तीखा जवाब
पवार की इस टिप्पणी के बाद शिवसेना सांसद संजय राउत ने पवार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि एनसीपी के कई नेताओं पर केंद्रीय जांच एजेंसियों का दबाव साफ तौर पर दिख रहा है और इसी दबाव के बल पर भाजपा एनसीपी को तोड़ने की साजिश कर रही है। जब शिवसेना में टूट हुई थी तो एनसीपी नेता अजित पवार की ओर से तरह-तरह की बातें कही गई थीं। अब जब मैं एनसीपी को लेकर टिप्पणी कर रहा हूं तो अजित पवार को मिर्ची क्यों लग रही है। उन्होंने कहा कि मैं महाविकास अघाड़ी गठबंधन (एमवीए) का चौकीदार हूं और मेरी यह जिम्मेदारी है कि गठबंधन में शामिल सभी दलों में एकजुटता बनी रहे। एमवीए में शिवसेना ( यूबीटी) के साथ कांग्रेस और एनसीपी भी शामिल हैं।
सच्चाई लिखता रहूंगा,किसी के बाप से नहीं डरता
अजित पवार पर तीखा हमला बोलते हुए राउत ने कहा कि एनसीपी में होने वाली टूट के संबंध में मैंने सामना अखबार में सच्चाई लिखी थी। उन्होंने कहा कि सामना में हमेशा सच ही लिखा जाता है और मैं आगे भी लिखना जारी रखूंगा। मैं किसी के बाप से भी नहीं डरता। राउत ने सामना अखबार में लिखे अपने लेख में यह भी लिखा था कि जरंदेश्वर चीनी मिल की ईडी जाच की चार्जशीट में अजित पवार का नाम नहीं आया है। दरअसल यह दबाव तंत्र की राजनीति है।
उनका कहना था कि अजित पवार समेत एनसीपी के अन्य नेताओं को भाजपा की ओर से ईडी की जांच और जेल जाने का डर दिखाया जा रहा है। सियासी जानकारों का मानना है कि फिलहाल एनसीपी में टूट भले रुक गई हो मगर एमवीए गठबंधन में नई जंग की शुरुआत हो गई है। आने वाले दिनों में दोनों खेमों के बीच खींचतान और बढ़ने के आसार हैं।